ऋषिकेश, 31 दिसम्बर । उत्तराखंड में मरीजों को तत्काल इलाज की सुविधा उपलब्ध कराए जाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में हेली सेवा की शुरुआत होने जा रही है। जिसके चलते देश भर के समस्त एम्सो में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश पहला ऐसा केंद्र बनने जा रहा है, जहां से हेली एंबुलेंस सेवा संचालित होंगी। एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह के मुताबिक इस वर्ष मार्च माह में यहां से हेली एंबुलेंस सेवा शुरू हो जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से फरवरी में एम्स को एक हेलीकाप्टर उपलब्ध करा दिया जाएगा। मरीजों के लिए यह पहली एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से निश्शुल्क होगी।
इस वर्ष 20 सितंबर को दिल्ली में आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन के राष्ट्रीय सम्मेलन में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घोषणा की थी कि हम शीघ्र ही ऋषिकेश एम्स में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने जा रहे हैं। मंत्रालय की ओर से इस संबंध में एम्स ऋषिकेश से आवश्यक पत्राचार पूर्ण कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि एम्स ऋषिकेश में करीब दो वर्ष पूर्व हेलीपैड का निर्माण कर दिया गया था। आपात स्थिति में वर्तमान में उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र से गंभीर मरीजों को यहां लाया जा रहा है। इस अवधि में सभी मानकों को पूरा करने का काम एम्स प्रशासन ने किया है। इसके लिए मेडिकल स्टाफ व अन्य सभी तैयारी पहले से ही पूरी की जा चुकी है। हेलीपैड और उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऋषिकेश एम्स को उपयुक्त पाया था। अब एम्स ऋषिकेश ऐसा पहला संस्थान बनने जा रहा है जो हेली एंबुलेंस सेवाओं को संचालित करेगा।