ऋषिकेश में जीएसटी जागरूकता कार्यशाला का हुआ आयोजन, जीएसटी के सर्वे के नाम पर छापेमारी किए जाने का व्यापारियों ने किया विरोध जीएसटी एक पारदर्शिता नियमावली है -राकेश वर्मा


 

ऋषिकेश ,17 अगस्त  ।राज्य कर विभाग उत्तराखंड की आयोजित एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला के दौरान नगर के व्यापारियों ने विभाग के व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर जाकर की जा रही सर्वे की कार्यवाही ‌का विरोध करते हुए तत्काल इस पर रोक लगाए जाने की मांग की है।

बुधवार को व्यापार सभा में आयोजित व्यापार सभा के अध्यक्ष मनोज कालडा की अध्यक्षता में गोष्ठी के दौरान व्यापार कर के ज्वाइंट कमिश्नर राकेश वर्मा ने उपस्थित व्यापारियों को जीएसटी से संंबधित जानकारी देते हुए बताया जीएसटी ग्राहक और व्यापारी के बीच पारदर्शी नियमावली है। जिसकेेे लिए व्यापारियों को जागरूक रहने की आवश्यकता‌ है । उन्होंने कहा कि एजीएसटी नियमावली के नियम अट्ठारह के अंतर्गत आपको अपने सभी व्यापार स्थलों पर जीएसटी पंजीयन प्रमाण पत्र का प्रदर्शन करना अनिवार्य है, इसी के साथ व्यापार के मुख्य स्थल एवं व्यापार के प्रत्येक स्थल के प्रवेश पर लगे साइन बोर्ड पर जीएसटीन लिखना आवश्यक है ।

उन्होंने यह भी बताया कि नियम पांच के अनुसार कंपोजीशन के अंतर्गत पंजीकृत करदाताओं के लिए प्रत्येक नोटिस बोर्ड अथवा साइन बोर्ड पर जीएसटीन के अंतर्गत कंपोजिशन टैक्साबिल पर्सन अथवा कंपोजिशन कराधेय व्यक्ति भी लिखा जाना चाहिए,।

रमेश वर्मा ने यह भी बताया कि कंपोजीशन के अंतर्गत पंजीकृत करदाता द्वारा जारी किए जाने वाले बिलों के ऊपर कंपोजीशन टेक्साबिल प्रशन नोट ईली गिलीबील टूकलेक्ट टेक्स ऑन सप्लाईज अथवा कंपोजिशंसन कराधेय व्यक्ति सप्लाई पर कर संग्रह के लिए पात्र नहीं है लिखना अनिवार्य है।

इस दौरान नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा, पंकज गुप्ता, नरेश अग्रवाल, हर गोपाल अग्रवाल ने सर्वे के नाम पर दुकानदारों पर की जा रही छापेमारी का विरोध करते हुए कहा कि इसकी वजह से अधिकांश व्यापारी भयभीत रहते हैं। जबकि सभी व्यापारी जीएसटी दे रहे हैं उसके बावजूद भी उनके आज छापेमारी करना पूरी तरह अवैधानिक है। यदि किसी व्यापारी से जीएसटी को लेकर कोई गलती हो जाती है, तो उसे कार्यालय में व्यक्तिगत बुलाकर उससे पूछताछ की जाए और उसकी समस्या का समाधान किया जाए ।

वही होटल एसोसिएशन के अंशुल अरोड़ा ने एक ज्ञापन देकर होटलों पर लगाए जाने वाले जीएसटी को समाप्त किए जाने के संबंध में 5 सूत्री मांग पत्र भी दिया। जिसमें कहा गया कि होटल व्यवसाय ऋषिकेश में पूरी तरह चौपट होने के कगार पर आ गया है। उसके बावजूद उनको जीएसटी के दायरे में लाकर उनकी कमर तोड़ी जा रही है । जिससे उन्हें राहत दी जाए। जिसे अधिकारियों ने गंभीरता पूर्वक सुनकर उनका समाधान किए जाने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर व्यापार कर की डिप्टी कमिश्नर एसएस तीरुवा, असिस्टेंट कमिश्नर ऋषिकेश अंजलि कुमार सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर पल्लवी चुफाल, राज्य कर अधिकारी संदीप चांदना, के अतिरिक्त व्यापारियों में सौरभ गर्ग, हर्षित गुप्ता ,सुमित बाली, पंकज गोयल, सौरभ गर्ग, सूरज गुलहाटी, श्रवण जैन, राकेश कुमार नागपाल, सहित काफी संख्या में व्यापारी उपस्थित थे।

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