भाजपा व कांग्रेस के विकल्प के रूप मे बन सकते हैं मुख्यमंत्री का चेहरा _ उत्तराखंड के युवाओं की पसंद अजय कोठियाल

ऋषिकेश /देहरादून 20अप्रैल : उत्तराखंड में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सियासी पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई है। इसी बीच  सोमवार को यूथ फाउंडेशन के जरिए देश के लिए जांबाज जवानों को तैयार करने वाले रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल ने आम आदमी पार्टी के साथ अपनी सियासी पारी शुरू कर दी है।

रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल ने  सोमवार को पार्टी का दामन थाम लिया है। हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में ‘मिशन उत्तराखंड नवनिर्माण’ कार्यक्रम के तहत कर्नल कोठियाल आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। इस दौरान आप के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया और प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर के नेतृत्व में आप कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।

इस दौरान कर्नल अजय कोठियाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को स्मृति चिन्ह के रूप में गढ़वाल रेजीमेंट, कुमाऊं रेजीमेंट और गोरखा रेजीमेंट के प्रतीक चिन्ह भेंट किए। जिनमें गब्बर सिंह की प्रतिमा, शेर की प्रतिमा और खुखरी शामिल थे।
कर्नल अजय कोठियाल, आप में शामिल होने के बाद सीधे शहीद स्थल पहुंचे। जहां उन्होंने उत्तराखंड राज्य के लिए शहीद होने वाले जांबाजों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा,अब समय आ गया जब उत्तराखंड के शहीदों के सपनों को साकार करना है।

इस दौरान रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए बहुत अहम है। मैंने अपने जीवन का सबसे अहम निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि  आम आदमी   पार्टी ने दिल्ली में बेहतर काम किया है। बेरोजगारी और हेल्थ सेक्टर में पार्टी उत्तराखंड में भी मजबूती से काम करेगी। पार्टी का मकसद युवाओं को आगे रखकर प्रदेश में विकास करना है। उन्होंने सभी लोगों से आम आदमी पार्टी में शामिल होने की भी अपील की।
उन्होंने कहा कि हम आज तक स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसे हर काम के लिए दिल्ली भागते रहे हैं। लेकिन अब जब दिल्ली खुद उत्तराखंड आ रहा है, तो हमें उसे मना नहीं करना चाहिए

सूत्रों के अनुसार आम आदमी पार्टी उन्हें सीएम फेस के तौर पर प्रोजेक्ट कर सकती है। भारतीय सेना का हिस्सा रह चुके कर्नल अजय कोठियाल केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों के लिए जाने जाते हैं। वो नेहरू पर्वतारोहण संस्थान निम के मुखिया भी रह चुके हैं।
कर्नल अजय कोठियाल यूथ फाउंडेशन भी चलाते हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को सेना में भर्ती होने से जुड़ी ट्रेनिंग देता है। लोकसभा चुनाव 2019 में भी बीजेपीऔर कांग्रेस ने उनसे संपर्क किया था। चर्चाएं थी कि वो लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन उस वक्त उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।

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