धर्म और अधर्म के बारे में धर्म की जीत होती है । अधर्म जब होता है तो भगवान को जन्म लेना पड़ता है — आचार्य मुकेश बडोनी ऋषिकेश, गंगानगर, हनुमंत पुरम में श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ कथा का आयोजन
धर्म और अधर्म के बारे में धर्म की जीत होती है । अधर्म जब होता है तो भगवान को जन्म लेना पड़ता है — आचार्य मुकेश बडोनी ऋषिकेश, गंगानगर, हनुमंत पुरम में श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ कथा का आयोजन
ऋषिकेश 18 अक्टूबर। ऋषिकेश, गंगानगर, हनुमंत पुरम, हटवाल पार्क में आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ कथा के चौथे दिन श्रवण करते हुए आचार्य मुकेश बडोनी जी ने कहा कि धर्म और अधर्म के बारे में धर्म की जीत होती है अधर्म जब होता है तो भगवान को जन्म लेना पड़ता है ।
आज आचार्य जी ने प्रह्लाद चरित्र नृसिंह अवतार , गजराज चरित्र हरि अवतार, दुर्वासा का श्राप, इंद्र का श्री हीन होना, समुंद्र मंथन, धन्वंतरी अवतार, मोहिनी अवतार, बलि का मरना, तब शुक्राचार्य मृतसंजीवनी से जीवित, बलि का यज्ञ करना ब्राह्मण प्रसन्न देवता स्वर्ग लोक से भागे, तब अदिति का रोना कश्यप ने एक व्रत बताया पयो व्रत फागुन में मास तब वामन का जन्म भादो द्वादशी को ठीक 12:00 बजे बली को सुतल लोग भेजा, तब सूर्यवंशी की कथा जिसमें श्री राम जी आए तब चंद्रवंशी की कथा जिसमें श्याम जी आए । आदि का सुंदर कथा का वर्णन किया ।
संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ में श्री भरत देव जन विकास समिति के अध्यक्ष पी डी बिजलवान, हनुमंत पुरम विकास मंच के अध्यक्ष के के सचदेवा , पार्षद उमा राणा, पूर्व सभासद बृजपाल राणा, प्यारेलाल जुगरान, सुरेंद्र, राजेंद्र नेगी, बी एम गुप्ता, मातवर सिंह नेगी , अजय ब्रेजा, ओ पी कंडवाल , भोपाल पंवार, रमा रावत, श्रीमती विमल ब्रेजा , नेत्री देवी, मंजू शर्मा, पुष्पा पंत, रजनी थपलियाल, रश्मि अग्रवाल, रेखा चौबे, मुकेश गाबा, राहुल चौहान, जितेंद्र रावत, राम रतन शर्मा, विजय देवरानी, कुशला नंद चौहान, अभिषेक हटवाल, मकान सिंह नेगी, संजय खरबंदा, मुंशी राम ब्रेजा, आदि सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे । संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ श्री भरत देव जन विकास समिति, हनुमंत पुरम विकास मंच, क्षेत्रीय कीर्तन मंडली एवं गंगानगर की समस्त जनता के संयुक्त के सहयोग से आयोजित की जा रही है।
कार्यक्रम के संयोजक पी डी बिज्लवान , बृजपाल राणा व के के सचदेवा ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक सहयोग देकर पुण्य के भागी बने । उन्होंने ऋषिकेश की समस्त जनता से भी अनुरोध किया है कि वह प्रतिदिन सायं 3:00 से 6:00 बजे रसमयी कथा का आनंद उठाएं और पुण्य के भागी बने।