वन बंधु परिषद देश, प्रांतों, ओर शहरों के मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के उत्थान के लिए शबरी बस्ती योजना के साथ देश की सीमाओं पर शहीद होने वाले शहीदों का करेगी सम्मान – विनीता जाजू


ऋषिकेश,0 4 मार्च ।  वन बंधु परिषद की राष्ट्रीय महिला समिति देश के सभी प्रांतों के शहरों में मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों के उत्थान के लिए शबरी बस्ती योजना के साथ देश की सीमाओं पर शहीद होने वाले शहीदों के गांव में जाकर सम्मान योजना का प्रारंभ करेगी।

यह जानकारी ऋषिकेश के वानप्रस्थ आश्रम मैं आयोजित वन बंधु परिषद महिला समिति की दो जिसे कार्यशाला के समापन के उपरांत समिति की अध्यक्ष लता मालपानी ,महामंत्री विनीता जाजू, चेयरमैन माहेश्वरी और गीता मूंदड़ा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान देते हुए बताया कि उनकी यह संस्था पिछले 11 वर्षों से आदिवासी क्षेत्रों में कार्य कर रही है, जो की पूरी तरह से स्वयं सेवीयों पर आधारित संस्था है।

उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा सभी क्षेत्रों में देशभक्ति से जुड़ी शिक्षा देकर ऐसे बच्चों को संस्कारित कर रही है, जो कभी विद्यालय नहीं गए हैं।

उन्होने कहा कि लद्दाख से जुड़े बॉर्डर के अतिरिक्त अब उनके एकल विद्यालय जम्मू कश्मीर में भी शुरू किए गए हैं, अभी तक उन्होंने अपनी संस्था के माध्यम से जंगलों में रहने वाले हैं 8 करोड़ लोगों को अपने अभियान के साथ जोड़ा है, उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में भी उनके द्वारा शिक्षित किए गए बच्चे भर्ती होकर देश की सेवा में लगे हैं।

उन्होंने बताया कि उनकी संस्था द्वारा भारत के चार लाख गांव में अभी तक एक लाख एकल विद्यालयों के माध्यम से वन क्षेत्रों में पेड़ों के नीचे बैठकर जरूरतमंद बच्चों को (गांव पढेगा तो देश बढ़ेगा )नारे को साकार करते हुए निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा किए जाने का कार्य कर रही है ।

उन्होंने बताया कि शिक्षा के साथ उनकी संस्था द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के अंतर्गत इस प्रकार के बच्चों का पूरी तरह स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही उन्हें निशुल्क चिकित्सा और दवाइयां भी उपलब्ध करवाती है, उनका कहना था कि अभी तक उनकी संस्था छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश ,झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों के अतिरिक्त उत्तराखंड राज्य में भी एकल विद्यालय चला रही है।

विनीता जाजू ने बताया कि उनकी संस्था एकल विद्यालय के अंतर्गत 5 आयामों को ध्यान में रखकर अपनी योजनाओं जिसमें शिक्षित भारत, स्वस्थ भारत ,समर्थ भारत, स्वावलंबी भारत के अलावा संस्कारित भारत ,मिशन को आगे बढ़ा रही है। उनका कहना था कि उनकी संस्था मैं अभी तक 33 शहरों से 170 महिलाएं उनकी योजना को बढ़ाने में सहयोग कर रही है,।

जिसके अंतर्गत बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देकर उन्हें देश दुनिया में होने वाली नई तकनीकी से भी अवगत करा रही है। इसी के साथ फौजी से सम्मेलन के दौरान उनकी संस्था ने निर्णय लिया है।

कि उनकी संस्था अब शहरों के ललित भसीन मलिन बस्तियों में सबरी बस्ती योजना के अंतर्गत उनका विकास करेगी साथ ही शहीद होने वाले सेना के जवानों के घर पर जाकर उनका सम्मान भी करेगी । उन्होंने कहा कि उनकी संस्था देशभक्ति के कार्यों को एकल को लेकर चला चला रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *