ऋषिकेश, 12 अप्रैल । भारतीय संस्कृति में सनातन धर्म का काफी महत्व है ,जिसके चलते सनातन धर्म को मानने वाला प्रत्येक व्यक्ति वर्ष भर में दो नवरात्र के अवसर पर मां दुर्गा की श्रद्धा भाव के साथ उपासना करता है। यह बात हिमाचल के सोलन में स्थित बद्रिका आश्रम के संचालक स्वामी ओम स्वामी की शिष्य अंबिका ओम ने सोमवार को ऋषिकेश में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, कि मंगलवार से चैत्र नवरात्र का शुभारंभ होने जा रहा है। जो कि हिंदू सनातन धर्मावलंबियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है ।जिसके अंतर्गत वह 9 दिन तक साधना में रहकर कड़ी मेहनत के साथ साधना करता है ।इस दौरान उसके अंदर मां दुर्गा की शक्ति स्वतः विराजमान हो जाती है। अंबिका ओम ने बताया कि यह साल में दो बार सिर्फ हिंदू सनातन धर्म में ही की जाती है ।अन्य धर्मों में इस प्रकार की साधना का कोई महत्व नहीं है ,उनका कहना था कि नवरात्रों के दौरान नवदुर्गा की अलग-अलग शक्तियों की उपासना की जाती है। जो कि अलग-अलग स्वरूपों में विराजती है । अंबिका ओम बताया कि उनके गुरु स्वामी ओम स्वामी का मानना है , कि नवरात्रोंं के दौरान मां दुर्गा के नाम पर किसी प्रकार का आडंबर नहीं किया जाना चाहिए, मां दुर्गा की उपासना 9 दिन विभिन्न मंत्रों के उच्चारण के साथ की जाती है। दुर्गा मां की साधना स्वयं अपनी सुविधा अनुसार कर सकते हैं। जिसको नियमानुसार किए जाने के बाद उसका प्रतिफल भी प्राप्त होता है। यह साधना मनुष्य के शरीर शोधन के साथ आत्मा शांति के लिए भी की जाती है ।