Advertisement

5 दिन के किराए को लेकर दुकान मालिक से हुए विवाद के बाद आत्मदाह करने वाले दुकानदार ने दिल्ली के अस्पताल में तोड़ा दम, 11 दिन बाद भी पुलिस प्रशासन के ढुलमुल रवैया से पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह


ऋषिकेश, 18 जुलाई । पिछली 06 जुलाई को रेलवे मार्ग पर कॉस्मेटिक के दुकानदार व दुकान मालिक के बीच 5 दिन के किराए को लेकर हुए विवाद के चलते दुकानदार द्वारा अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर लगाई गई, आग के बाद घायल दुकानदार ने दिल्ली के एक हॉस्पिटल में उपचार के दौरान शनिवार की रात 11 दिन बाद दम तोड़ दिया है।

इस मामले की रिपोर्ट मृतक बनखंडी निवासी बृजपाल की बेटी रिया पाल द्वारा दी गई थी। लेकिन पुलिस ने उक्त मामले को गंभीरता से से ना लेते हुए उसकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की, जिसके बाद रिया ने पुनः कोतवाली प्रभारी निरीक्षक से संपर्क साधा उसके बाद कोतवाली में 17जुलाई को उसकी तहरीर पर दुकान के स्वामी एम.एन. फारुकी निवासी गंगा विहार ऋषिकेश के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।  11 दिन बीत जाने पर भी अभी पुलिस मामले की जांच में जुटी भी नहीं थी, कि दुकानदार बृजपाल ने दिल्ली के हास्पिटल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। दुकान मालिक एक रसूखदार कांग्रेसी नेता भी है ।जिससे पुलिस प्रशासन के ढुलमुल रवैया से पुलिस की  कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह उठता है।

रिया पाल ने पुलिस में दी तहरीर में कहा है कि रेलवे रोड पर उसके पिता ने फारुकी से किराए पर दुकान किराए पर ले रखी थी,परन्तु ,कोरोना काल के चलते दुकान स्वामी उनके पिता पर दुकान का किराया देने के लिए दबाव बना रहा था जबकि उनके द्वारा फारूकी को जून माह तक का किराया दे रखा था। और 5 दिन का किराया मात्र शेष था।

जिसे लेकर उनके उपर दुकान खाली किये जाने को लेकर उनका उत्पीड़न किया जा रहा था जिससे उसके पिता मानसिक रुप से दबाव में आ गए थे ।जो कि 06 जुलाई को उनकी दुकान पर आये । और वह अपनी दुकान का सामान निकाल ही रहे थे कि दुकानदार के पुत्र तथा उनके साथियो ने उसके पिता के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट भी की थी और दुकान मे ताला जड दिया ।

जिसके चलते उसके पिता बृजपाल ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। जिसे गंभीर अवस्था में एम्स के बाद उपचार हेतु दिल्ली ले जाया गया। अभी पुलिस उप मामले की जांच में जुटी भी नहीं थी कि बृजपाल ने शनिवार की देर रात को दम तोड़ दिया है जिसके बाद मामला गंभीर हो गया है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *