ऋषिकेश 11 अप्रैल ।नगर निगम बोर्ड की वार्षिक बजट 2022 -23 को लेकर आयोजित बैठक भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों के हंगामे की भेंट चढ़ गई।
जो कि अब 29 अप्रैल को आयोजित की जाएगी ।सोमवार को नगर निगम के सभागार में निगम की महापौर अनीता ममगांई की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान निगम का मूल बजट वित्तीय वर्ष 2022 _23 में हुई निगम की वास्तविक आय दो करोड़ 47 लाख तेईसस हजार 698 रुपए का रखा। जबकि अनुमानित मूल बजट वर्ष 2022_ 23 में 5करोड 6लाख ₹70हजार का जैसे ही रखा उसी समय पार्षदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
भाजपा के पार्षद शिव कुमार गौतम ने बैठक में अधिकारियों की कार्यशैली से नाराज होकर बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर दिया, शिव कुमार गौतम के साथ राजू दिवाकर,प्रभाकर शर्मा,सुंदरी कंडवाल और लता तिवारी ने भी बजट बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया, शिव कुमार गौतम ने बताया कि नगर निगम कि पूर्व में हुई बोर्ड बैठक में जिन प्रस्ताव को पास किया गया था उन पर अभी तक काम नहीं हो पाया है, अधिकारी किसी भी कार्य को करने को तैयार नहीं है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बजट बैठक से पहले आम बैठक को बुलाया जाना चाहिए, जब तक आम बैठक नहीं बुलाई जाती तब तक इस बजट बैठक का कोई औचित्य नहीं है।
इसके साथ ही उनके साथी और भाजपा पार्षद सुंदरी कंडवाल ने बताया कि नगर निगम के चाहे अधिकारी हो या चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी कोई भी कार्य करने को तैयार नहीं है, आज भी क्षेत्र विकास की बाट जो रहे है।
,उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से शहरी क्षेत्र में शामिल होने के बाद उनको उम्मीद थी कि जिस तरह से शहरी क्षेत्रों में सुविधाएं लोगों को मिलती हैं वही सुविधाएं यहां के क्षेत्रवासियों को ही मिलेगी, लेकिन आज हम सब लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
बोर्ड बैठक में कांग्रेस के पार्षद भी विरोध करते नजर आए कांग्रेसी पार्षद राधा रमोला ने अधिकारियों पर जमकर निशाना साधा और बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर जाने लगी। हालांकि कुछ देर तक हंगामा चलने के बाद उनके साथी पार्षदों के मनाने पर वह बैठक में शामिल रहीं। ,हालांकि बैठक ज्यादा देर नहीं चल सकी।
अधिकांश पार्षदों का कहना है कि कोरोना कॉल के पहले और बाद में हुई बैठकों मैं नगर विकास को लेकर प्रस्ताव पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे अधिकांश पार्षद निगम की कार्रवाई से नाराज दिखाई दिए।
वही ऋषिकेश नगर निगम महापौर अनीता ममगांईं ने बताया कि पार्षदों के द्वारा बोर्ड बैठक में अटेंडेंस रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं किए, इसके साथ अधिकारियों की कार्यशैली पर कुछ पार्षद नाराज दिखे,यही कारण है कि फिलहाल इस बोर्ड बैठक को स्थगित किया जा रहा है।29 अप्रैल को संभवतः बोर्ड बैठक बुलाई जा सकती है।उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में भी आया है की नगर निगम के कुछ अधिकारी और कर्मचारी लापरवाही कर रहे हैं,उनसे भी इस विषय में बात की जाएगी।
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