राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय चिंतन शिविर में संघ के कार्यक्रमों के क्रिन्यावयन पर हुई चर्चा – राष्ट्र के विकास में स्वयं सेवक संघ की भूमिका विषय पर संघ प्रमुख डा. मोहन भागवत ने किया मार्गदर्शन


ऋषिकेश 11अप्रैल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय चिंतन शिविर के छठे दिन संघ के स्वयंसेवकों के दायित्वों तथा संघ के कार्यक्रमों को बड़े फलक पर सुव्यवस्थित रूप से मूर्तरूप देने पर चर्चा की गई। शिविर में श्रीराम नवमी पर्व भी धूमधाम के साथ मनाया गया। साथ ही भजन संध्या भी आयोजित की गई।

तीर्थनगरी ऋषिकेश के रायवाला में गंगा तट पर स्थित ओरोवैली आश्रम में चल रहे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय चिंतन शिविर का छठा दिन श्रीराम नवमी पर्व पर केंद्रित रहा। रविवार को चार सत्रों के आरंभ से पूर्व राम नवमी पर्व पर पूजा अर्चना तथा हवन आदि कार्यक्रम संपन्न हुए। छठे दिन चिंतन शिविर के अलग-अलग सत्रों में अब तक के सत्रों में हुई चर्चाओं पर ही विचार विमर्श तथा उनके क्रियान्वयन पर चर्चा कर सुझाव लिए गए।
रविवार को मुख्य रूप से दोपहर का सत्र संघ के कार्यक्रमों के विस्तार तथा स्वयंसेवकों के कार्यों तथा उनके दायित्वों पर केंद्रित रहा। सरसंघचालक मोहन भागवत ने इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरस्ंघचालक डा. मोहन भागवत ने कहा कि संघ एक विचारशील संस्था है, जिसका भाजपा अथवा सरकार से कोई संबंध नहीं है। यह जरूर है कि भाजपा और सरकार में हमारी विचारधारा के लोग हैं और वह हमारी विचारधारा के मुताबिक बेहतर काम कर रहे हैं।

उन्होंने भारत के पड़ोसी देशों का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि यदि हमारा नेतृत्व मजबूत नहीं होगा तो इसका असर राष्ट्र के विकास और प्रगति पर पड़ेगा। उन्होंने इस चिंतन शिविर में अब तक विभिन्न बिंदुओं पर हुए मंथन से निकले निष्कर्ष को अमलीजामा पहनाने का आह्वान किया। कहा कि संघ का उद्देश्य सदैव ही राष्ट्र का विकास सर्वोपरि रहा है और प्रत्येक स्वयंसेवक इसमें अपनी भूमिका निभाता आया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अब समाज की भी अपेक्षाएं बढ़ती जा रही हैं, इसलिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति और प्रत्येक वर्ग तक संघ की विचारधारा को प्रमाणिकता और सही स्वरूप में पहुंचाने की जरूरत है।

चिंतन शिविर के अन्य सत्रों में संघ के कई अन्य शीर्ष नेताओं ने मार्गदर्शन किया। उन्होंने संघ के विस्तार ले रहे कार्याें और वर्गों को बड़े फलक पर धरातल पर उतारने के लिए सभी स्वयंसेवकों की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही। रविवार को सायंकालीन सत्र रामनवमी के उपलक्ष्य में भजन और कीर्तन के नाम रहा। इस दौरान कई पदाधिकारियों ने भजन-कीर्तन की प्रस्तुतियां दी।
शिविर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, क्षेत्र प्रचारक महेंद्र, प्रांत प्रचारक युद्धवीर, सहसरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, मनमोहन वैद्य, मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, क्षेत्र संघचालक राजन, अखिल भारतीय सह बौद्धिक शिक्षा प्रमुख सुनील भाई मेहतानेतृत्व मजबूत होगा तो तो राष्ट्र मजबूत रहेगा अखिल भारतीय निमंत्रित सदस्य रविंद्र जोशी, प्रांत कार्यवाह जयप्रकाश, प्रांत कार्यवाह के रमेश, प्रांत प्रचारक चिंतन उपाध्याय, प्रांत प्रचारक प्रेम शंकर, कौशल, अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षा प्रमुख स्वांत रंजन आदि ने मार्गदर्शन दिया।


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