ऋषिकेश 20 मई। परिवार नियोजन के दौरान सरकार के आवंटित पट्टे के बाद 28 वर्ष बादभी सरकार द्वारा भूमि पर कब्जा ना दिए जाने के विरोध में पट्टा धारक ने तहसील परिसर में दो दिन कीभूख हड़ताल प्रारंभ कर दी है ।
जिसके दो दिन के बाद पट्टा धारक तहसील में आत्मदाह करेंगे। मंगलवार को तहसील परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे कुंवर सिंह रोथान का कहना था कि उनके साथ 19 लोगों को वर्ष 1994 में नसबंदी कराए जाने के उपरांत राज्य सरकार की ओर से सोमेश्वर मंदिर के निकट 150 गज भूमि का पट्टा राज्य सरकार की ओर से दिया गया था। लेकिन आज तक उन्हें उक्त भूमि पर कब्जा नहीं दिलाया गया है ,जिसे लेकर वह कई बार धरना ,प्रदर्शन, आमरण अनशन के साथ स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन व मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री कार्यालय तक गुहार लगाई है।
परंतु उन्हें आज भी जमीन पर कबजा उपलब्ध नहीं कराया गया है। जब भी वह धरना प्रदर्शन करते हैं। तो उन्हें अधिकारियों द्वारा कोरा आश्वासन भी दिया जा रहा है। इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा भी स्थानीय प्रशासन को निर्देशित किया जा चुका है। परंतु उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई होते दिखाई नहीं दे रही है। कुंवर सिंह रोथान का कहना है कि आज भी वह भूमि जो उन्हें आवंटित की गई थी खाली पड़ी है ।
चूकी उस दौरान कुछ लोगों ने नसबंदी करा कर शासन से पट्टे भी भी प्राप्त किए थे जिसमें से चार लोगों की मौत भी हो चुकी है। भूख हड़ताल कर रहे कुंवर सिंह रोथान के साथ शमशेर बहादुर भी धरने पर बैठे हैं । उनका कहना है कि यदि बुधवार तक उन्हें जमीन पर कब्जा नहीं दिया गया तो वह गुरुवार को तहसील परिसर में आत्मदाह करेंगे।उप जिलाधिकारी डॉ अपूर्व पांडे का कहना है कि धरना दे रहे कुंवर सिंह रोथान का मामला संज्ञान में है जिसके लिए उनके कार्यालय के माध्यम प्रश्नावली शासन को भेजी गई है। जो कि अभी चलाएं माल है।
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