ऋषिकेश: भैया दूज के पर्व पर बहन ने भाई के माथे पर तिलक कर दीर्घायु कि की कामना बहनों को भाइयों तक पहुंचने के लिए बसों में रही मारा मारी


ऋषिकेश, 27 अक्टूबर ।भाई-बहन के बीच अटूट प्यार के संबंधों के चलते भैया दूज का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान बहन ने अपने भाई के माथे पर तिलक कर उसकी कलाई पर कलावा बांधा और उसकी पूजा कर, मीठा मुंह करते हुए नारियल भेंट कर दीर्घायु होने की कामना की, जिसके बदले में भाई ने अपनी बहन को सामर्थ्य अनुसार भेंट स्वरूप उपहार भी दिए, वही इस दौरान बस अड्डे पर अपने भाई तक पहुंचने के लिए बहनों की बस पकड़ने के लिए लंबी कतारें भी लग रही।

गुरुवार की सुबह से ही प्रारंभ हुए भाई दूज पर्व के चलते बहनोंंं ने भाई के मााथे पर तिलक किया, मान्यता है कि सूर्य देव और उनकी पत्नी छाया की दो संतान थी यमराज और जमुना दोनों में बहुत प्रेम था, बहन यमुना चाहती थी कि यमराज उसके घर भोजन करने आए लेकिन भाई यमराज अक्सर उनकी बात को टाल देते थेे, एक बार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की दोपहर में यमराज यमुना के घर पहुंचे ।

यमुना अपने घर के दरवाजे पर भाई को देखकर बहुत खुश हुई ,जिसके बाद यमुना ने भाई यमराज को प्रेम पूर्वक भोजन करवायाा। बहन केेे आतिथ्य ‌‌‌‌को देखकर यम देव ने उसे वरदान मांगने को कहा जिस पर यमुना ने भाई यमराज से बहन ने वचन मांगा कि वह हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की तीथि पर वह भोजन करने आए, उस दिन यमराज ने अपनी बहन यमुना को वरदान दिया और कहा अब से यही होगा, तबसे भैया दूज की परंपरा चली आ रही है। जिसे बहन श्रद्धापूर्वक भाई की पूजा कर उसकी जगह होने की कामना करती है।

वही दूसरी ओर आज भैया दूज के चलते अपने भाई तक पहुंचने के लिए आईएसबीटी पर बसों की सीट के लिए मारामारी होती देखी गई। हालांकि रोडवेज प्रशासन ने दिल्ली और देहरादून मार्ग पर जो बसे अतिरिक्त लगाई थी। उसके बावजूद भी बसों में काफी भीड़ रही । रोडवेज डिपो के केंद्र प्रभारी ललित भाटी ने बताया कि भीड़ को देखते हुए बसों की व्यवस्था कीी गई हैं लेकिन दिवाली मनाने के बाद काम पर लौटने वाले लोगों की भी भीड़ बढ़ी है। पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाली बसें फुल होकर आ रही है ।जिसके चलते अभी दो-तीन दिन बसों में यात्रियों की भारी भीड़ रहेगी।

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