परमार्थ में आयोजित की जाएगी 8 अक्टूबर से दो दिवसीय नारी संसद नारी संसद ‌‌भारतीय नजरिए से महिलाओं के अतीत और वर्तमान संजीदा पर किया जाएगा मंथन


ऋषिकेश, 07 अक्टूबर ।परमार्थ निकेतन एवं माता ललिता देवी सेवा आश्रम ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रुप से ऋषिकेश में 8 अक्टूबर से दो दिवसीय भारतीय नारी घर और बाहर पर ,नारी संसद का आयोजन किया जाएगा।

यह जानकारी शुक्रवार को परमार्थ निकेतन में परमाअध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि और नारी संसद के सह संयोजक रवि शंकर तिवारी ने पत्रकारों को देते हुए बताया कि उक्त संसद में 4 सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिसमें भारतीय समाज की प्राथमिकता इकाई द्वारा परिवार की संरचना और कार्य पर आधारित रहेगी। इसी के साथ भारतीय नारी के लिए क्या-क्या करना ठीक रहेगा, उसके सपने क्या है और चुनौती कहां आ रही है। पर आधारित विषयों पर व्याख्यान होगा। संसद के दौरान संसद का शुभारंभ केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय संस्कृति मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड के रितु खंडूरी भूषण भी उपस्थित रहेंगे।

इसके अतिरिक्त स्वामी चिदानंद सरस्वती ,भारतीय चिंतक और विचारक केएन गोविंदाचार्य ,जल पुरुष राजेंद्र सिंह, डॉक्टर साध्वी भगवती सरस्वती ,सांसद मनोज तिवारी, पर्यावरणविद वंदना शिवा के अलावा कई विश्व की महिला कुलपति अपना व्याख्यान देंगे ।इसी के साथ दिल्ली ,लखनऊ, गोरखपुर समेत दूसरे विश्वविद्यालय के प्रोफेसर उत्तराखंड से तमिलनाडु की एंटरप्रेन्योर ,शोधार्थी और जमीन पर काम कर समाज सेवा में सकारात्मक बदलाव ला रही महिलाएं भी अपने अनुभव को नारी संसद में साझा करेंगे ।

कार्यक्रम के संयोजक रवि शंकर तिवारी ने बताया कि संसद के आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारतीय नजरिए से महिलाओं के अतीत और वर्तमान पर संजीदा विमर्श को आगे बढ़ाया जाना है ।जिससे जो व्यवहारिक ज्ञान की धारा निकलेगी। उससे भविष्य की कार्य योजना के प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। जो कामकाज को करना है उससे जुड़े प्रस्ताव केंद्र और राज्य सरकारों को सौपें जाएंगे ।जिससे समाज में सुधार आ सके।

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