दहेज के लिए नवविवाहिता की गला घोंटकर बेरहमी से हत्या का आरोपी पति गिरफ्तार,  वहीं दूसरा मामला, पुत्र की चाहत में पत्नी पर पति ने किया हमला  दोनों मामलों को लेकर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने दिखाई सख्ती 



ऋषिकेश देहरादून 23 अप्रैल।  विवाहित महिलाओं पर परिवार की बर्बरता पर राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने सख्त-रुख अपनाते हुए एसएसपी को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में नवविवाहिता की गला घोंटकर बेरहमी से हत्या व पत्नी से पुत्र की चाहत में पत्नी पर फ्राईपेन से वार करने के मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने सख्ती दिखाई है। 

राजधानी देहरादून प्रेमनगर क्षेत्र में 2 माह पूर्व की नवविवाहिता को दहेज के लिए पति द्वारा गला दबाकर हत्या के मामले में आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने एसएसपी से मामले की जानकारी ली और साथ ही निर्देश देते हुए कहा कि इस मामले में जांच करते हुए हत्यारोपी पति के साथ दहेज के अन्य आरोपियों के विरुद्ध भी शीघ्रता से कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा की परिवार के सभी सदस्यों की पूछताछ की जाए। जिसपर एसएसपी ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी उसके पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, युवती के परिजनों से मिली शिकायत में उन्होंने परिवार के सभी 8 सदस्यों का नाम लिखाया है जिनके विरुद्ध जांच के साथ ही कार्रवाई की जा रही है। जांच में दोषी पाए गए सभी आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा तथा उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

वही दूसरे अन्य प्रेमनगर के एक और मामले में जिसमे पति द्वारा पत्नी से बेटे की चाहत में पत्नी के सिर पर फ्राईपैन से वार करने के मामले में उन्होंने निर्देश दिए है कि उक्त व्यक्ति के विरुद्ध शीघ्रता दिखाते हुए कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे। पीड़िता की रिपोर्ट के आधार पर जल्द से जल्द आरोपी के विरुद्ध मुदकमा दर्ज किया जाए और उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।

जिस पर मामले में एसओ प्रेमनगर ने बताया की इस प्रकरण में विवेचना चल रही है उक्त प्रकरण में पीड़ित महिला व आरोपी दोनों ही फिलहाल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती है। उन्होंने कहा कि 1 सप्ताह के भीतर विवेचना पूर्ण करते हुए आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षिका के फ्लैट में संदिग्ध परिस्थितियों में नाबालिग किशोरी का मिला शव , वहीं दूसरी ओर एक अन्य मामले में नाबालिग किशोरी के साथ इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर दुष्कर्म करने का मामला आया सामने  दोनों मामले में महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने लिया संज्ञान दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई के दिये निर्देश 



ऋषिकेश देहरादून 29 फरवरी। शिक्षिका के फ्लैट में संदिग्ध परिस्थितियों में नाबालिग किशोरी का शव मिलने से हड़कंप फैल गया।

बृहस्पतिवार की सुबह देहरादून के रेस कोर्स स्थित एक शिक्षिका के फ्लैट में एक नाबालिग नौकरानी का काम करती थी। आज सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में उक्त नाबालिग किशोरी का शव बाथरूम से पाया गया है।

उक्त मामले की जानकारी मिलते ही महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने तुरन्त संज्ञान लेते हुए एसएसपी देहरादून से फोन पर वार्ता की।

उन्होंने डीआईजी पी रेणुका से उक्त नाबालिग किशोरी की मौत के कारणों की स्पष्ट जांच किए जाने की बात की है। 
उन्होंने एसएसपी देहरादून को भी कड़ाई से निर्देश देते हुए कहा कि यदि उक्त नाबालिक ने सुसाइड किया है तो उसके सोसाइड के कारणों की जांच होनी चाहिए और यदि जांच में पाया जाता है कि सुसाइड नहीं की बल्कि अन्य कारणों से उक्त नाबालिग की मृत्यु हुई है तो उसमे संलिप्त आरोपियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। सभी तथ्यों की स्पष्ट जांच हो। यदि मामले में नाबालिग के साथ कही भी कुछ गलत कृत्य किया गया हो तो उक्त मामले के आरोपियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही नाबालिग से इस प्रकार से अपने फ्लैट में नौकरी करवाने वालो के व उसके माता पिता के विरुद्ध भी उक्त धाराओं में मामला लिखा जाना चाहिए।______________________________________

वहीं दूसरी ओर एक अन्य मामले में सेलाकुई निवासी एक 14 वर्षीय नाबालिग के साथ मुस्लिम युवक द्वारा इंस्टाग्राम पर कक्षा आठ की किशोरी को दोस्ती की आड़ में बहला फुसला कर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। 

मामले में पीड़िता ने अपने माता पिता सहित महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल से कार्यालय में मुलाकात की । इस दौरान उन्होंने जानकारी दी कि पीड़िता सेलाकुई के जूनियर हाईस्कूल में पढ़ती है जहां से आरोपी फरमान द्वारा उसे अपने परिचित ऑटो रिक्शा से एक कमरे में ले गया जहां उसने उसके कपड़े बदलवाए उसे बहला फुसलाकर पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि वहीं एक महिला भी थी जो कि ठीक नही थी।

जिस पर  महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने सख्त रुख करते हुए प्रकरण में एसओ सेलाकुई व एसएसपी देहरादून से भी फोन पर वार्ता की।

उन्होने फोन पर वार्ता करते हुए सभी आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। उन्होंने यह भी कहा कि मामले में सभी पहलुओं से जाँच की जाए और यदि इस मामले में कोई भी अन्य संलिप्त है या यह मामला तस्करी से संबंधित है तो इसकी गंभीरता से कार्रवाई की जाए।

जिसमें एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले के आरोपी फरमान को पोक्सो के अंतर्गत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

केंद्र व राज्य सरकार के नेतृत्व में महिलाओं को मिल रही हर क्षेत्र में प्राथमिकता: कुसुम कण्डवाल राज्य महिला आयोग अध्यक्ष ने नारी शक्ति सम्मान कार्यक्रम में किया प्रतिभाग 



रुद्रपुर 16 फरवरी।  जिला उधमसिंह नगर के मुख्यालय रुद्रपुर के नगर निगम सभागार में आयोजित कार्यक्रम नारी शक्ति सम्मान में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल के द्वारा गर्भवती महिलाओं की गोद भराई कराई गई, राज्य सरकार की ओर से 5 महिलाओं को महालक्ष्मी किट वितरित की गई तथा इस अवसर पर 6 शिशुओं का अन्नप्राशन भी कराया गया। कार्यक्रम में आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल द्वारा पांच महिला बीएलओ को श्रेष्ठ कार्य हेतु सम्मानित भी किया गया तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी मातृशक्ति को निष्पक्ष व बिना लालच के मतदान करने के लिए शपथ भी दिलाई गई।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि रहते हुए आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि आज केंद्र व राज्य सरकार के नेतृत्व में महिलाओं को हर क्षेत्र में प्राथमिकता मिल रही है।

आज हमारे राज्य की महिलाशक्ति आत्मनिर्भर हो रही है। उन्होंने कहा कि आज माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में महिलाए हर क्षेत्र में परचम लहरा रही है तथा राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी महिलाओं की सुरक्षा व उनके सशक्तिकरण के प्रति अत्यंत संवेदनशील है।
उन्होंने मातृशक्ति की सम्बोधित करते हुए कहा कि आज गर्व का विषय है कि राज्य के प्रमुख पदों में महिलाएं है। श्रीमती कण्डवाल ने यूसीसी पर राज्य के मुख्यमंत्री व केन्द्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त किया व इसके प्रति महिलाओं को जागरूक करते हुए कहा की यह कानून महिला सुरक्षा व महिलाओं के हितों की रक्षा का काम करेगा और इसका सर्वाधिक लाभ राज्य की मुस्लिम बहनों को मिलेगा उन्हें अब अन्य महिलाओं की भाँति अपने हक और अधिकार प्राप्त होंगे और तीन तलाक जैसी प्रताड़ना से नही झूझना पड़ेगा उन्हें समान अधिकार मिलेंगे।

साथ ही आयोग की अध्यक्ष श्रीमती कंडवाल ने कहा कि हम माता को यह भी देखना होगा कि हमारे बच्चे हमारी संस्कृति व संस्कारों से कैसे जुड़े उन्हें अपनी संस्कृति और संस्कारों की शिक्षा अवश्य देनी होगी क्योंकि यदि आज का युवा स्वस्थ होगा तभी वह शिक्षित भी होगा और स्वावलंबी भी होगा । यह सब संस्कारों के माध्यम से ही संभव है।कार्यक्रम का संचालन जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन द्वारा किया गया।

इस अवसर पर नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल, माही सकलानी, मनीषा राय, रजत दीक्षित, रोली कश्यप, सोनाली जोहरी सहित मातृशक्ति उपस्थित रही।

राज्य को पहली महिला मुख्य सचिव मिलने पर राज्य महिला आयोग ने जताया केन्द्रीय नेतृत्व व मुख्यमंत्री का आभार



ऋषिकेश 31 जुलाई। उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने उत्तराखण्ड राज्य को पहली महिला मुख्य सचिव मिलने पर खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि उत्तराखंड की महिलाओं के लिये यह गौरव का विषय है, मैं माननीय प्रधानमंत्री जी व माननीय मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करती हूँ, की आप महिला सशक्तिकरण की और महिलाओं को मजबूती देने की बात करते है उसे व आप धरातल पर भी उतारते है।

उन्होंने कहा कि यह फैसला हमारी आने वाली पीढ़ियों, बेटियों और महिला प्रशासनिक अधिकारियों को एक नई दिशा व प्रेरणा देने का काम करेगा।

इस अवसर पर उन्होंने नव निर्वाचित मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आप महिलाओं को साथ लेकर इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को बखूबी निभायेंगी और एक कुशल नेतृत्व की छाप छोड़ेंगी।

साथ ही उन्होंने कहा कि यह सच्चाई है कि महिलाएं हर क्षेत्र में काम कर रही है और आगे बढ़ रही है तथा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग व मार्गदर्शन से संकल्प से सिद्धि तक का सफर तय कर रही है।

पति के द्वारा अपनी पत्नी के अवैध संबंधों से प्रताड़ित हो आत्महत्या करने का मामला, बेटी द्वारा विडियो बना अपनी मां के विरुद्ध दिए बयान, मां पर लगाए परिजनों को डराने धमकाने के भी आरोप, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान ले महिला आयोग अध्यक्ष ने दिए जांच व कार्रवाई के निर्देश



देहरादून 13 जनवरी। सोशियल मीडिया पर तेजी से प्रसारित/ वायरल हो रही वीडियो में किशोरी द्वारा दिए जा रहे अपनी मां के विरुद्ध बयान में उनके द्वारा उसके पिता को प्रताड़ित करने पर आत्महत्या का मामला सामने आने पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने संज्ञान लिया है।

 तथा उक्त वीडियो में यह प्रदर्शित हो रहा है कि महिला के पति ने भी उक्त महिला से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली है वीडियो के द्वारा यह मामला जानकारी में आया है की जिला चमोली के कर्णप्रयाग ब्लॉक के ग्राम गवनी में रहने व्यक्ति की पत्नी भागीरथी रावत का जनपद पौड़ी गढ़वाल के पैठाणी में रहने वाले व्यक्ति वीरेन्द्र सिंह रावत का अवैध सम्बन्ध चल रहा था इस मामले में गवनी निवासी एक व्यक्ति अपनी पत्नी व वीरेन्द्र सिंह बिष्ट से परेशान होकर आत्महत्या कर ली गई है तथा उक्त महिला के द्वारा के परिवार के लोगों तथा अपनी बेटियों को भी डराया धमकाया जा रहा है। मामले के संज्ञान में आते ही मामले में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

प्रकरण प्रकाश में आने पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी व एसएसपी चमोली तथा जिलाधिकारी व एसएसपी पौड़ी को वीडियो भेज कर मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द जांच के लिए निर्देशित किया है साथ ही उन्होंने डीआईजी पी रेणुका से वार्ता करते हुए मामले की सत्यता को जल्द सामने लाने के लिए निर्देशित करते हुए कहा है कि यदि आत्महत्या की वजह उसकी पत्नी व प्रकरण में संलिप्त पुरुष है तो मामले में गम्भीरता से अति शीघ्र आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये।

वहीं उन्होंने कहा कि यदि यह मामला सत्य है तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है देवभूमि उत्तराखंड में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग परिवारों को जोड़ने के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है ऐसे में यदि इस प्रकार का मामला सामने आता है तो उत्तराखंड राज्य महिला आयोग कैसे दुराचारियों के विरुद्ध सख्ताई से कड़ी कार्यवाही कराएगा ।

और यदि कोई भी परिवार ऐसे किसी मामले से जूझ रहा है तो वह राज्य महिला आयोग में आने के लिए स्वतंत्र है उन परिवारों की काउंसलिंग कराकर उनके आपसी सुलह बनाई जाएगी और परिवार को बिगाड़ने या तोड़ने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

विश्व विख्यात फोटोग्राफर राकेश सहाय की स्मृति में त्रिवेणी घाट ऋषिकेश में आयोजित हुईं फोटो प्रदर्शनी



ऋषिकेश, 0 1 जनवरी । विश्व के विख्यात फोटोग्राफर राकेश सहाय की स्मृति में त्रिवेणी घाट ऋषिकेश पर उत्तराखंड के चुनिंदा फोटोग्राफर्सों की फोटोग्राफी प्रदर्शनी‌ डॉक्टर मनोज रागंढ एवं उनकी टीम के संयोजन में त्रिवेणी घाट पर आरती स्थल के पास आयोजित की गई ।

सोमवार को त्रिवेणी घाट पर आयोजित फोटो प्रदर्शनी ‌का शुभारंभ उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुमकंडवाल,टीएचडीसी के निदेशक कार्मिक शैलेंद्र सिंह ‌ अपर महा प्रबंधक कार्मिक डॉ ए एन त्रिपाठी , विजय खरोला, ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। जिसमें एक दर्जन से अधिक लोगों को फोटो प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने वाले फोटोग्राफरों को अतिथियों ने सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर नए वर्ष के कैलेंडर का विमोचन भी किया गया। उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए ने कहा कि त्रिवेणी घाट पर आयोजित आज इस फोटो ग्राफरों द्वारा संपूर्ण उत्तराखंड सहित विश्व के प्रमुख स्थानों की सुंदर और ऐतिहासिक ‌लगाई गई फोटो ‌प्रदर्शनी ने ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट को एक स्थान उपलब्ध करवाए जाने का कार्य किया है। जिसका लाभ यहां आने वाले तीर्थ यात्रियों‌ और पर्यटकों को मिलेगा, इस अवसर टीएचडीसी के निदेशक कार्मिक शैलेंद्र सिंह ने कहा कि जिसको कोई देख नहीं सकता वह फोटो के माध्यम से बोल और देख सकता है।

इस अवसर पर उत्तराखंड के वरिष्ठ फोटोग्राफर जेपी मेहता, राहुल तलवार, कंचन रामगढ़, सुरेश डोभाल, कृष्णा रावत डोभाल, प्रमोद उनियाल ,और फोटोग्राफर , कृष्ण कुमार उप्रेती, चंद्रवीर पोखरियाल भी उपस्थित थे।

दुष्कर्म पीड़िता ने किया आत्महत्या का प्रयास, पीड़ित महिला द्वारा गर्भपात के लिए कोर्ट में की थी प्रार्थना, परिजनों संग आईं पीड़िता ने कोर्ट परिसर में खाया जहरीला पदार्थ, महिला आयोग अध्यक्ष ने दिए जांच के निर्देश



ऋषिकेश/ देहरादून/ रुड़की 13 दिसंबर। महिला के साथ दुष्कर्म के बाद गर्भवती होने पर पीड़ित महिला द्वारा कोर्ट में गर्भपात के लिए चल रही सुनवाई के दौरान परिजनों के संग कोर्ट आई पीड़ित महिला द्वारा जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास करने का मामला सामने आया है।

जिस पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रुड़की निवासी दुष्कर्म के बाद महिला लगभग 5 माह पूर्व गर्भवती हो गई थी। जिससे पीड़ित महिला द्वारा गर्भपात के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया गया था। जिसकी कोर्ट में तारीख चल रही थी, इसलिए आज वह अपने परिजनों के साथ कोर्ट परिसर में तारीख पर आई थी। जहाँ उसने कोई जहरीला पदार्थ खाया था।

मामले में उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने संज्ञान लेते हुए तत्काल जानकारी ली और पीड़िता के स्वास्थ्य की जानकारी के लिए सिविल अस्पताल रुड़की में डॉक्टर वंदना भारद्वाज से बात की जिन्होंने बताया है कि अब पीड़िता खतरे से बाहर है बहुत मुश्किल से नली डालकर उसका जहर बाहर निकाला है।

वहीं मामले में आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने एसएचओ गंगनहर रुड़की से वार्ता करते हुए उक्त मामले जांच के आदेश दिए है .

जिस पर एसएचओ ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर आरोपी को बीते 9 नवंबर को आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया था। जो कि अभी जेल में है। वहीं पीड़िता का एक मुकदमा गर्भपात के लिए कोर्ट में विचाराधीन है, जिसमें वह सुनवाई के लिए आई थी। इसी दौरान पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास कर लिया है।

उक्त मामले में महिला आयोग ने गंभीरता से जांच व आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए है साथ ही उन्होंने पीड़िता की काउंसलिंग कराने के लिए भी निर्देशित किया है।

उत्तराखण्ड राज्य महिला नीति को जल्द लागू कराने का निर्णय समस्त मातृशक्ति का सम्मान: पुष्कर सिंह धामी  महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का किया आभार व्यक्त



देहरादून 10 नवंबर। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा समस्त उत्तराखण्ड राज्य की महिला नीति को महिला जल्द लागू कराने के निर्णय पर उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा की यह घोषणा राज्य की समस्त मातृशक्ति का सम्मान है और ऐसे विशेष दिन इस नीति को जल्द लागू कराने की घोषणा की गई जो कि स्वयं में मातृशक्ति को समर्पित है। क्योंकि यह राज्य हमें मातृशक्ति के संघर्ष के देन है।

महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग के स्थापना दिवस 11 नवम्बर की शुभकामनाएं देते हुए कहा यह बहुत ही हर्ष का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की डबल इंजन की सरकार द्वारा इस नीति को राज्य की आधी आबादी राज्य की महिलाओं के हित के किये लागू किया जाएगा।

महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने बताया कि महिला आयोग के नेतृत्व में दिसम्बर 2022 में इस नीति का द्वितीय ड्राफ्ट तैयार होने के बाद आयोग ने महिला नीति में राज्य की महिलाओं के सुझाव के लिए, इसके बाद मार्च में महिला आयोग ने इस नीति के ड्राफ्ट को शासकीय क्रियान्वयन के लिए शासन को सौंपा था। जिस पर उत्तराखंड राज्य योजना विभाग ने सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एंड गुड गवर्नेंस (CPPGG) नियोजन विभाग को महिला नीति के ड्राफ्ट को और समृद्ध करते हुए विभिन्न विषयों के एक्सपर्ट, स्टॉकहोल्डर्स व अधिकारियों के साथ अंतिम रूप देकर तैयार कर लिया है।

उन्होंने कहा कि यह बहुत ही गर्व का विषय है कि राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में ये ऐतिहासिक कार्य “उत्तराखण्ड राज्य की महिला नीति” को लागू कराने का निर्णय लिया जा रहा है जो कि राज्य की महिलाओं के सर्वांगीण विकास समृद्ध व सशक्त बनाने का काम करेगा और शहरी महिलाओं के साथ दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को भी मजबूती देने का काम करेगा।

महिलाओं के विरुद्ध अश्लील और अश्लील व अशोभनीय बयान देकर फंसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यादव, देखिए वीडियो, ऐसा क्या कह दिया नीतीश कुमार यादव ने, महिलाओं के खिलाफ हुए बयान से पूरे देश में गरमाई राजनीति भाजपा ने लिया अड़े हाथो तो वहीं उत्तराखंड राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने इस्तीफा मांगते हुए माफी मांगने की करी मांग



दिल्ली/ बिहार 8 नवंबर।  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यादव द्वारा बिहार विधानसभा में मंगलवार को जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए महिलाओं के प्रति अश्लील भाषा का प्रयोग करते हुए और गंदे और भद्दे इशारे करने के चलते हुए सुशासन बाबू कहे जाने वाले नीतीश कुमार यादव की पूरे देश में इस तरह की अश्लील और अश्वनीय भाषा के विरोध में पूरे देश में जहां राजनीतिक गरमा गई है।

वहीं उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने भी इस बयान को अड़े हाथों लेते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यादव से माफी मांगते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा मांगने की मांग की है।

मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण पर महिलाओं के लिए जो अपमानजनक शब्द प्रयोग किए गए वो अत्यंत शर्मनाक है। उन्होंने विधानसभा की गरिमा तथा मुख्यमंत्री पद को भी शर्मसार किया है।

आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि महिला आयोग इस घटना की घोर निन्दा करता है।उन्होंने कहा कि नितिश कुमार द्वारा बिहार विधानसभा सदन के दौरान जनसंख्या पर रोकथाम विषय पर महिलाओं के लिए अश्लील व अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के प्रति इस तरह की भावना व बयान दिया जाना संवेदनहीन प्रतीत होता है। आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि जहां एक ओर भारत देश महिला सशक्तिकरण की ओर नए आयाम स्थापित करते हुए आगे बढ़ रहा हैं, वहीं दूसरी ओर महिलाओं के विरूद्ध इस तरह के बयान महिला सुरक्षा के दृष्टिगत गम्भीर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री का यह बयान लोकतंत्र का अपमान है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्र की समस्त मातृशक्ति से माफी मांगते हुए तत्काल अपने पद को त्याग पत्र दे देना चाहिए।

वहीं उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग की  माननीय अध्यक्ष से भी इसमें कार्यवाही करने के लिए निवेदन किया है और कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति इस तरह की भावना महिला असुरक्षा एवं पुरूष की अभद्र मानसिकता को प्रदर्शित कर रहा है। महिलाओं के प्रति ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। इस सन्दर्भ में बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार को अपने पद से इस्तीफा देते हुए लिखित रूप में माफी मांगनी चाहिए।

24 दिन से लापता विवाहित महिला को पुलिस ने किया रेस्क्यू, परिजनों ने पड़ोस की महिला पर बहला फुसला कर साथ ले जाने का लगाया था आरोप, महिला आयोग अध्यक्ष ने आरोपी महिला की गंभीरता से जांच करने के दिए निर्देश



ऋषिकेश 3 अक्टूबर । ऋषिकेश गुमानी वाला क्षेत्र से पिछले 24 दिन से लापता एक विवाहित महिला के गायब होने जाने पर परिजनों द्वारा पड़ोस की महिला पर बहला फुसला  कर साथ ले जाने के आरोप लगाते हुए ऋषिकेश पुलिस थाने में एक मामला दर्ज कराया गया था ।जिस पर महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा उक्त विवाहित महिला को गोंडा से बरामद कर लिया गया है।

बताते चलें ऋषिकेश के गुमानीवाला की एक विवाहित महिला के 11 सितंबर 2023 को अचानक कहीं गायब हो जाने का मामला सामने आने पर परिजनों ने थाने में रिपोर्ट कराई थी। परिजनों ने पड़ोस की एक महिला पर आरोप लगाया था कि वह उक्त विवाहित महिला को बहला फुसला कर कहीं ले गई है। जिस पर पुलिस ने छानबीन शुरू करी थी।

परंतु कुछ दिन तक उसकी जानकारी न मिलने के पश्चात परिजनों द्वारा उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल से मुलाकात कर मामले की जानकारी दी गई। जिस पर महिला आयोग के अध्यक्ष ने सख्ताई से कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया तथा वहीं उन्होंने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को भी उक्त महिला की खोज के लिए सक्रिय किया। जिस पर कुछ दिन के बाद महिला की लोकेशन ट्रेस की गई जिसे गोंडा से कल रेस्क्यू कर लिया गया।

जिस पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने पुलिस के अधिकारियों को बधाई देते हुआ कहा कि ऐसे मामले बढ़ने लगे है जिस पर अंकुश लगाना अत्यंत आवश्यक है। पुलिस को ऐसे प्रकरणों में तत्काल जांच व कार्यवाही करनी चाहिये।

वहीं आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मामले में एसओ ऋषिकेश को गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं तथा उन्होंने कहा है कि यदि उसे कोई महिला पड़ोस की किसी महिला को बहला फुसला कर इतनी दूर तक क्यों ले गई थी तो उसे महिला की जांच होनी चाहिए कि उसके पीछे उसका क्या उद्देश्य है उसे स्पष्ट किया जाना अत्यंत आवश्यक है।