ऋषिकेश, 15 जनवरी ।एस.ओ.जी देहात व कोतवाली ऋषिकेश की पुलिस टीम ने ऋषिकेश मे फ़र्ज़ी लोक सेवक (C.B.I) के अधिकारी बनकर धोखाधड़ी से ज्वैलरी व पैसे ठग कर एक वर्ष से फरार 10 हजारी इनामी फरार आरोपी को उदयपुर (राजस्थान) से गिरफ्तार कर लिया है।
यह खुलासा पुलिस के डीआईजी कुंवर सिंह,क्षेत्राधिकारी डीसी ढोंंड़ियाल सहित अन्य अधिकारियों ने करते हुए बताया कि पवनदीप उर्फ परमजीत पुत्र भगवंत सिहं निवासी Fएफ 6/ पी-3, सेकंड फ्लोर, सेक्टर 16, रोहणी, थाना के०एन० काटजू मार्ग, पर आरोप था कि इसने 11 फरवरी 2022 को ऋषिकेश मे फ़र्ज़ी लोक सेवक (C.B.I) के अधिकारी बनकर धोखाधड़ी से ज्वैलरी व पैसे लिए थे। इसी मामले में मास्टरमाइंड डाक कर्मी के छोटे भाई समेत छह आरोपियों को न्यायालय पहले ही 11- 11 महीने की सजा और 45 -45 हजार के अर्थदंड की सजा सुना चुका है।
पुलिस ने बताया कि 11 फरवरी को ऋषिकेश कोतवाली पुलिस क्षेत्र अंतर्गत बाल्मीकि नगर में डाक कर्मी के यहां इन लोगों द्वारा फर्जी तरीके से आयकर छापेमारी की घटना को अंजाम दिया था ,जिसमें बाल्मीकि नगर निवासी संदीप ने पुलिस को बताया था कि सुबह 4:30 बजे एक महिला समेत पांच लोगों ने उनके घर की घंटी बजाई और दरवाजा खोलने पर सीधा अंदर घुस गए थे ।महिला ने स्वयं को आयकर विभाग की आयुक्त बताया था इस घटना को अंजाम देने में 5 लोग उनके घर के अंदर घुस कर सारे सामान को खंगार गए थे ,जिसमें उन्होंने नगदी और जेवर भी लिए थे ।शक होने पर उन्होंने 3 लोगों को आसपास के लोगों की मदद से पकड़ भी लिया था।
जबकि महिला और एक व्यक्ति गाड़ी में नगदी और जेवर लेकर फरार हो गए थे।मामले की शिकायत पर पुलिस ने छोटे भाई और घटना के मास्टरमाइंड समेत छह लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जिसमें सांतवा आरोपी फरार चल रहा था। और यह तभी से इधर उधर रह रहा था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10,000 का इनाम भी घोषित किया था। जिसे 1 वर्ष के बाद उदयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है।