ऋषिकेश शहर के बीच में डाले जा रहे कूड़े का निस्तारण न होने पर वार्ड के पार्षद ने दिया इस्तीफा, वित्त मंत्री पर भी स्वीकृत बजट आवंटित न करने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने की मांग करी -समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो शहर में नहीं उठने दिया जाएगा कूड़ा : गुरविंदर सिंह महापौर और वित्त मंत्री के बीच चल रही आपसी लड़ाई केेे चलते जनता कर रही त्राहि-त्राहि : पूर्व पालिका अध्यक्ष
ऋषिकेश 24 अगस्त। ।ऋषिकेश के बीच मे पिछले 40 वर्षों से डाले जा रहे ,कूडे को न हटाए जाने को लेकर नगर निगम वार्ड नंबर 16 के पार्षद ने एसडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी को इस्तीफा भेज दिया है।
यह ऐलान बुधवार को ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर डाले जा रहे कूड़े को, बजट के अभाव में ना हटाए जाने को लेकर मंगलवार से प्रारंभ किए गए, धरने के दूसरे दिन वार्ड के सभासद अजीत सिंह गोल्डी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि उसने वार्ड का चुनाव कूड़े को हटाए जाने को लेकर ही लड़ा था । परंतु 3 साल बाद भी यह कूड़ा नहीं हट जा सका है ।
जिसे लेकर जनता उनके सवाल कर रही है लेकिन उनकेेेे पास कोई समाधान ना होने से नाराज होकर उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया है।
पार्षद गोल्डी ने वित्त एवं शहरी विकास मंत्री पर कूड़ा न हटाए जाने के लिए स्वीकृत बजट आवंटित न किए जाने का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफा दिए जाने की भी मांग की।
धरना दे रहे निगम पार्षदों का कहना है, कि कूड़ा हटाए जाने के लिए शासन स्तर पर बजट भी स्वीकृत हो चुका है , परन्तु शहरी विकास मंत्री ने बजट को राजनीतिक कारणों के चलते रोका हुआ है। वही इस संबंध में नगर निगम के मुख्य आयुक्त राहुल कुमार गोयल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कूड़ा निस्तारण के लिए 8 करोड़ शासन स्तर पर स्वीकृत हो चुका है, जिसमें से से 2 करोड रुपए आवंटित कर दिया गया है।
नगर निगम पार्षद गुरविंदर सिंह ने कहा कि यदि शीघ्र कूड़े का निस्तारण नहीं किया गया तो गुरुवार से यह कूड़ा ट्रेचिंग ग्राउंड में ना डाल कर सड़कों पर डाला जाएगा, क्योंकि इस कूड़े के कारण शहर में महामारी फैलने का अंदेशा बना है।
इस दौरान पूर्व पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि इस्तीफा देना समस्या का समाधान नहीं,यह दुर्भाग्य की बात है कि ट्रिपल इंजन की सरकार होने के बावजूद भी शहर के बीचो बीच डाले जा रहे कूड़े का निस्तारण 30 वर्षों में नहीं किया गया है। जबकि तीनों सरकारों द्वारा विकास के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, उसके बावजूद निगम की मेयर और वित्त मंत्री के बीच चल रही आपसी लड़ाई केेे चलते जनता त्राहि-त्राहि कर रही है।
पूर्व पालिका सभासद हरीश आनंद का कहना था कि उनके द्वारा इस कूड़े को हटाए जाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखे गए पत्र में जवाब दिया गया है, कि कूड़े का निस्तारण कर दिया गया है ।लेकिन वास्तविकता कुछ और दिखाई दे रही है। निगम में कांग्रेस के नेता मनीष शर्मा का कहना था कि वह भी 1 सप्ताह बाद नगर में विकास कार्यों को लेकर निगम परिसर में धरना देंगे।
कूड़ा निस्तारण को लेकर दिए जा रहे धरने को नगर के लोगों ने भी अपना समर्थन दिया। धरना स्थल पर पूर्व पालिका अध्यक्ष विरेन्द्र शर्मा, पूर्व पालिका सभासद हरीश आनंद, राम कुमार संगर, रवि जैन, नगर निगम पार्षद आकाश देवेंद्र प्रजापति, विजयलक्ष्मी शर्मा, शकुंतला शर्मा, , गुरविंदर सिंह , भगवान सिंह पंवार, चेतन चौहान राजेंद्र बिष्ट, बूटा सिंह, सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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