अंकिता भंडारी हत्याकांड की एसआईटी जांच से आंदोलनकारियों ने जताई नाराजगी, गुरिल्ला वार की तरह पूरे उत्तराखंड में चलाया जाएगा आंदोलन, जिसकी जानकारी एलआईयू और पत्रकारों को भी नहीं दी जाएगी



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ऋषिकेश,0 1 नवम्बर । पिछले काफी समय से ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर स्थित कोयल ग्रांट में अंकिता भंडारी हत्याकांड की निष्पक्ष जांच, और वीआईपी का नाम उजागर किए जाने को लेकर किए जा रहे धरने में सरकार की ओर से एसआईटी की जांच पर आंदोलनकारियों ने प्रश्न लगाते हुए आंदोलन को उग्र करते हुए गुरिल्ला वार की तरह  आंदोलन को चलाए जाने का ऐलान किया।

मंगलवार को धरना स्थल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए आंदोलन के प्रमुख संजय सिल्सवाल,शकुंतला रावत , प्रमिला रावत ,हिमांशु रावत , प्रवीण जाटव ,दीपक जाटव, ने कहा कि वह उत्तराखंड के डीजीपी और एसआईटी प्रमुख पी रेणुका से सोमवार को मिले थे, परंतु उनके द्वारा पूछे गए अंकिता हत्याकांड ,पोस्टमार्टम की रिपोर्ट ,वीआईपी का नाम और अन्य सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दिए गए। जिससे लगता है कि वह सरकार के दबाव में आकर उनकेेे आंदोलन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैंं।

जबकि अंकिता भंडारी द्वारा अपने दोस्त से की गई चैटिंग के दौरान वीआईपी के वनन्तरा में आने की बात कही गई थी, लेकिन पी रेणुका ने उस बात को भी टाल दिया, जिससे आंदोलनकारियों में रोष उत्पन्न हो गया है।

जिसके बाद उन्होंने निर्णय लिया कि आंदोलन को पूरे उत्तराखंड में उग्र रूप देते हुए गुरिल्ला वार की तरह चलाया जाएगाा। जिसकी जानकारी एलआईयू सहित पत्रकारों को भी नहीं दी जाएगी। क्योंकि वह भी उनके आंदोलन को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रशून जोशी ने मुख्यमंत्री से की भेंट, हमारे युवा हमारी सांस्कृतिक परम्पराओं के संवाहक बने: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश /देहरादून 1 नवंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड को देवभूमि के साथ संस्कृति साहित्य एवं कला की भूमि बताते हुए राज्य में इन विधाओं को विस्तार दिये जाने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिल्म सिटी खोलने के विचार को भी आगे बढ़ाये जाने की जरूरत है। उन्होंने राज्य में साहित्य एवं ललित कला केंद्रों की सम्भावनाओं पर ध्यान देने को कहा है ताकि राज्य के युवाओं को फिल्मों के साथ ही साहित्य एवं लोक संस्कृति एवं लोक कला की विभिन्न विधाओं से जुड़ने का अवसर मिल सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा सकारात्मक सोच के साथ राज्य की लोक परम्पराओं एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से जुड़ सकें, यह हमारा प्रयास होना चाहिए।

मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी से केन्द्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रशून जोशी ने भेंट की। प्रदेश में फिल्म निर्माण, गीत संगीत नाट्य संस्कृति एवं साहित्य की विभिन्न विधाओं को बढ़ावा देने से सम्बन्धित विषयों पर चर्चा की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ ही नैसर्गिक प्राकृतिक सौन्दर्य एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिपूर्ण राज्य है। हमारे युवा हमारी सांस्कृतिक परम्पराओं के संवाहक बने, इस दिशा में भी प्रयासों की उन्होंने जरूरत बतायी।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि निर्माणाधीन कल्चरल सेन्टर एवं म्यूजियम को शीघ्र अन्तिम रूप देने के साथ इसके प्रभावी उपयोग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसे आयोजनों की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जाये जिससे देश व दुनिया में विभिन्न क्षेत्रों में राज्य की पहचान बनाने वाले सहभागी बन सके। हमारे यहां आने वाले करोड़ो लोग भी हमारे इन प्रयासों से प्रदेश की संस्कृति, कला एवं लोक विधा से जुड़ सकेंगे।

केन्द्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष  प्रसून जोशी ने सुझाव दिया कि उत्तराखण्ड फिल्म निर्माण के साथ सांस्कृतिक पहचान की संभावनाओं वाला प्रदेश है। भविष्य के दृष्टिगत यहा फिल्म इंस्टीट्यूट की स्थापना पर ध्यान दिये जाने से राज्य के युवा फिल्म निर्माण की विभिन्न विधाओं से जुड़ सकेंगे तथा इस क्षेत्र में हो रहे नवाचारों से भी परिचित हो सकेंगे। उन्होंने राज्य में लोक सस्कृति संगीत नाट्य एवं साहित्य से जुड़े विषयों को व्यापकता प्रदान करने के लिये तीन दिवसीय फेस्टिवल आयोजित करने का भी सुझाव मुख्यमंत्री को दिया।

उन्होंने कहा कि इस आयोजन में देश व विदेशो में रह रहे इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भागीदारी से इसे और अधिक व्यापकता मिलेगी तथा लोगों को अपनी संस्कृति से जोड़ने में भी मदद मिलेगी।

इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव  अभिनव कुमार, महानिदेशक सूचना  बंशीधर तिवारी, निदेशक संस्कृति  बीना भट्ट, उप निदेशक  नितिन उपाध्याय के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता मिलन कार्यक्रम में सुनी जनता की समस्याएं, जनता की समस्याओं का समय पर समाधान ना होने पर होगी संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय: पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश /चंपावत 31 अक्टूबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि कॉलेज ऑफ एजुकेशन बनबसा में आयोजित मुख्य सेवक जनता मिलन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर स्थानीय जनता की समस्याएं सुनी। जनता मिलन कार्यक्रम में लोगों द्वारा विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। कुछ समस्याएं सड़क निर्माण,जल भराव,पेयजल, स्वरोजगार,सौर ऊर्जा, शौचालय निर्माण आदि की भी समस्याएं रखी। जन समस्या शिविर में विभिन्न लोगों द्वारा अपनी अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री के समक्ष रखी।

मुख्यमंत्री ने लोगों की समस्याओं के निस्तारण हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए कि समस्याओं को ससमय निस्तारण करें जिससे किसी को भी अनावश्यक परेशानी न हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता की समस्या जिस स्तर की हो उसका समाधान उसी स्तर पर होना चाहिए। बेवजह वह समस्या उच्च स्तर पर न आए। अगर ऐसा होता है तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी।

इस दौरान प्रदेश भाजयुमो अध्यक्ष  शशांक रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष  दीप पाठक, भाजपा प्रदेश मंत्री  हेमा जोशी, नगर पंचायत अध्यक्ष बनबसा  रेनू अग्रवाल, उपाध्यक्ष बीसूका  संतोष थपलियाल, पुलिस अधीक्षक  देवेन्द्र पींचा, मुख्य विकास अधिकारी आरएस रावत अन्य लोग मौजूद रहे।

ऋषिकेश में विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने लिया संज्ञान



ऋषिकेश  30अक्टूबर ।, ऋषिकेश के आशुतोष नगर में किराए पर रह रही एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष  कुसुम कंडवाल ने स्वत: संज्ञान लेते हुए CO ऋषिकेश से बात की और मामले की जानकारी ली।

उन्होंने महिला की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के मामले पर दुख जताते हुए मामले की गंभीरता से जांच के निर्देश दिए। उन्होंने मृतक महिला के पति से पूछताछ करने के भी निर्देश दिए, जिस पर लड़की के परिजनों को संदेह है। उन्होंने ऋषिकेश SO से भी बात कर मामले में गंभीरता से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

महिला आयोग की अध्यक्ष  कुसुम कंडवाल ने कहा कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए पुलिस को सख्ती से कार्यवाही करनी चाहिए और इस प्रकार के मामलों में जो भी आरोपी है उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नही जाना चाहिए।

रन फाॅर यूनिटी एवं रन अगेंस्ट ड्रग थीम पर आधारित मैराथन दौड़ में मुख्यमंत्री ने किया प्रतिभाग, उत्तराखण्ड को 2025 तक नशा मुक्त बना स्वस्थ समाज के लक्ष्य की ओर अग्रसर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश/ देहरादून 30 अक्टूबर। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पुलिस लाईन रेस कोर्स में ‘देहरादून मैराथन’ में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने 21 किमी की हाफ मैराथन एवं 10 किमी दौड़ का फ्लैग आॅफ किया। आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत रन फाॅर यूनिटी एवं रन अगेंस्ट ड्रग थीम पर आधारित उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा देहरादून मैराथन का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय एकता एवं नशा मुक्ति की शपथ भी दिलाई। देहरादून मैराथन में हंस फाउण्डेशन द्वारा भी सहयोग दिया गया।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने राष्ट्रीय एकता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प के साथ बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन राष्ट्रीय एकता में अहम भूमिका निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक उत्तराखण्ड को नशा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। नशा से मुक्ति के लिए सबको दृ़ढ़ संकल्प लेना होगा और अन्य लोगों को भी नशा मुक्ति के प्रति जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि एक अच्छे समाज के लिए सबका स्वस्थ शरीर होना जरूरी है। जीवन के सभी सुख निरोगी काया से ही संभव है। स्वस्थ मन, वचन, एवं कर्म के लिए मनुष्य का निरोगी होगा जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को विश्वगुरू बनाने के लिए सबको अपना योगदान देना होगा। हमारी युवा पीढ़ी जो आने वाले समय में देश के कर्णधार होंगे, उन्हें सही दिशा मिलनी जरूरी है।

पुलिस महानिदेशक  अशोक कुमार ने कहा कि रन फाॅर यूनिटी एवं रन अगेंस्ट ड्रग थीम पर आधारित देहरादून मैराथन में 15 हजार से अधिक लोग प्रतिभाग कर रहे हैं। अनेक देशों के एथलीट भी इसमें प्रतिभाग कर रहे हैं। राष्ट्रीय एकता एवं नशा मुक्ति के उद्देश्य से देहरादून मैराथन का आयोजन किया जा रहा है।

इस अवसर पर मेयर  सुनील उनियाल गामा, विधायक  खजान दास, हसं फाउण्डेशन के संस्थापक  भोले महाराज, माता मंगला, अपर मुख्य सचिव  राधा रतूड़ी, बाॅलिवुड गायक कैलाश खैर एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को मंत्री सुबोध उनियाल ने पहुंचाया अस्पताल बल्लीवाला फ्लाईओवर में अज्ञात वाहन की टक्कर से दुर्घटना का शिकार हुआ था व्यक्ति



ऋषिकेश 22 अक्टूबर।  जनता के सच्चे हितैशी प्रतिनिधि के रूप में यूं ही नहीं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल नाम शुमार किया जाता है। इसकी बानगी कई बार देखने को मिली है, गुरूवार को बल्लीवाला फ्लाईओवर में भी ऐसा ही वाक्या देखने को मिला, जब एक दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को कैबिनेट मंत्री ने अपनी गाड़ी में बिठाया और उसे अस्पताल में भर्ती कराकर चिकित्सकों को उसके बेहतर ढंग से उपचार हेतु निर्देशित किया।
बीते गुरूवार को कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल अपने काफिले के संग बल्लीवाला फ्लाई ओवर से गुजर रहे थे। इस दौरान सड़क किनारे लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ एक व्यक्ति उन्हें दिखाई दिया, जिसकी बाईक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के आसपास काफी संख्या भीड़ एकत्र हो गई, मगर किसी ने भी उसे अस्पताल पहुंचाने की जहमत तक नहीं उठाई।

इस दौरान बल्लीवाला फ्लाईओवर से गुजर रहे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति पर नजर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने तत्काल अपने काफिले को रूकवाया एवं दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अपने वाहन में बिठाकर देहरादून स्थित सिनर्जी अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां कैबिनेट मंत्री ने चिकित्सकों को दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के षीघ्र उपचार हेतु निर्देषित किया। जिसके बाद कल कैबिनेट मंत्री दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति का हाल जानने अस्पताल पहुंचे। इस दौरान मंत्री ने यहां चिकित्सकों को दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की बेहतर ढंग देखरेख करने हेतु निर्देष दिए, जिस पर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति के परिजनों ने मंत्री का आभार जताया।

गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे सहित 3400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया शिलान्यास,जहां भी घूमने जाएं अपने यात्रा खर्च का कम से कम 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों पर खर्च करें : प्रधानमंत्री मोदी



 

ऋषिकेश/ केदारनाथ /बद्रीनाथ 21 अक्टूबर। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को सीमा पर स्थित उत्तराखण्ड के माणा गांव में आयोजित कार्यक्रम में 3400 करोड़ रूपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे परियोजनाओं सहित दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं – माणा से माणा पास (एनएच – 07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच107बी) शामिल हैं।

प्रधानमंत्री ने माणा गांव के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किये गये स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि माताओं व बहनों ने बहुत अच्छा काम किया है। पैकेजिंग वगैरह में मन प्रसन्न हो गया। प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए देशवासियों से आग्रह किया कि जहां भी जाएं एक संकल्प करें कि यात्रा पर जितना भी खर्च करते हैं उसका कम से कम 5 प्रतिशत वहां के स्थानीय उत्पाद खरीदने पर खर्च करें। इन सारे क्षेत्रों में इतनी रोजी रोटी मिल जायेगी, आप कल्पना भी नही कर सकते।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड काल में कोरोना की वैक्सीन पहाड़ों तक पहुंचाई गई। इसमें उत्तराखण्ड और हिमाचल में बेहतर काम किया गया। गरीब कल्याण योजना में उत्तराखण्ड के लाखों लोगों को लाभ मिला। डबल इंजन सरकार ने होम स्टे और स्किल डेवलपमेंट से युवाओं को जोड़ा है। पहाड़ी क्षेत्रों के युवाओं को एनसीसी से जोड़ रहे हैं। विकास कार्यों में तेजी आई है। पर्यटन का विस्तार हो रहा है। जल जीवन मिशन से गांवों तक नल से जल पहुंचाया जा रहा है। मल्टी मॉडल कनेक्टीवीटी प्रदान करने के लिये काम किया जा रहा है। सागरमाला, भारतमाला की तरह अब पर्वतमाला परियोजना पर काम होने जा रहा है। रोपवे पर बहुत बड़ा काम होने जा रहा है। बॉर्डर के गांवों में चहल पहल बढ़नी चाहिए। विकास जीवन का उत्साह होना चाहिए। जो कभी गांव छोड़कर गये है, उनका वापस लौटने का मन करे, हमें ऐसे जिंदा गांव बनाने हैं।

प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा माणा को भारत के अन्तिम गांव की बजाय देश का पहला गांव कहे जाने पर मुहर लगाते हुए कहा कि अब तो मेरे लिये भी सीमाओ पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है। पहले जिन इलाकों को देश के सीमाओं का अंत मानकर नजर अंदाज किया जाता था, हमने वहां से देश की समृद्धि का आरंभ मानकर शुरू किया। लोग माणा आएं , यहां डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयाग किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि माणा गांव से जुड़ी अपनी पुरानी स्मृति बताते हुए कहा कि आज से 25 वर्ष पहले जब वह उत्तराखण्ड में भाजपा के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते थे एक अनजाने जीवन के रूप में अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे तो उस समय उनके द्वारा माणा में उत्तराखण्ड भाजपा कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई थी, तो मेरे कार्यकर्ता नाराज भी हुए थे इतने दूर इतनी मेहनत से जाना पड़ेगा। तब मेरे द्वारा कहा गया कि जिस दिन हमारे दिल में माणा गांव का महत्व पक्का हो जायेगा ना उस दिन उत्तराखण्ड की जनता के दिल में महत्व बन जायेगा। और उसी का परिणाम है, माणा गांव की मिट्टी की ताकत है आप सभी का आशीर्वाद है। माणा की धरती के आशीर्वाद से हमें दुबारा सेवा करने का मौका मिला है।

*21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का*

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज का दिन बाबा केदार और बाबा बद्रीविशाल के दर्शन करके उनका आर्शीवाद प्राप्त करके जीवन धन्य हो गया है तथा यह पल पल मेरे लिये चिरंजीवी हो गये हैं। उन्होंने कहा कि बाबा के सानिध्य में, बाबा के आदेश से, बाबा के कृपा से पिछले बार जब मैं आया था तो कुछ शब्द मेरे मुंह से निकले थे कि 21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का है। मैं आप सभी को बताना चाहुंगा कि वह शब्द मेरे नही थे, वे शब्द बाबा के आर्शीवाद से मेरे मुख से निकले थे। आज मैं आप सभी के बीच इन नई परियोजनाओं के साथ फिर वही संकल्प दोहराने आया हू।

*विकसित भारत के दो प्रमुख स्तंभ, अपनी विरासत पर गर्व और विकास के लिए प्रयास*

प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के विकसित भारत के दो प्रमुख स्तंभ है, पहला अपनी विरासत पर गर्व और विकास के लिए हर संभव प्रयास। उत्तराखण्ड इन दोनो ही स्तम्भों को मजबूत कर रहा है। आज मुझे दो रोपवे के शिलान्यास का मौका मिला है। इससे केदारनाथ जी और हेमकुण्ड साहिब के दर्शन करना और आसान हो जायेगा। इन रोपवे से काम करने वाले लोगों पर देश के 130 करोड़ लोगों का आर्शीवाद बरसने वाले हैं। श्रमिकों और एंव इंजिनियरों से बात करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि वे भगवान का काम कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्रवासियों से इन काम में लगे मजदूरों का ध्यान रखने का आग्रह किया।

*आस्था के केंद्र हमारे लिये प्राणशक्ति*

प्रधानमंत्री ने कहा कि गुलामी की मानसिकता ने लोगों को ऐसा जकडा हुआ है कि प्रगति का हर कार्य कुछ लोगों को अपराध की तरह लगता है। विदेशों में संस्कृति से जुड़े ऐसे कार्यों की तारीफे की जाती थी और भारत में नहीं। गुलामी की मानसिकता ने हमारी पूजनीय आस्था स्थलों को जर्जर स्तर पर ला दिया था। दशकों तक हमारे धार्मिक स्थलों की अवहेलना हुई। आस्था के यह केन्द्र सिर्फ ढ़ांचा नही बल्कि हमारे लिये यह प्राणशक्ति है। वह हमारे लिये ऐसे शक्तिपूंज है जो कठिन से कठिन परिस्थतियों में भी हमें जीवंत बनाये रखते हैं। आज अयोध्या, काशी, उज्जैन अपने गौरव को पुनः प्राप्त कर रहे है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम को श्रद्धा के साथ आधुनिकता से जोडा जा रहा है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है, गुजरात के पावागढ़ में मां काली के मंदिर से लेकर देवी विंध्यांचल कोरिडोर तक भारत अपने सांस्कृतिक उत्थान का आह्वान कर रहा है। आस्था के इन स्थलों पर पहुंचना, हर श्रद्धालु के लिए सुगम एवं आसान हो गया है। विश्वास है कि देश की नई पीढ़ी के लिए भी यह श्रद्धा का आकर्षण का केन्द्र बनेंगे। अब हमारे दिव्यांग साथी भी दर्शन कर रहे हैं। गिरनार में जब रोपवे बनाया तो 80 साल के बुजुर्ग भी यात्रा करने लगे, कई लोगों ने मुझे चिटठी भेज कर धन्यवाद दिया।

*आस्था केंद्रों के पुनर्निर्माण से पहाड़ में ईज ऑफ लिविंग*

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की देवभूमि, इस परिवर्तन का साक्षी बन रहे हैं। डबल इंजन की सरकार बनने से पहले एक सीजन में ज्यादा से ज्यादा 5 लाख श्रद्धालु आया करते थे अब इस सीजन में यह संख्या 45 लाख हो गई है। आस्था और आध्यात्मिकता के पुनर्निमार्ण का एक और पक्ष है। पहाड़ के लोगों के ईज ऑफ लिविंग का, उनके रोजगार का, जब पहाड़ में रोड, रेल और रोपवे पहुंचते तो अपने साथ रोजगार लेकर आते हैं और पहाड़ का जीवन भी शानदार, जानदार और आसान बना देते हैं। अब तो हमारी सरकार ड्रोन का उपयोग सामान ढोने में भी करने की योजना पर काम कर रही है। इससे पहाड़ के लोगों को अपने फल और सब्जी बाजार तक पहुंचाने में सुविधा मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें आदरणीय प्रधानमंत्री जी जैसे महामुनि का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। जिनके विचारों से सम्पूर्ण विश्व लाभान्वित हो रहा है। साथ ही हमें गर्व है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम उस महान यात्रा के सहयात्री हैं जिस यात्रा का गंतव्य भारत को पुनः विश्व गुरू बनाना है। प्रधानमंत्री जी एक तपस्वी की भांति किस प्रकार से नए भारत के निर्माण की अग्नि को सफलतापूर्वक प्रज्जवलित किये हुये हैं। उत्तराखंड की समस्त जनता की ओर से विश्वास दिलाता हूं कि इस महायज्ञ की सफलता के लिए जिस भी आहुति की आवश्यकता होगी उत्तराखंड उसके लिए सदैव तत्पर रहेगा। हम उत्तराखंड को ’’उत्कृष्ट उत्तराखंड’’ बनाने के ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।

प्रधानमंत्री जी ने सदैव उत्तराखंड के विकास को प्राथमिकता दी है और उनके नेतृत्व में उन्नति और उत्थान की एक अभूतपूर्व गाथा देवभूमि में लिखी जा रही है। वर्ष 2013 की उस अति भयावह त्रासदी के बाद का, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सर्वप्रथम आपने ही उत्तराखंड की सहायता के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में, आज अभूतपूर्व रूप से भारत का सांस्कृतिक उत्थान हो रहा है। सनातन संस्कृति का परचम विश्व में लहरा रहा है और हमारी आस्था के केन्द्रों का इतिहास और महत्व उसी गौरव के साथ प्रदर्शित किया जा रहा है, जिसके साथ इसे किया जाना चाहिए था।चाहे श्री राम मंदिर का निर्माण हो, बाबा विश्वनाथ मंदिर का अविस्मरणीय पुनरोद्वार हो, केदारपुरी व बद्रीनाथ पुरी का पुर्ननिर्माण व सौन्दर्यीकरण हो या हाल ही में राष्ट्र को समर्पित श्री महाकाल लोक हो। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत की अस्मिता के प्रतीकों व सांस्कृतिक धार्मिक- धरोहरों को जिस प्रकार से संरक्षित व संवर्धित किया जा रहा है उसकी शब्दों में व्याख्या संभव नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा भोलेनाथ की असीम कृपा तथा प्रधानमंत्री जी के दिशानिर्देशों के अनुसार की गई तैयारियों के कारण इस वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान 4 करोड़ शिव भक्तों को हरिद्वार से गंगा जल ले जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ तथा अभी तक 45 लाख भक्तों ने चारधाम यात्रा में प्रतिभाग किया है। इस वर्ष की कावड़ यात्रा व चारधाम यात्रा कई अर्थों में ऐतिहासिक रही हैं।सदियों से तिरस्कृत किये गये अपने तीर्थ क्षेत्रों को विकसित और आधुनिक बना रहे हैं, वह अपने आप में अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में यह स्वर्णिम कालखंड भारत की सांस्कृतिक-आध्यात्मिक चेतना के पुनरोत्थान का कालखंड है। आधुनिकता के संतुलित समावेश के साथ आज सनातन संस्कृति का वैभव पुनर्जीवित हो रहा है तथा भारत पुनः विश्वगुरु के स्थान पर स्थापित हो समूचे विश्व का मार्गदर्शन करने के लिये तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विश्व के समक्ष जो भी समस्याएं हैं उनके समाधान के लिये सभी विश्व शक्तियां भारत की ओर देख रही हैं तथा भारत की नीतियों का अनुसरण कर रही हैं।
यह प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शी नीतियों का ही परिणाम है कि कोरोना की गंभीर मार के बावजूद आज भारतीय अर्थव्यवस्था न केवल मजबूत बनी हुई है बल्कि कई विकसित देशों से बेहतर प्रदर्शन भी कर रही है। प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता आर्थिक मोर्चे पर ही नहीं, सामरिक मोर्चे पर भी बेहद स्पष्ट है। आज किसी दुश्मन की हिम्मत नहीं है कि वो भारत की तरफ आंख उठा कर भी देख ले। आज जहां एक ओर सेना आधुनिक हथियारों से सुसंपन्न हो रही है, सैनिकों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं वहीं दूसरी ओर रक्षा क्षेत्र में धीरे-धीरे भारत की भूमिका आयातक की जगह निर्यातक की बन रही है। सेना के इस सशक्तिकरण से हमारा उत्तराखंड सर्वाधिक लाभान्वित हुआ है। आज सेना में अपनी सेवा दे रहा देवभूमि का प्रत्येक जवान इस बात से निश्चिंत है कि उसके परिवार का ख्याल रखने के लिए देश व प्रदेश में डबल इंजन की राष्ट्रवादी सरकारें हैं।

प्रधानमंत्री जी, का यह कथन कि ‘‘21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा’’ हमें एक नए उत्साह और ऊर्जा से भर देता है। एक तरफ जहां यह हमें गर्व की अनुभूति कराता है वहीं दूसरी तरफ यह हमें हमारे कर्तव्यों का भी बोध कराता है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप हम राज्य के विकास और कल्याण के लिए पूरी निष्ठा के साथ कार्य करने हेतु संकल्पबद्ध हैं। हमने राज्य को वर्ष 2025 तक हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए ’’विकल्प रहित संकल्प’’ का मूलमंत्र अपनाया है।

इस अवसर पर राज्यपाल ले0ज0 श्री गुरमीत सिंह (से.नि.), कैबिनेट मंत्री डा0 धन सिंह रावत, सौरभ बहुगुणा, पूर्व मुख्यमंत्री व क्षेत्रीय सांसद श्री तीरथ सिंह रावत, उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेन्द्र भट्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

*शिलान्यास की गई परियोजनाओं का विवरण*

3400 करोड़ रुपये से अधिक की रोपवे और सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किया गया। जिनमें गौरीकुंड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब दो नई रोपवे परियोजनाओं भी शामिल थी। केदारनाथ रोपवे लगभग 9.7 किलोमीटर लंबा होगा। यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा, जिससे दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय वर्तमान में 6-7 घंटे से कम होकर लगभग 30 मिनट का रह जाएगा। हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा। यह लगभग 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट तक सीमित कर देगा। यह रोपवे घांघरिया को भी जोड़ेगा, जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है। इन दोनों रोपवे को लगभग 2430 करोड़ रुपये की संचयी लागत से विकसित किया जाएगा। यह परिवहन का एक पर्यावरण अनुकूल साधन होगा, जो आवागमन को सुरक्षा और स्थिरता प्रदान करेगा। इस अहम बुनियादी ढांचे का विकास धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी और साथ ही साथ रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे।
कार्यक्रम के दौरान करीब 1000 करोड़ रुपये की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया गया। दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं – माणा से माणा पास (एनएच – 07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच107बी) तक – सीमावर्ती क्षेत्रों में हर मौसम में सड़क संपर्क प्रदान करने की दिशा में एक और कदम साबित होंगी। कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के अलावा, ये परियोजनाएं रणनीतिक दृष्टि से भी फायदेमंद साबित होंगी।

प्रधानमंत्री के उत्तराखंड आगमन पर शीर्ष नेतृत्व के साथ महापौर ने किया उनका अभिनंदन



ऋषिकेश 21 अक्टूबर। – देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड आगमन पर प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व के साथ ऋषिकेश नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने भी जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत व अभिनंदन किया।

महापौर ने बताया कि भगवान केदारनाथ के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष आस्था है। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से वह देवभूमि उत्तराखंड के केदारनाथ धाम का लगातार दौरा करते रहे है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड से प्रधानमंत्री जी के विशेष लगाव के चलते राज्य निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है।

देश के सबसे उल्लेखनीय दीपावली पर्व के मौके पर मात्रृभूमि के सुरक्षा कवच सैनिकों के बीच रहकर समय बिताने से उनके मनोबल में भी वृद्वि होती है। साथ ही सशस्त्र बलों को ये अहसास भी मिलता है देश का प्रधानमंत्री सदैव उनके साथ है।

ऋषिकेश नगर निगम पार्षदों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी युवा न्याय संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित धरना को दिया समर्थन



ऋषिकेश 20 अक्टूबर। अंकिता हत्याकांड और विधानसभा भर्ती घोटाले  मैं सीबीआई जांच की मांग को लेकर युवा न्याय संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित धरना आठवें दिन भी जारी रहा।

इस अवसर पर आंदोलनकारी विमला बहुगुणा ने मार्मिक कविता पाठ किया एवं सरकार को उसकी सुस्ती पर चेताया, भारतीय जनता पार्टी के नेत्री हेमा रावत ने ऋषिकेश विधायक एवं वित्तमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर गम्भीर आरोप लगाए। युवा न्याय संघर्ष समिति ने कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को जॉली ग्रांट हवाईअड्डे पर ज्ञापन देने का कार्यक्रम रखा गया है।

युवा आकांक्षा काला ने संबोधित करते हुए कहा कि हम चाहे बेरोजगारी हो या महिला अत्याचार यह सब हम सबकी समस्या है, तो हमें ही सबसे ज्यादा बढ़चढ़कर हिस्सा लेना है।

इस अवसर पर उषा चौहान, लक्ष्मी कठेत, गुड्डी डबराल, रामेश्वरी चौहान, सुनीता बिष्ट, विमला, आकांक्षा काला, जया डोभाल, वीर सिंह चौहान,कुसुम जोशी, कांता प्रसाद कंडवाल, विमला बहुगुणा संगीता उनियाल, हेमा रावत, उमंग देवरानी, राकेश सिंह, भगवान सिंह पंवार, जगत सिंह नेगी, विनोद रतूड़ी, प्रवीण जाटव, राजेंद्र कोठारी, दीपक जाटव, हरी सिंह नेगी, जुगल किशोर, शिरोमणि जोशी, आशा सेमवाल, विशेश्वरी रावत, विक्रम भंडारी, नागराजा सेमवाल, जितार सिंह बिष्ट, पंकज गिरी, जयेंद्र रमोला, हिमांशु रावत, मनीषा रविन्द्र प्रकाश, नवीन सिंह, अरविंद हटवाल, संजय सिलस्वाल, प्रभा जोशी, रीना शर्मा, रचना, अशोक शर्मा, रोहित नेगी, दिनेश बहुगुणा, सरोजनी थपलियाल, कमल किशोर, शीला ध्यानी, किशन कलूडा, ब्रिजेश डोभाल, आशुतोष, युद्धवीर सिंह आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

मुख्यमंत्री धामी ने विभिन्न देशों में कार्यरत भारत के सात राजदूतों से की भेंट ,उत्तराखंड को योग और वेलनेस टूरिज्म के रूप में वैश्विक स्तर पर तेजी से उभारने ओर अन्य विभिन्न विषयों पर की चर्चा



ऋषिकेश देहरादून 17 अक्टूबर। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में विभिन्न देशों में कार्यरत भारत के सात राजदूतों ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एवं राजदूतों के मध्य विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट को विभिन्न देशों में बढ़ावा देने के लिए राजदूतों से सहयोग लिया जाएगा। उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की लोगों को विभिन्न देशों में जानकारी हो इसके लिए और प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने कहा की उत्तराखंड में पर्यटन, उद्योग,हार्टिकल्चर के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इनको बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने सभी राजदूतों से कहा कि जिन देशों में वे कार्य कर रहे हैं, उन देशों की बेस्ट प्रैक्टिस की जानकारी उत्तराखण्ड शासन के अधिकारियों को दी जाय। मुख्यमंत्री ने शासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आज और कल राजदूतों के साथ विभिन्न विषयों पर होने वाली बैठकों में जो भी सुझाव प्राप्त होते हैं, उनका पूरा डॉक्यूमेंटेशन किया जाय। उत्तराखंड को उत्कृष्ट उत्तराखण्ड बनाने के लिए इन सुझावों को अमल में लाकर कार्ययोजना बनाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए हैं।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर एवं कनेक्टिविटी का तेजी से प्रसार हो रहा है। उन्होंने राजदूतों को सुझाव दिया कि राज्य में विभिन्न उत्पादों की जानकारी, टूरिज्म, स्थानीय कल्चर एवं सांस्कृतिक विरासत से संबंधित जानकारी के लिए विभिन्न देशों से लोग उत्तराखण्ड आना चाहते हैं तो इसकी भी जानकारी दी जाय। देवभूमि उत्तराखण्ड में सबका स्वागत किया जायेगा और हर संभव सहयोग दिया जायेगा

इस अवसर पर विभिन्न देशों में कार्य कर रहे राजदूतों ने सुझाव दिया कि राज्य के पर्वतीय अंचल के उत्पादों एवं भोजन को राज्य की ओर से बढ़ावा दिया जाना चाहिए। राज्य के उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी मेनुफेक्चरिंग,ब्रांडिंग एवं पैकेजिंग की अच्छी व्यवस्था हो। बैठक में सुझाव दिया गया कि उत्तराखंड को योग और वेलनेस टूरिज्म के रूप में वैश्विक स्तर पर तेजी से उभारा जा सकता है। उत्तराखंड योग की भूमि रही है। यहां से प्रशिक्षण लेकर विभिन्न देशों में लोग योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं। अधिक से अधिक लोग राज्य में योग का प्रशिक्षण ले सकें, इसकी राज्य में अच्छी व्यवस्था की जा सकती है।

इस अवसर पर स्वीडन में भारत के राजदूत  तन्मय लाल,तजाकिस्तान में भारत के राजदूत  विराज सिंह, पनामा में भारत के राजदूत  उपेन्द्र सिंह रावत, ब्रूनेई में भारत के राजदूत  आलोक अमिताभ, केन्या में भारत की राजदूत  नामग्या खम्पा, स्लोबानिया में भारत की राजदूत  नम्रता एस कुमार, अल्जीरिया में भारत के राजदूत  गौरव अहलूवालिया, सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय एवं अपर सचिव  नितिन भदौरिया उपस्थित थे।