नगर निगम महापौर ने अनुशासनहीनता के आरोप में 7 पार्षदों को नोटिस जारी कर मांगा स्पष्टीकरण, 3 दिन की समयअवधि के अंदर जवाब न मिलने पर मानहानि ओर निलंबन की होगी कार्रवाई


7 जून। अनुशासनहीनता के आरोप में नगर निगम के 7 पार्षदों को नोटिस जारी कर नगर निगम हरिद्वार की महापौर अनीता शर्मा ने स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण के लिए पार्षदों को 3 दिन का समय दिया गया है।

 जिसके बाद इनके खिलाफ मानहानि व निलंबन की कार्यवाही की जा सकती है। जिन पार्षदों को नोटिस जारी किए गए उनमें मोनिका सेनी,सपना शर्मा, निशा नौडियाल,लोकेश पाल,अनुज सिंह अनिरुद्ध भाटी, सुनील अग्रवाल शामिल है।

महापौर द्वारा जारी नोटिस मेे बताया गया है कि दिनांक 3 जून को हरिद्वार नगर निगम टाउन हॉल मेे बुलाई गई निगम की बोर्ड बैठक में आपके द्वारा बिना अनुमति के सदन से उठकर बाहर जाने व कुछ देर बाद पुनःआकर आपके द्वारा अमर्यादित आचरण करते हुए संदन में अपशब्दों का प्रयोग किया गया। समाचार पत्रों में भी आपके जमर्यादित आचरण पर टिप्पणी करते हुए लिखा गया कि सदन में पहली बार ऐसी शब्दावली का प्रयोग किया गया, जो लिखने योग्य नहीं है। आपके अमर्यादित आचरण के कारण सदन की गरीमा भी गिरी है और अधिवेशन स्थगित करना पड़ा है. जिसका सीधा असर जनहित एवं विकास के कार्यों पर पड़ेगा।

नोटिस में महापौर ने बताया कि  उपरोक्तानुसार आपको सूचित किया जाता है कि तीन दिन के भीतर साक्ष्य व प्रमाण प्रस्तुत करें कि मेरे पति अर्द्धनग्न अवस्था में सदन के बाहर बैठे हुए थे अथवा उनके द्वारा अभद्र आचरण किया गया हो अथवा अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया हो। अन्यथा यह मानते हुए कि आप द्वारा जानबूझकर निगम में अव्यवस्था उत्पन करने एवं मुझे मेरे पति को बदनाम करने के उद्देश्य से सदन में हंगामा एवं अमर्यादित आचरण आपके द्वारा किया गया। यदि आपके द्वारा 3 दिन के भीतर अपना उचित स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं होता तो आपके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने के साथ-साथ आपके खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की जायेगी जिसका उत्तरदायित्व आपका होगा।

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