ऋषिकेश में खतरे के चेतावनी निशान से ऊपर बह रही गंगा, पहाड़ों में लगातार हो रही वर्षा के कारण गंगा का बढ़ा जलस्तर,गंगा आरती स्थल भी हुआ जलमग्न



ऋषिकेश ,16 जुलाई । पहाड़ों में लगातार हो रही वर्षा के बाद ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण रविवार को ऋषिकेश में होने वाली नियमित गंगा आरती स्थल में भी व्यवधान उत्पन्न हुआ है ।

रविवार की शाम को 6:00 बजे ‌गंगा ऋषिकेश में खतरे के चेतावनी निशान से 33 9.50 से 5 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार पहाड़ों में लगातार हो रही वर्षा के कारण गंगा का जलस्तर सुबह से ही बढ रहा है, जोकि ऋषिकेश में चेतावनी ३३९.५० के निशान से ३३९.५५ मीटर पर बह रही है। जिसके कारण त्रिवेणी घाट पर स्थित आरती स्थल भी पूरी तरह जलमग्न हो गया है। जिसके कारण गंगा आरती में आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।

श्री गंगा सभा के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल शर्मा ने बताया कि आरती स्थल पर बड़े गंगा जी के जलस्तर के कारण आज गंगा आरती बुक नहीं की गई है जो कि सभी श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए नियमित स्थान से हटकर की गई है। उधर गंगा के जल स्तर को बढ़ावा देखने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु से हुई घाट पहुंचे थे।

8 से 12 जून तक ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर होने वाली विशाल गंगा आरती का नहीं होगा आयोजन



ऋषिकेश ,07 जून ।आगामी दिनों में ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर आयोजित होने वाले जी-20 के दौरान किए जा रहे, निर्माण कार्यों को देखते हुए श्री गंगा सभा ऋषिकेश ने आगामी 12 जून तक त्रिवेणी घाट पर होने वाली नियमित आरती को सांकेतिक रूप से किए जाने का निर्णय लिया है।

यह जानकारी श्री गंगा सभा ऋषिकेश के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल शर्मा ने देते हुए बताया कि त्रिवेणी घाट पर चल रहे जी-20 की बैठक को देखते हुए निर्माण कार्यों के दौरान गंगा जी के जलधारा को रोके जाने के चलते गंगा आरती में अवरोध उत्पन्न हो रहा था, जिसे देखते हुए श्री गंगा सभा ने निर्णय लिया है, कि त्रिवेणी घाट पर होने वाली विशाल गंगा आरती को ना करके सांकेतिक रूप से किया जाए। जिसके कारण यह आरती 12 जून तक सांकेतिक रूप से की जाएगी।

राहुल शर्मा का कहना था कि त्रिवेणी घाट पर चल रहे सभी स्थानों पर निर्माण कार्य के दौरान बड़ी संख्या में गंगा आरती में आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा था। वही निर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। जिसे देखते उस निर्णय लिया गया है।