ऋषिकेश 29 मार्च। उत्तराखंड राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष ने एक महिला और उसकी पांच बेटियों को घर से बाहर निकाल बेघर करने पर और महिला के यौन शोषण की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए महिला और उसकी बेटियों से मिली।
बताते चलें बीती 15 मार्च को चमोली जिले के गोपेश्वर से मंडल थाना की रहने वाली वर्तमान में वीरभद्र रोड ऋषिकेश निवासी एक महिला ने एम्स पुलिस चौकी में एक तहरीर दी थी जिसमें उसने एक युवक पर यह आरोप लगाए थे कि वह युवक के साथ अपनी पांच बेटियों के साथ पिछले 5 वर्षों से रहे रही थी , 5 वर्ष पूर्व उक्त युवक द्वारा उसकी दो बेटियों को कानूनी रूप से गोद भी लिया था। महिला का आरोप है कि युवक द्वारा उसको बहला-फुसलाकर उसके साथ लगातार शारीरिक संबंध बना रहा था ।
जिसके चलते महिला कई बार गर्भवती भी हो चुकी थी जिसको समय रहते उसके द्वारा महिला का गर्भपात भी करा दिया गया था। परंतु कुछ समय से महिला द्वारा युवक पर शादी का दबाव बनाया गया तो युवक द्वारा महिला के साथ मारपीट की गई और महिला और उसकी बेटियों को जान से मारने की धमकी देकर उस को और उसकी बेटियों को घर से बाहर निकाल दिया। महिला का यह भी आरोप है कि वह कई दिन तक उस व्यक्ति के दरवाजे के बाहर बैठी रही लेकिन उसने उसकी बेटियों और उसको को स्वीकार नहीं किया।
पुलिस चौकी में दी गई तहरीर कि शिकायत का संज्ञान लेकर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने महिला और उसकी बेटियों से बातचीत की । और पुलिस और महिला की मौजूदगी मौजूदगी में आरोपी युवक से भी टेलीफोन पर बातचीत की। जिसके लिए मंगलवार को युवक का पक्ष सुनने के लिए कोतवाली ऋषिकेश बुलाया है।
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