चम्बा, 05 अप्रैल । जनपद में बढ़ती वनाग्नि को रोकने के लिए वायु सेना के हेलिकाप्टर एम-17 की मदद ली गई। हेलिकाप्टर की मदद से टिहरी के वनाग्नि से सर्वाधिक प्रभावित एरिया मठियानी और अडियानी में आग बुझाने का काम किया गया। जिसके बाद हेलिकाप्टर वापस लौट गया। वायुसेना के हेलिकाप्टरों को पानी मुहैया करने की जिम्मेदारी टिहरी झील से टीएचडीसी को दी गई है।
डीएफओ डा. कोको रोसे ने बताया कि बढ़ती वनाग्नि को रोकने के लिए वायुसेना की मदद सरकार की पहल पर ली गई है। सुबह के वक्त वायु सेना का एम-17 हेलिकाप्टर कोटी कालोनी पहुंचा। जहां से हेलिकाप्टर ने बकेट में पानी भरकर टिहरी वन प्रभाग के मठियानी व अडियानी जंगलों की आग बुझाने का काम किया है। फील्ड कर्मियों से हेलिकाप्टर से आग बुझाने का फीड बैक लिया जा रहा है कि आखिर आग पर कितना नियंत्रण हुआ है। जिसके समीक्षा की जायेगी। आग के नियंत्रण पाने के लिए जरूरत के मुताबिक वायुसेना की मदद ली जायेगी। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अधिशासी निदेशक वीके बडोनी ने बताया कि वनाग्नि नियंत्रण को टीएचडीसी पानी उपलब्ध करवाने का काम करेगी। बताया कि उन पर यूपी सिंचाई विभाग और कुंभ के प्रमुख स्नानों के दौरान पानी उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी है। यूपी सिंचाई विभाग से सामंजस्य बिठाकर पानी के उपभोग के नियंत्रित करने को कहा जायेगा, ताकि सभी प्रमुख जरूरतों को पानी दिया जा सके। हरिद्वार कुंभ में प्रमुख स्नानों के लिए 300 क्यूमैक्स पानी छोड़ा जाना जरूरी है। जो अलकनंदा के साथ मिलकर 700 क्यूमैक्स पानी हरिद्वार पहुंचेगा।
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