ऋषिकेश ,29 सितम्बर। बिहार में मनाया जाने वाला बच्चों की सकुलता के साथ लंबी आयु के लिए जितिया पर्व ऋषिकेश में धूमधाम से मनाया गया। जिसके चलते बुधवार की संध्या काल में ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर महिलाओं ने पूजा अर्चना कर बच्चों की लंबी उम्र व सुख शांति की कामना भगवान सूर्य से की। बताया जाता हैै।
कि यह पर्व श्राद्ध पक्ष के दौरान अष्टमी से प्रारंभ हो जाता है जिसमें अष्टमी को महिलाएं पूरे दिन निराहार और निर्जला रहती हैं,. मालूम हो कि हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा की शुरुआत के साथ विभिन्न पर्व और त्योहारों का मनाया जाना आरंभ हो गया है. इसमें यह एक प्रमुख व्रत है. यह संतान की प्राप्ति और उनके दीर्घायु जीवन के लिए किया जाता है।
पंडित रामकृपाल गौतम ने बताया कि स्नान आदि करने के बाद सूर्य नारायण की प्रतिमा को स्नान कराएं जाने के साथ माताएं. धूप, दीप आदि से आरती करती हैं, और इसके बाद भोग लगाकर. इस व्रत में माताएं सप्तमी को खाना और जल ग्रहण कर व्रत की शुरुआत करती हैं, और अष्टमी तिथि को पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं।
नवमी तिथि को व्रत का पूजा अर्चना के साथ समापन किया जाता है। यह उपवास जीवित्पुत्रिका व्रत संतान प्राप्ति और उसकी लंबी आयु की कामना के साथ किया जाता है. जिसके चलते त्रिवेणी घाट पर पूजा अर्चना करने वाली माताओं ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर सामूहिक रूप से पूजा अर्चना किए जाने के साथ अपने उपवास का समापन किया ।
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