चार धाम यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कर रहे हैं लगातार मॉनिटरिंग चारधामों में ऑनलाइन रूप से कुल 26,73,519जबकि ऑफलाइन के माध्यम से कुल 1,42,641 रजिस्ट्रेशन हुए यात्रियों की स्वास्थ्य जांच के लिए ऋषिकेश में स्क्रीनिंग के इंतजाम के साथ ही पूछी जा रही है मेडिकल हिस्ट्री गढ़वाल आयुक्त ने व्यवस्थाओं की दी जानकारी



ऋषिकेश देहरादून 15 मई । गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने चारधामों में राज्य सरकार की ओर से की गई तैयारियों व व्यवस्थाओं को लेकर सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में सुगम व सुरक्षित यात्रा के संचालन के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हर श्रद्धालु को दर्शन का लाभ मिले। हमें इसी में संतुलन बनाकर चलना है कि श्रद्धालुओं की यात्रा भी सुरक्षित हो और उन्हें दर्शन का लाभ भी मिले।

गढ़वाल आयुक्त ने बताया कि चारधामों में 14 मई तक ऑनलाइन कुल 26 लाख 73 हजार 519 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। गंगोत्री में 4 लाख 21 हजार 366, यमुनोत्री में 4 लाख 78 हजार 576, श्री बद्रीनाथ धाम में 9 लाख सात हजार 60 और केदारनाथ धाम में कुल 8 लाख 13 हजार 558 जबकि श्री हेमकुंड साहिब के लिए 59,312 पंजीकरण हो चुके हैं। इसके अलावा हरिद्वार एवं ऋषिकेश में 8 से 14 मई तक ऑफलाइन के माध्यम से कुल 1,42,641 पंजीकरण हुए हैं। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री में 59,158, गंगोत्री में 51,378, केदारनाथ में 1,26,306 व बद्रीनाथ धाम में 39,574 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।

*पहले दिन, पिछले वर्ष की तुलना में कहीं अधिक संख्या में पहुँचे श्रद्धालु*

गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि यह देवभूमि उत्तराखंड का सौभाग्य है कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। इसके साथ-साथ कुछ चुनौतियां भी होती हैं, जिसके लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री धाम में पांच किमी का रास्ता बेहद संकरा है और यहां पर एक समय में सीमित संख्या में ही लोग आवागमन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि गत वर्ष जब कपाट खुले थे तो कुल 6,838 श्रद्धालु आए थे जबकि इस वर्ष कपाट खुलने वाले दिन 12,193 यात्री आये। इसी तरह केदारनाथ धाम में गत वर्ष कपाट खुलने पर 18,335 तो इस वर्ष लगभग 29 हजार श्रद्धालु मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में कहीं ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिस कारण कुछ परेशानियां हो रही हैं, लेकिन इन्हें भी दूर करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यमुनोत्री धाम के जानकी चट्टी में कुल 15,455 श्रद्धालु थे जिनमें से आज सुबह 10 बजे तक कुल 4 हजार दर्शन भी कर चुके थे। गंगोत्री में 3902, केदारनाथ में सुबह 10 बजे तक 8194 एवं बद्रीनाथ में 4518 ने दर्शन किये।

*श्रद्धालुओं की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता, यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जा रहा*

गढ़वाल मंडल आयुक्त ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनको सुरक्षित वापस पहुँचाना राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर कुछ यात्रियों को यमुनोत्री व गंगोत्री मार्ग पर ठहराया भी जा रहा है। सूखी टॉप से लौटते समय व गंगनानी से आगे गेट सिस्टम लागू किया गया है। यहां पर सिंगल रोड है इसलिए भी ठहराव की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन की ओर से तमाम वीडियोज भी शेयर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है और हम अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं देने का प्रयास कर रहे हैं।

*मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए अहम निर्णय, बगैर रजिस्ट्रेशन यात्रा न करें श्रद्धालु, बिना रजिस्ट्रेशन वाले यात्रियों को ले जाने पर संबंधित वाहनों के परमिट भी होंगे सस्पेंड*

उन्होंने बताया कि आज सुबह सचिवालय में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें यह तथ्य सामने आया कि ऑफलाइन पंजीकरण में जिन लोगों को उदाहरण के तौर पर 20,21,22 मई के लिए पंजीकरण कराया गया था, उनके द्वारा भी पहले ही यात्रा कर ली जा रही है। इस कारण भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव ने निर्देश दिये हैं कि आज से स्थानीय स्तर पर आरटीओ एवं जिला प्रशासन की टीमें सख्ताई से चेकिंग करेंगे। साथ ही इस बात का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा कि चेकिंग के चलते यातायात व्यवस्था बाधित न हो। अगर कोई टूर ऑपरेटर पंजीकरण वाले दिनों से इतर यात्रियों को ले जाते हुए मिलता है तो यात्रियों को होल्ड करने के साथ ही वाहनों के परमिट भी सस्पेंड किये जायेंगे। साथ ही एक एडवाइजरी अन्य राज्यों को भी जारी करने के लिए कहा जा रहा है कि वह लोगों से अपील करें कि रजिस्ट्रेशन उपरांत यात्रा करें। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन पौड़ी और टिहरी को भी यात्रा रूट पर होल्डिंग एरियाज को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं। जहां वाहनों की पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था हो और श्रद्धालुओं को भोजन पानी सब उपलब्ध कराया जाए। जो श्रद्धालु अपने से बाजार आदि जाना चाहता है उन्हें इसकी अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को चाहिए कि बगैर रजिस्ट्रेशन के यात्रा न करें। जिनके पंजीकरण बाद के हैं वे उसी समय यात्रा करें।

*बल्क मैसेज से दी जा रही जानकारी*

गढ़वाल आयुक्त ने बताया कि बल्क एसएमएस के माध्यम से होल्ड रेश्यो की जानकारी दी जा रही है, की उन्हें कितनी देर और रुकना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यात्रा व्यवस्था को लेकर बेहद गंभीर हैं और उनके द्वारा लगातार अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं। सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम को उत्तरकाशी में कैम्प करने के निर्देश दिए गए हैं। व्यवस्था बनाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है

*श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग को किये गए हैं पर्याप्त इंतजाम*

उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच संबंधी स्क्रीनिंग के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से ऋषिकेश में इसका जायजा लिया है। जो भी श्रद्धालु आ रहे हैं, उन्हें स्क्रीनिंग के लिए पर्ची प्रदान की जा रही है। साथ ही उन्हें एक फॉर्म भी दिया जा रहा है जिसमें उनसे उनके स्वास्थ्य संबंधी हिस्ट्री पूछी जा रही है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को भी चाहिए कि वे अपनी स्वास्थ्य के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करें। यह चारों ही धाम हाई एल्टीट्यूड में हैं जहां एकाएक गर्म स्थानों से आये लोगों को परिस्थितियों में ढलने में दिक्कत होती है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग कि ओर से कुल 14 भाषाओं में स्वास्थ्य एडवाइजरी भी जारी की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक अलग अलग स्थानों पर 11 लोगों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। गढ़वाल आयुक्त ने कहा कि केदारनाथ धाम के लिए 18 हजार प्रतिदिन व यमुनोत्री में 8 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन के लिहाज से पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के अनुरूप यात्रा सुरक्षित और सुगम तरह से चले यह सुनिश्चित किया जा रहा है।

विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट सेना के भक्तिमय बैंड की सुर लहरियां के साथ विधि विधान से खुले , दस हजार से ज्यादा तीर्थ यात्री बने कपाट खुलने के साक्षी, 



बद्रीनाथ धामः 12 मई। विश्वप्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट वैदिक मंत्रोचारण एवं सेना गढ़वाल स्काउट जोशीमठ के बैंड की भक्तिमय स्वर लहरियों एवं जय बदरीविशाल के उदघोष के साथ विधि-विधान से आज रविवार को प्रातः 6 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गये हैं। इस अवसर पर दस हजार से अधिक तीर्थ यात्री कपाट खुलने के साक्षी बने।

कपाट खुलने के दौरान वेदवेदांग संस्कृत महाविद्यालय जोशमठ के छात्रों शिक्षकों द्वारा श्री बदरीनाथ मंदिर सिंह द्वार पर स्वास्तिवाचन किया गया। बदरीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश द्वारा बदरीनाथ मंदिर को भब्य रूप से फूलों से सजाया गया था। बदरीनाथ में कल रात से रूक- रूककर बारिस हो रही थी लेकिन आज कपाट खुलते समय हल्की बूंदाबांदी हुई लेकिन मौसम साफ रहा समीपवर्ती पहाड़ियों पर बर्फ साफ दिखाई दे रही थी।
दानीदाताओं तथा भारतीय सेना ने तीर्थयात्रियों के लिए भंडारे का आयोजन किया माणा महिला मंगल दल द्वारा पारंपरिक चांचड़ी , चौंफुला नृत्य से भगवान बदरीविशाल एवं यात्रियों का स्वागत किया।
जिला मुख्यालय से आये प्रादेशिक रक्षा दल के महिला बैंड की भी धूम रही। मंदिर समिति स्वयं सेवकों, पुलिस, आईटीबीपी, होमगार्ड द्वारा दर्शन व्यवस्था में पर्याप्त योगदान किया गया।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति(बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कपाट खुलने के अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं कहा कि मंदिर समिति तीर्थ यात्रियों को भगवान बदरीविशाल के सरल- सुगम दर्शनों हेतु प्रतिबद्ध है इस यात्राकाल में भी भारी संख्या में तीर्थ यात्री श्री बदरीनाथ धाम दर्शन हेतु पहुंचेंगे।

कपाट खुलने की प्रक्रिया के अंतर्गत बीते शनिवार शाम को योग बदरी पांडुकेश्वर से श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी तथा आदि गुरू शंकराचार्य की गद्दी बदरीनाथ धाम के रावल गाइूघड़ा तेलकलश श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गया था। रविवार 12 मई को प्रातः साढ़े तीन बजे से बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय सहित मंदिर समिति पदाधिकारी एवं सदस्य तथा विशिष्ट अतिथि रावल, धर्माधिकारी वेदपाठी, साधु- संत तथा हकहकूकधारी क्रमश डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत, मेहता, भंडारी कमदी थोक के प्रतिनिधि मंदिर समिति अधिकारी, कर्मचारी मंदिर परिसर में पहुंच गये थे।
रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी सहित धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल एवं वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने द्वार पूजन किया।पूजा- अर्चना, वैदिक मंत्रोचारण के पश्चात रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट खोल दिये कपाट खुलते ही मां लक्ष्मी मंदिर गर्भ गृह से अपने मंदिर परिक्रमा स्थित मंदिर में विराजमान हो गयी तथा श्री उद्धव जी एवं श्री कुबेर जी सहित गाडू घड़ा तेलकलश बदरीश पंचायत में विराजमान हो गये। इस दौरान संपूर्ण बदरीनाथ धाम में में जय बदरीविशाल का उदघोष होने लगा तथा अभिषेक से पहले भगवान बदरीविशाल के निर्वाण दर्शन शुरू हुए तथा दिन में अभिषेक के बाद भगवान बदरीविशाल के निर्वाण दर्शन होंगे।

जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही सभी निकटवर्ती मंदिरों श्री गणेश मंदिर, श्री घंटाकर्ण मंदिर, श्री गरूड़ मंदिर,श्री लक्ष्मी माता मंदिर,श्री आदि केदारेश्वर मंदिर,आदि गुरू शंकराचार्य मंदिर मातामूर्ति मंदिर तथा भविष्य बदरी मंदिर सुवाई तपोवन के कपाट भी खुल गये हैं।

इस अवसर पर स्वामी मुकुंदानंद महाराज,स्वामी गोविंदानंद महाराज, संस्कृति एवं कला परिषद की उपाध्यक्ष मधु भट्ठ, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, एसपी सर्वेश पंवार, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मंदिर समिति सदस्य कृपाराम सेमवाल,वीरेंद्र असवाल, आशुतोष डिमरी, भास्कर डिमरी, मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह, ग्राम प्रधान पीतांबर मोल्फा, प्रभारी अधिकारी अनिल ध्यानी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, थाना प्रभारी एलपी बिजल्वाण,ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित, राजेंद्र सेमवाल मीडिया प्रभारी डा़ हरीश गौड़,राज परिवार से ठाकुर भवानी प्रताप सिंह, राजगुरू कांता प्रसाद नौटियाल, कृष्णानंद नौटियाल, विनोद डिमरी, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट,विवेक थपलियाल जेई गिरीश रावत, जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी, लेखाकार भूपेंद्र रावत,संदेश मेहता दफेदार कुलानंद पंत, हरेंद्र कोठारी आदि मौजूद रहे।

तीर्थ नगरी ऋषिकेश से हुआ चार धाम यात्रा का शुभारंभ, 135 बसों में 4000 श्रद्धालु हुए रवाना,  कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल,माता मंगला,भोले  महाराज,  प्रीतम सिंह , अनिता ममगांई, वत्सल शर्मा ने संयुक्त रूप से बसों को दिखाई हरी झंडी



ऋषिकेश 09 मई । जय बद्री जय केदार के उद्धघोष शंखनाद के साथ  चारधाम यात्रा-2024 का औपचारिक श्रीगणेश उत्तराखंड के वित्त, शहरी विकास एवं आवास विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन एवं जनगणना मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल और हंस फाउंडेशन के संस्थापक माता मंगला व भोले  महाराज, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह , निवर्तमान मेयर अनिता ममगांई ने संयुक्त रूप से बसों को हरी झंडी दिखाकर शुरू किया। इस मौके पर 135 वाहनों में 4000 श्रद्धालुओं को रवाना किया गया। इस दौरान ऋषिकुमारों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण, ढोल बाजो से पंडाल गूंज उठा।

गुरूवार को प्रत्येक वर्ष चारधाम यात्रा संचालित करने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के तत्वावधान में यात्रा का औपचारिक शुभारंभ किया गया। क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड आगमन पर सभी चारधाम यात्रियों का स्वागत करते हुए उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने की भगवान से प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के रिकॉर्ड इस बार चारधाम यात्रा में टूटने जा रहे है, कहा कि इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयार है। इसकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है। बताया कि सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को कहा गया है कि चारधाम यात्रा पर लगे सभी वाहनों की फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि बिना फिटनेस वाली गाड़ी के संज्ञान में आने पर कठोर कार्यवाही की जाए।

 अग्रवाल  ने सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किया जाए, सरकार के पास सभी यात्रियों का पूरा रिकॉर्ड होना चाहिए। डा. अग्रवाल जी ने कहा कि चारधाम यात्री हमारे मेहमान हैं और हमारी संस्कृति ‘अतिथि देवो भवः‘ की है। अतिथियों का सत्कार हमारा फर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों के साथ किसी तरह की दिक्कतें न हो, इसका ख्याल भी पूरी तरह से किया गया है। सोशल मीडिया के जरिए भी यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है।

 अग्रवाल ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रियों को सुविधाओं का राज्य सरकार ने विशेष ख्याल रखा है, इसमें मोबाइल टॉयलेट की समुचित व्यवस्था की गई है। साफ सफाई का विशेष ख्याल रखा गया है। इसके अलावा कीटनाशक दवाओं का उपयोग भी प्रतिदिन किया जा रहा है। कहा कि यात्रियों की सुविधाओं के लिए राज्य सरकार ने होटल, रेस्टोरेंट आदि से बिल में सर्विस चार्ज न लेने को कहा है, कहा कि सर्विस चार्ज के लिए यात्रियों को बाध्य नहीं कर सकते।

 अग्रवाल ने प्रदेश की जनता से आग्रह किया है, कि यात्रियों को हर यथा संभव सहयोग करे। जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और यहां से वापस जा कर अपने प्रदेश में यात्रा के प्रति सकारात्मक सोच पैदा कर सकें। उन्होंने कहा कि मेडिकल की सुविधा बेहतर मिले, इसके लिए सरकार तैयार है।

संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के पूर्व अध्यक्ष सुधीर राय के संचालन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान  महंत वत्सल शर्मा, महंत ऋषिराज सुनील भगत, रविन्द्र राणा,  सुमित पंवार, अध्यक्ष संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति नवीन चंद रमोला, ललित मोहन मिश्र, राजेन्द्र बिष्ट, कपिल गुप्ता, राजेन्द्र बिष्ट, संजय शास्त्री, अध्यक्ष जीएसओयू लिमिटेड कोटद्वार जीत सिंह पटवाल, अध्यक्ष टीजीएमओसी ऋषिकेश जितेंद्र सिंह नेगी, निवर्तमान अध्यक्ष यातायात पर्यटन विकास समिति संघ लि. ऋषिकेश मनोज ध्यानी, अध्यक्ष गढ़वाल कान्ट्रेक्ट कैरिएव ऋषिकेश, अध्यक्ष रूपकुंड पर्यटन विकास कर्णप्रयाग भूपाल सिंह नेगी, सचिव सीमांत सहकारी संघ चमोली नंदन सिंह भंडारी, सचिव गढ़वाल मंडल बहु. सहकारी संघ पौड़ी रमेश चंद्र उप्रेती, प्रशासक यूजर्स रामनगर पान सिंह राणा, अध्यक्ष दूनवैली देहरादून कृष्णा पंत, प्रभारी नवीन तिवाड़ी, सुधीर राय, भानु प्रकाश रांगड़ आदि उपस्थित रहे।

चार धाम जाने वाले यात्रियों के ऑफलाइन पंजीकरण के लिए उमड़ी भीड़, ऋषिकेश में शुरू हुए आठ काउंटर, प्रतिदिन किस धाम पर कितने होंगे पंजीकरण के साथ सरकार ने यात्रियों के लिए क्या-क्या करी तैयारी पढिए पूरी खबर



ऋषिकेश,08 मई । चार धाम यात्रा 2024 के दौरान ऋषिकेश में देश के विभिन्न प्रांतो से आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई है।

बुधवार से ऋषिकेश में प्रारंभ की गई उत्तराखंड सरकार और एथिक्स द्वारा संयुक्तरूप से पंजीकरण कार्यालय के प्रभारी प्रेम अनंत ने बताया कि इस वर्ष चार धाम जानेवाले यात्रियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है, पंजीकरण करवाने के लिए सुबह से यात्री लाइन में लग गए थे। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में यात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार द्वारा ऋषिकेश में भौतिक रूप से आठ पंजीकरण काउंटर खोले गए हैं , यदि आवश्यकता पड़ी तो और भी काउंटर बढ़ाएंगे ।

जिन पर प्रत्येक धाम के लिए 1000 लोगों का पंजीकरण किया जाएगा। कुल मिला कर 4000 यात्रियों का पंजीकरण प्रतिदिन किया जाएगा।

पंजीकरण प्रभारी प्रेम अनंत ने बताया कि इसके अतिरिक्त यात्रियों की सुविधा के लिए पंजीकरण कार्यालय के बाहर बारिश और धूप से बचाने के लिए टैंटों के साथ स्वास्थ्य केंद्र जिसमेंं 6 बेड का वार्ड भी तैयार किया गया है, इसकेेेेेेेे अलावा यात्रियों के ठहरनेेेेेे के लिए 112 बेड के एसी डॉरमेट्री रूम भी तैयार किये गए हैं। 

ठंडे पानी के कूलर, यात्रियों के बैठने के लिए कूलर पंखे लगा दिए गए हैं, साथ ही उनके शौचलए आदि की व्यवस्था के अतिरिक्त सस्ते खाने पीने की व्यवस्था भी की गई है। 

10 मई से प्रारंभ होने जा रही चार धाम यात्रा 2024 को लेकर प्रशासन पर व्यवस्थाएं दुरुस्त न करने के लगे आरोप  प्रशासन की आड़ में ऋषिकेश बस अडडे में भारी अव्यवस्था होने से देश प्रदेश के श्रद्धालुओं व प्रदेश की छवि पर विपरीत प्रभाव: नवीन रमोला 



 ऋषिकेश, 21 अप्रैल । आगामी 10 मई से प्रारंभ होने वाली चार धाम यात्रा 2024 को लेकर प्रशासन द्वारा अभी तक रोटेशन बस अड्डे पर किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है।

यह आरोप संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन रमोला ने रविवार को‌ पत्रकार वार्ता के दौरान  लगाते हुए कहा कि आगामी 10 मई से प्रदेश के चार धाम के कपाट देव दर्शन के लिए खुल रहे है। चार धाम यात्रा प्राचील काल से ऋषिकेश से प्रारम्भ होती रही है, जिसके चलते देश प्रदेश के सभी श्रद्वालु ऋषिकेश अर्न्तराजीय बस अड्डे से भारी संख्या में बसें बुक कराते हैं। सभी प्रकार की सूचना शासन प्रशासन को कार्यालय बस अड्डे से दी जाती है, बाहरी राज्यों से भारी संख्या में बसे यहाँ पर पार्किंग करती है तथा इसी बस अड्डे से पर्वतीय व दूरस्थ प्रदेशो हेतु  बसे दैनिक सेवाये प्रदान करती है। 

रमोला ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की आड़ में बस अडडे में भारी अव्यवस्था है जहाँ कहीं स्थानीय दुकानदारों द्वारा सड़कों पर अतिक्रमण कर दिया गया है।पार्किंग की जगह सभी बसे अव्यवस्थित रूप से खड़ी रहती है , बस अडडे में बिना रोक टोक दारू, ड्रक्स गाँजा व अन्य नशीली वस्तुओं का अवैध संचालन जारी है इससे देश प्रदेश के श्रद्धालुओं पर व प्रदेश की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
उन्होने कहा कि हेली सेवा में भारी धांधली, जिसके कारण यात्रा बाधित हो रही है, ऋषिकेश संयुक्त रोटेशन बस स्टैंड पर अतिक्रमण से स्थानीय नागरिकों  और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। स्थानीय व्यापारी भी परेशान है हमारे पास 2200 वाहनों का बेड़ा है।
यहाँ पर अवैध रूप  से हो रहे धंधों  को रोकने के लिए  एक पुलिस चौकी है परन्तु स्टाफ की कमी से सक्षम रूप से सेवा प्रदान नहीं कर सकती है। सबसे महत्वपूर्ण इस बस अड्डे पर यथाशीर्घ अतिक्रमण को हटाने की व्यवस्था नशा कारोबार को पूर्णतया समाप्त तथा वाहनों की पार्किंग के लिए सुनियोजित व्यवस्था अति आवश्यक है। इस पर अविलम्ब संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में बीती 7 अप्रैल को मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार को भी ज्ञापन देकर हमने अपनी  समस्याओं से अवगत कराया गया था। 
इस अवसर पर  यात्रा व्यवस्था समिति के पूर्व अध्यक्ष सुधीर राय संजय शास्त्री, मनोज ध्यानी, गोपाल नेगी, मदन कोठारी, बलबीर सिंह रोतेला, सुनील उनियाल, आदि मौजूद थे।