ऋषिकेश,0 4 जुलाई। ऋषिकेश में अतिक्रमण हटाए जाने के लिए उत्तराखंड हाई कोर्ट द्वारा एन एच, पी डब्लू डी, नगर निगम, सिंचाई विभाग को संयुक्त रूप से दिए गए निर्देश के चलते एक बार फिर एनएच विभाग अतिक्रमण हटाने के लिए सड़क पर उतरा, परंतु उच्च पहुंच के कारण वे विरोध के चलते अधिकारियों को बैरंग लौटना पड़ा।अब गुरुवार को पुनः टीम सड़क पर उतरेगी।
सोमवार को हाई कोर्ट के निर्देश पर ऋषिकेश तहसीलदार अमृता शर्मा और एनएस विभाग के सहायक अभियंता शिव सिंह रावत, के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ जेसीबी लेकर जब प्रशासन ने ऋषिकेश हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित भरत मंदिर इंटर कॉलेज के गेट पर जेसीबी लगाकर गेट को तोड़ने का प्रयास किया, तो कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला के साथ कुछ लोग मौके पर पहुंचे। और उक्त कार्रवाई का विरोध करना प्रारंभ कर दिया ।
जिन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त कार्रवाई स्थानीय नेता जी के इशारे पर की जा रही है। जिसमें पक्षपात की बू आ रही है। उनका कहना था कि अतिक्रमण हटाना है ,तो सभी लोगों का हटाया जाए अन्यथा इस प्रकार की कार्रवाई का वह विरोध करेंगे।
मामले को बढ़ता देख प्रशासन ने निर्णय लिया कि अब अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई आगामी गुरुवार से की जाएगी। जिससे पहले मुनादी के साथ चिन्हीतीकरण की कार्रवाई भी की जाएगी। यह कहकर अतिक्रमण हटाने आई टीम वापस लौट गई।