24 दिन से लापता विवाहित महिला को पुलिस ने किया रेस्क्यू, परिजनों ने पड़ोस की महिला पर बहला फुसला कर साथ ले जाने का लगाया था आरोप, महिला आयोग अध्यक्ष ने आरोपी महिला की गंभीरता से जांच करने के दिए निर्देश



ऋषिकेश 3 अक्टूबर । ऋषिकेश गुमानी वाला क्षेत्र से पिछले 24 दिन से लापता एक विवाहित महिला के गायब होने जाने पर परिजनों द्वारा पड़ोस की महिला पर बहला फुसला  कर साथ ले जाने के आरोप लगाते हुए ऋषिकेश पुलिस थाने में एक मामला दर्ज कराया गया था ।जिस पर महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद कड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा उक्त विवाहित महिला को गोंडा से बरामद कर लिया गया है।

बताते चलें ऋषिकेश के गुमानीवाला की एक विवाहित महिला के 11 सितंबर 2023 को अचानक कहीं गायब हो जाने का मामला सामने आने पर परिजनों ने थाने में रिपोर्ट कराई थी। परिजनों ने पड़ोस की एक महिला पर आरोप लगाया था कि वह उक्त विवाहित महिला को बहला फुसला कर कहीं ले गई है। जिस पर पुलिस ने छानबीन शुरू करी थी।

परंतु कुछ दिन तक उसकी जानकारी न मिलने के पश्चात परिजनों द्वारा उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल से मुलाकात कर मामले की जानकारी दी गई। जिस पर महिला आयोग के अध्यक्ष ने सख्ताई से कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया तथा वहीं उन्होंने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को भी उक्त महिला की खोज के लिए सक्रिय किया। जिस पर कुछ दिन के बाद महिला की लोकेशन ट्रेस की गई जिसे गोंडा से कल रेस्क्यू कर लिया गया।

जिस पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने पुलिस के अधिकारियों को बधाई देते हुआ कहा कि ऐसे मामले बढ़ने लगे है जिस पर अंकुश लगाना अत्यंत आवश्यक है। पुलिस को ऐसे प्रकरणों में तत्काल जांच व कार्यवाही करनी चाहिये।

वहीं आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने मामले में एसओ ऋषिकेश को गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं तथा उन्होंने कहा है कि यदि उसे कोई महिला पड़ोस की किसी महिला को बहला फुसला कर इतनी दूर तक क्यों ले गई थी तो उसे महिला की जांच होनी चाहिए कि उसके पीछे उसका क्या उद्देश्य है उसे स्पष्ट किया जाना अत्यंत आवश्यक है।

डेढ़ महीने से लापता नाबालिक बेटी की सकुशल बरामदगी के लिए परिजनों ने महिला आयोग अध्यक्ष से लगाई गुहार, पुलिस की कार्रवाई से नाखुश परीजन परिजनों द्वारा पड़ोस में रहने वाले युवकों पर बहला फुसला कर ले जाने का लगाया आरोप, महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने संज्ञान ले पुलिस से अपडेट लेते हुए परिजनों को दिया आश्वासन



ऋषिकेश 21 सितंबर। बीती अगस्त के प्रथम सप्ताह से लापता नाबालिक लड़की के परिजनों द्वारा पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट न होने पर उत्तराखण्ड महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल से मुलाकात कर गुहार लगाई ।

जिस पर महिला आयोग अध्यक्ष ने डीआईजी पी रेणुका, सीओ सिटी संदीप नेगी व कोतवाल ऋषिकेश को फोन कर इस मामले में तुरंत जानकारी मांगी जिस पर डी आई जी पी रेणुका,  सीओ सिटी संदीप नेगी व कोतवाल ऋषिकेश द्वारा उनको नाबालिक लड़की के लापता मामले में अपडेट करते हुए उनको पुलिस की आगे की कार्रवाई के बारे में बताया।

शिवाजी नगर निवासी राम श्रवण द्वारा बताया कि उनकी नाबालिक बेटी बीती 7 अगस्त को लापता हो गई थी उन्हे शक है कि उनके ही पड़ोस में रहने वाले कुछ युवकों द्वारा उनकी बेटी को बहला फुसलाकर अपने साथ कहीं पर ले गए हैं जिस पर बालिका के परिजनों द्वारा एम्स पुलिस चौकी में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई जिसके आधार पर पुलिस द्वारा ऋषिकेश कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।

परंतु डेढ़ महीना बीत जाने के पश्चात भी उनकी बेटी का अभी तक कुछ पता नहीं चला है जबकि लड़की के पिता का यह भी कहना है कि उन्होंने जिन युवकों पर आरोप लगाया है उनके दुसरे शहर का पता और फोन नंबर भी उनके द्वारा पुलिस को दे दिया गया है लेकिन पुलिस इस पर अभी तक सही तरीके से कार्य नहीं कर रही है।

जिस पर उन्होंने उत्तराखंड राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल से भी बालिका की सकुशल बरामदगी के लिए गुहार लगाई।

महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने तुरंत इस मामले पर सीओ सिटी संदीप नेगी और कोतवाल ऋषिकेश से इस मामले में जानकारी मांगी।जिस पर सीओ सिटी संदीप नेगी व पुलिस उप निरीक्षक दर्शन काला ने बताया कि उक्त मामले में नाबालिक लड़की की सकुशल वापसी के लिए लगातार एसओजी की टीमों को रवाना किया जा रहा है। जल्द ही नाबालिक लड़की की सकुशल वापसी कर ली जाएगी।

महिला आयोग अध्यक्ष ने पीड़ित परिजनों को आश्वासन देते हुए कहा कि वह लगातार इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं तथा लगातार पुलिस के संपर्क में रहकर इस मामले में अपडेट लेती रहेगी आशा करती है कि बालिका की जल्द ही सकुशल बरामदगी कर ली जाएगी।

केंद्रीय कैबिनेट में महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी मिलने पर उत्तराखण्ड महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने पीएम का जताया आभार,महिलाओं को राजनीति में सम्मान देने और नीति निर्धारण की अग्रणी भूमिका में लाने के लिए मोदी सरकार का सराहनीय कदम – कुसुम कण्डवाल



ऋषिकेश देहरादून 19 सितंबर।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लोकसभा एवं राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण से जुड़े बिल को मंजूरी दे दी गई है।

उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा है की नए भारत के सक्षम नेतृत्व ने प्रधानमंत्री मोदी  के मार्गदर्शन में दृढ़इच्छा शक्ति से दशकों से लंबित पड़े महिला आरक्षण विधेयक “नारीशक्ति वंदन अधिनियम 2023” को केंद्रीय कैबिनेट में मंजूरी मिली है।

जो कि महिलाओं को राजनीति में सम्मान देने और राजनैतिक रूप से नीति निर्धारण में अहम रूप से अग्रणी भूमिका में लाने के लिए का सराहनीय कदम है और इस सराहनीय कदम के लिए मैं उत्तराखण्ड की समस्त मातृशक्ति की ओर से आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  व उनकी सम्पूर्ण कैबिनेट का आभार व हार्दिक धन्यवाद करती हूँ।

उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी की कैबिनेट द्वारा महिला आरक्षण बिल को मंजूरी मिलना एक ऐतिहासिक निर्णय है। क्योंकि महिलाओं में नेतृत्व करने का तथा सभी कार्यों को कुशलता से पूर्ण करने की क्षमता होती है वह अगर एक परिवार को चला सकती है तो वह साथ ही अपने मौहल्ले, समाज, राज्य और देश का भी नेतृत्व कर सकती है।अंत मे उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार ने आज महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी देकर महिला सशक्तिकरण का एक नया अध्याय शुरू कर दिया है। यह ‘महिला आरक्षण विधेयक’ भारत में नारी सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा तथा हमारे देश की मातृशक्ति में राजनैतिक नेतृत्व करने की क्षमता, उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा और महिलाओं को राजनैतिक रूप से गति देगा।