मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखने के दिए निर्देश, प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि एवं नुकसान की अधिकारियों से ली जानकारी



ऋषिकेश देहरादून 22 अगस्त। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज दिल्ली से वापस आते ही सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र पहुंचकर प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि एवं नुकसान की अधिकारियों से जानकारी ली।

उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी एवं पौड़ी से फोन पर वार्ता कर जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी ली।

उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखें एवं सभी सहयोगी संस्थाओं से निरन्तर समन्वय बनाये रखें।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपदों में खाद्यान्न से संबंधित सभी वस्तुओं के साथ ही दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। शासन के उच्चाधिकारियों एवं सचिव आपदा प्रबंधन को भी जिलाधिकारियों से निरन्तर समन्वय बनाये रखने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में बहुत लोग प्रभावित हुए हैं। कुछ लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। काफी लोग बेघर हुए हैं। ऐसे लोगों के लिए जल्द ही एक योजना लाई जा रही है। बेघर हुए लोगों के पुनर्वास एवं रोजगार के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों ने इस आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया है, उन बच्चों के लिए शिक्षा का इस योजना के तहत प्रबंध किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में अतिवृष्टि से एक हजार करोड़ से भी अधिक की परिसम्पति का प्रदेश को नुकसान हुआ है।

मुख्यमंत्री की फोटो लगाकर पुतले पर उतारे गए किसानों के गुस्से के चलते पुलिस कर्मी हुए लाइन हाजिर



ऋषिकेश, 22 अगस्त।डोईवाला में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विरुद्ध किसानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री की फोटो लगाकर पुतले पर ग्रामीणों के गुस्सा उतारे जाने को लेकर देर रात्रि में पुलिस के आला अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए डोईवाला कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुकेश त्यागी व लालतप्पड़ चौकी प्रभारी नवीन डंगवाल को लाइन हाजिर कर दिया है।

उल्लेखनीय की डोईवाला में किसानों द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री के पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है इसी दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री का फोटो लगाकर पुतले पर किसानों और महिलाओं ने चप्पलें भी मारते‌ हुए पुतला दहन किया ।

इस मामले में पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के.सिंह से भेंट कर उत्तराखण्ड को कोयला आधारित संयंत्रों से 400-450 मे०वा० स्थायी आवंटन किए जाने का किया अनुरोध,आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हुई विद्युत लाइनों एवं टावरों को पुनर्स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार से सहायता उपलब्ध कराने का भी किया अनुरोध, केंद्रीय मंत्री ने दी स्वीकृति



ऋषिकेश देहरादून दिल्ली 21 अगस्त। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री  आर.के.सिंह से भेंट कर उत्तराखण्ड को कोयला आधारित संयंत्रों से 400-450 मे०वा० स्थायी आवंटन किए जाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हुई विद्युत लाइनों एवं टावरों को पुनर्स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार से सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।

इस विषय पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्षतिग्रस्त लाइनों की क्षतिपूर्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने बॉर्डर एरिया में विद्युत लाइन एवं विद्युत संयंत्र शीघ्र स्थापित करने का अनुरोध किया। जिसके लिए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहाड़ी राज्यों के लिए मानक अलग से निर्धारित कर शीघ्र बॉर्डर एरिया में विद्युत लाइनें एवं विद्युत संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार को केंद्रीय पूल से अतिरिक्त विद्युत उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया। उन्होंने माह अप्रैल से सितम्बर 2023 तक औसतन 300 मे०वा विद्युत प्रतिमाह अनएलोकेटेड कोटा से उपलब्ध कराए जाने के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण की तकनीकी समिति ने अपनी रिपोर्ट में उत्तराखण्ड में बेस लोड की अनुपलब्धता स्वीकार करते हुए उत्तराखण्ड को कोयला आधारित संयंत्रों से अतिरिक्त रूप से लगभग 400 मे०वा० विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु अपनी संस्तुति दी है। केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी को हर संभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।

केंद्रीय मंत्री ने किशाऊ बांध के संबंध में कहा कि सभी राज्यों से विचार विमर्श करने के बाद शीघ्र ही आपत्तियों का निस्तारण कर कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास हुए बस हादसे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया शोक व्यक्त, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, मेडिकल टीमों को मौके किया रवाना, राहत कार्यों के लिए आवश्यकता पड़ने पर हेलीकॉप्टर को तैयार रखने के लिए कहा



ऋषिकेश उत्तरकाशी 20 अगस्त। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी के तहसील भटवाड़ी अंतर्गत गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास हुए बस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

उन्होंने स्थानीय प्रशासन को तेजी से राहत-बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने जिले के प्रभारी मंत्री  प्रेमचंद अग्रवाल एवं अपर मुख्य सचिव से भी फोन पर वार्ता कर घटनास्थल पर चल रहे राहत बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा की एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, मेडिकल टीमों को मौके पर भेजा गया है। राहत कार्यों के लिए आवश्यकता पड़ने पर देहरादून में हेलीकॉप्टर को तैयार रखने के लिए कहा है।

उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के सफल आयोजन हेतु मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक



ऋषिकेश देहरादून 18 अगस्त। उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के सफल आयोजन हेतु नीतिगत आधार तथा मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के लिए गठित मुख्यमंत्री सलाहकार समूह की पहली बैठक आज देहरादून में मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि निवेशकों द्वारा दिये जा रहे सुझावों को गंभीरता से लेते हुए कार्यरूप में लाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि इन्वेस्टर समिट होने तक राज्य में निवेश की अच्छी ग्राउंडिंग हो एवं निवेशकों को सभी अनुमतियां समय पर मिल जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शांति व्यवस्था के साथ ही बेहतर मानव संसाधन भी उपलब्ध है। उन्होंने निवेशकों से आग्रह किया कि उन्हें जिन-जिन क्षेत्रों में दक्ष मानव संसाधन की आवश्यकता है, वह बताई जाए। सरकार द्वारा ऐसे क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं की जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  के मार्गदर्शन में राज्य में सड़क, रेल व हवाई कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हुआ है। इन्वेस्टर समिट में 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को वर्ष 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें हमारे उद्योग जगत से जुड़े लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों से लगातार संवाद हो रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न बैठकों में निवेशकों द्वारा उठाई गई समस्याओं के निस्तारण हेतु हर संभव प्रयास किये गये हैं।

इन्वेस्टर समिट-2023 से निवेश व रोजगार के अवसर बढ़ेगें एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उद्योग जगत में हो रहे नए नवाचारों से हमारे उद्यमियों को भी लाभ प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्य के मुख्य कार्यक्रम में किया ध्वजारोहण, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित एवं फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन कर राज्यहित में करी 13 घोषाणाएं जानिए राज्य हित में कोन कोन सी घोषाणाएं हुई



देहरादून 15 अगस्त। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने 77वें #IndependenceDay के अवसर पर परेड ग्राउण्ड देहरादून में राज्य के मुख्य कार्यक्रम में ध्वजारोहण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया एवं फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 05 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को विशिष्ट कार्यों के लिए मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया। उन्होंने राज्यहित में 13 घोषाणाएं भी की।

उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि वर्षभर भवन निर्माण सामग्री ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से सीधे घर तक पहुंचाने के लिए एक ’’खनिज प्रसंस्करण पोर्टल’’ बनाया जाएगा, जिससे एक ओर इन खनिजों की कालाबाजारी रूकेगी, वहीं लोगों को भी सस्ते खनिज पदार्थ आसानी से मिल सकेंगे। उन्होंने दुर्गम इलाकों में गर्भवती माताओं-बहनों की सुरक्षा के लिए “मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा सुरक्षा योजना” प्रारंभ करने की घोषणा करते हुए कहा कि इस योजना के अंतर्गत विषम परिस्थितियों में गर्भवती माताओं-बहनो को एयरलिफ्ट करने की व्यवस्था के लिए तंत्र विकसित किया जाएगा।

उन्होंने राजकीय स्कूलों में कक्षा 1- 12 तक के छात्रों को हिंदी/अंग्रेजी दोनों माध्यमों में निःशुल्क पुस्तक उपलब्ध कराने और अग्निवीर योजना के विरोध में शामिल युवा (स्कूल/कालेजों में पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों) पर लगे मुकदमें वापस लेने की घोषणा की।

उन्होंने राज्य के प्रमुख चौराहों/सड़कों का नामकरण राज्य के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों, साहित्यकारों और महान विभूतियों के नाम पर करने एवं कुटीर उद्योगों तथा स्वरोजगार को बढ़ावा देने और इनके उत्पादों की बिक्री हेतु ’’यूनिटी मॉल’’ की स्थापना करने की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि राज्य में एकल, निराश्रित, परित्यक्ता एवं विधवा महिलाओं को उनके निवास स्थान पर ही रोजगार सृजन हेतु प्रोत्साहित करने एवं उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने हेतु ’’मुख्यमंत्री एकल महिला स्वरोजगार योजना’’ प्रारंभ की जाएगी।

उन्होंने पर्वतीय क्षेत्र के नगरों को विकसित करने के उद्देश्य से ’’मुख्यमंत्री पर्वतीय नगर विकास योजना’’ के अंतर्गत दोनों मंडलों में एक-एक शहर को ’’मॉडल सिटी’’ के रूप में विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मजदूर वर्ग के बच्चों के लिए उचित शिक्षा एवं संतुलित पोषण सुनिश्चित करने हेतु मोबाइल स्कूल और मोबाइल आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या में वृद्धि की जायेगी।

उन्होंने कहा कि मां यमुना किनारे स्थित प्राचीन नगर “हरिपुर” विकासनगर क्षेत्र को उसका ऐतिहासिक और पौराणिक स्वरूप दिलाने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी और जनजातीय संस्कृति के संर्वधन हेतु शीघ्र ही राष्ट्रीय जनजातीय सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमांत गांव के जनजातीय इलाकों में “एकलव्य स्कूलों” की संख्या में वृद्धि करने के लिए केन्द्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा। एक से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए प्रतियोगिओं के कारण रिक्त हुए पदों पर प्रतीक्षा सूची के आधार पर नियुक्ति प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र के प्रति समर्पण का एक नया भाव जागृत हुआ है तथा उन्हीं के दिशा-निर्देशन में हमारा देश आज पहले से कहीं अधिक संगठित, सशक्त और सुरक्षित हो रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को अतिवृष्टि के दृष्टिगत 24 घण्टे अलर्ट रहने के दिए निर्देश, 2 दिनों के लिए चारधाम यात्रा भी करी स्थगित



ऋषिकेश 14 अगस्त। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उच्चाधिकारियों की बैठक लेते हुए अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों एवं वहां किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की।

उन्होंने अधिकारियों को अतिवृष्टि के दृष्टिगत अलर्ट रहने के निर्देश दिए। अतिवृष्टि के दृष्टिगत 2 दिनों के लिए चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गई है।

मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा करने की अपील की है। उन्होंने अतिवृष्टि के कारण पौड़ी जिले में हताहत हुए लोगों के परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।

मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घायलों को शीघ्र उचित उपचार दिलवाने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अतिवृष्टि से प्रभावितों को मानकों के अनुसार मुआवजा राशि यथाशीघ्र मिल जाए। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में हुई क्षति का पूरा आंकलन किया जाए।

उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिला प्रशासन एवं राहत-बचाव में लगे सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए।

मुख्यमंत्री ने राज्य में राजस्व वसूली की कार्यवाही में तेजी लाने के लिए सभी जिलाधिकारी को दिए आवश्यक दिशा निर्देश,पर्वतीय क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास के साथ राज्य में होने वाले इन्वेस्टर समिट में निवेशकों को पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिए किया जाए प्रोत्साहित : पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश देहरादून 10 अगस्त। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में राजस्व प्राप्ति के संबंध में आयोजित बैठक में निर्देश दिए कि सभी विभाग राजस्व अर्जन के लिए इनोवेटिव प्रयास करें और इसके लिए ऑनलाइन सिस्टम को और मजबूत किए जाने की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री  धामी ने कहा कि राजस्व वसूली की नियमित मॉनिटरिंग के लिए पोर्टल विकसित होने से विभिन्न विभागों द्वारा दिये गये राजस्व वसूली के डाटा एवं राजस्व परिषद में राजस्व वसूली के डाटा में जो अन्तर दिख रहा है, उस समस्या का समाधान होगा।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये की राजस्व वसूली की कार्यवाही में तेजी लाई जाए। इसके लिए जनपदों में बनाई गई समिति की नियमित बैठक की जाए।

उन्होंने कहा कि देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर एवं नैनीताल जनपद में राजस्व वसूली में और तेजी लाए जाने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि UPCL एवं UJVNL को राजस्व बढ़ाने की दिशा में विशेष प्रयासों की जरूरत है। बिजली चोरी संभावित क्षेत्रों में लगातार सतर्कता आधारित गतिविधियां चलाई जाए एवं उच्च औद्योगिक मांग वाले क्षेत्रों में बिलिंग दक्षता बढ़ाने की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए।

उन्होंने कहा कि संपदाओं के बेहतर उपयोग के साथ ही तराई क्षेत्रों में कमर्शियल प्लांटेशन की दिशा में तेजी से कार्य किए जाएं। प्रकाष्ठ बिक्री के लिए उचित व्यवस्था की जाए और जड़ी-बूटियों के संरक्षण एवं सतत विकास के लिए दीर्घकालिक योजना को ध्यान में रखकर कार्य किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि पिछले सालों की रिकवरी की गति में और तेजी लाई जाए। उन्होंने परिवहन, खनन, जीएसटी आदि क्षेत्रों में गहन निगरानी रखने के लिए ऑनलाइन सिस्टम को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ की स्थिति से बचाव के लिए सिंचाई विभाग द्वारा ठोस कार्ययोजना बनाई जाए। जिलाधिकारी भी आपदा प्रबंधन की दृष्टि से इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए कार्य करें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पर्वतीय क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास किये जाए। राज्य में होने वाले इन्वेस्टर समिट में निवेशकों को पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा।

उत्तराखंड राज्य में भू कानून लागू करने को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी स्थिति करी स्पष्ट, राज्य में भू-कानून लागू करने को सरकार पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध: पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश देहरादून 9 अगस्त।  उत्तराखंड राज्य में उत्तराखंड आंदोलनकारीयो के द्वारा की जा रही लगातार भू कानून की मांग को लेकर अब कुछ रास्ता साफ होता नजर आ रहा है जिसे प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए इसे जल्द से जल्द लागू करने के लिए कहा है।

उत्तराखंड राज्य में सशक्त भू-कानून को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि राज्य में भू-कानून लागू करने को सरकार पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जल्द ही कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के लिए जन-भावनाओं का सम्मान सर्वोपरी है। उन्होंने कहा कि भू-कानून के लिए गठित समिति की रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है। जल्द ही इस रिपोर्ट को कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा।