फार्मेसिस्टों ने अपनी मांगों को लेकर ‌‌‌‌ छठे दिन भी ‌काली पट्टी बांधकर ऋषिकेश में किया विरोध ऋषिकेश में दो फार्मेसिस्टों पर चल रहा है , राजकीय चिकित्सालय


ऋषिकेश, 06 अक्टूबर । डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर फार्मेसिटों ने अपनी मांगों को लेकर ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में कार्यरत फार्मेसिस्ट और चीफ फार्मासिस्ट ने बहाओं पर काला फीता बांधकर रोष व्यक्त करते हुए ‌ अपना विरोध छठे दिन भी ‌‌किया।

देहरादून जिले की फार्मासिस एसोसिएशन के अध्यक्ष सो सुधा कुकरेती , जिला मंत्री चंद्र मोहन सिंह राणा ने बताया कि 8 अक्टूबर तक सभी फार्मेसिस्ट भुजाओं पर काला फीता बांधकर 2 घंटे का विरोध प्रकट जारी है। जिसके बाद 10 अक्टूबर से स्वास्थ्य महानिदेशालय देहरादून में एक दिवसीय धरना दिया जाएगा। जिसमें सभी जनपदों के फार्मेसिस्ट शामिल होंगे उन्होंने बताया कि उनकी मुख्य मांग आई पी एच एस मानक में संशोधन किया जाए , 65 रिक्त ‌पदों पर भर्ती की जाए, कोविड-19 में कार्य करने कर्मचारियों कोपूर्व घोषणा अनुरूप प्रोत्साहन राशि दी जाए ।

वही इस दौरान बताया गया कि ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय में तीन कर्मचारी केके शर्मा चीफ फार्मेसिस्ट, डीएस रावत चीफ फार्मेसिस्ट ,एचसीसी कुकरेती जोकि पदोन्नति के दौरान स्थानांतरित हो चुके हैं ,और उनके स्थान पर अभी तक किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति नहीं की गई है ,वही दो फार्मेसिस्ट पूर्व में
जिसमें डी एस एस सेमवाल एवं भगवती प्रसाद भट्ट पूर्व में ही रिलीव हो चुके हैं‌ ।जिनके स्थान पर अभी तक किसी की नियुक्ति नहीं की गई है, जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

जिनकी नियुक्ति के लिए कई बार मुख्य चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से उच्च अधिकारियों से मांग भी की जा चुकी है।‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ लेकिन अभी‌ किसी की भी नियुक्ति नहीं की गई है। जिसके कारण चिकित्सालय में दो फार्मेसिस्ट ही कार्यरत है , और सारी व्यवस्थाएं इन्हीं के ऊपर टिकी है । विरोध करने वालों में आर एस खत्री , डीएस रावत ,एचसी कुकरेती ,केके शर्मा आदि भी मौजूद थे।

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