एम्स ऋषिकेश में महिला चिकित्सक के तिलक लगाकर परीक्षा देने पर परीक्षक द्वारा महिला की भावनाओं को आहत पहुंचाने के मामले ने पकड़ा तूल, भाजपा युवा मोर्चा महामंत्री के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने एम्स प्रशासन के विरुद्ध एम्स गेट पर किया प्रदर्शन


ऋषिकेश 12 दिसंबर ।  अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में दिल्ली से डॉक्टरेट ऑफ़ मेडिसिन (डी एम) की परीक्षा देने आई महिला चिकित्सक के माथे पर तिलक लगाने पर परीक्षक द्वारा उनकी भावनाओं को आहत कर मनोबल तोड़ने के के मामले ने तूल पकड़ लिया है।जिसको अब राजनीतिक संगठनों अरे हाथों लेना शुरू कर दिया है।

जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के महामंत्री के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने एम्स प्रशासन के विरुद्ध एम्स गेट पर ‌नारे बाजी करते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया।

मंगलवार को भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री अभिनव पाल के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि पीड़ित चिकित्सक डॉक्टर शालिनी मिश्रा के अनुसार उन्होंने परीक्षक ‌पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने एम्स ऋषिकेश के डीएम सत्र के लिए जनवरी 2021 में प्रवेश लिया था, वह पेन मेडिसिन में डीएम कर रही है, कोरोना के चलते यह सत्र अप्रैल माह से शुरू हुआ था। जिसके कारण 4 दिसंबर को सत्र की अंतिम परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसके तहत प्रयोगात्मक परीक्षा भी होनी थी।

डॉक्टर शालिनी ने बताया था की प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए दो परीक्षक बाहर के केंद्र से आए थे, बताया कि वह रोज तिलक लगाती हैं। इसी के चलते वह परीक्षा देने के दिन भी वह तिलक लगाकर आई थी, जिस पर प्रयोगात्मक परीक्षा लेने दिल्ली एम्स से आए परीक्षक डॉक्टर शिवलाल यादव ने‌ उन पर टिप्पणी की और कहा कि क्या तुम तिलक लगाकर परीक्षा पास कर लोगी, यह तिलक तुम्हें फेल होने से नहीं बचा सकता। डॉक्टर शालिनी ने कहा था कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही मेरा मनोबल तोड़कर मेरी भावनाओं को आहत किया गया है, उनका कहना था कि परीक्षा होने से पहले परीक्षक को यह कैसे पता है कि वह फेल हो जाएंगी, इस प्रकार के व्यंग्य से वह मानसिक रूप से काफी आहत हुई है। जो की सनातन धर्म को भी अपमानित करने वाला है। वह ब्राह्मण होने के नाम से प्रतिदिन अपने आराध्य देव को तिलक करने के उपरांत स्वयं भी तिलक करती हैं। लेकिन इस प्रकार का व्यंग्य परीक्षक की मानसिकता को भी प्रदर्शित कर रहा है।

इस मौके पर अभिनव पाल का कहना था कि इस प्रकार की घटना से‌ जहां ऋषिकेश एम्स‌ में कार्यरत चिकित्सकों कर्मचारी‌‌ की भावनाओं को ठेस पहुंची है वही तीर्थ नगरी के नागरिकों में भी एम्स प्रशासन के विरुद्ध भारी रोष व्याप्त है।

इस संबंध में एम्स प्रशासन के जन संपर्क अधिकारी संदीप नौटियाल ने कहा कि मामला प्रशासन के संज्ञान में आ गया है, उन्होंने कहा कि इस संबंध में एम्स प्रशासन को शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है ,नियमानुसार जो भी कार्रवाई उचित होगी वह की जाएगी।

प्रदर्शन करने वालों में महामंत्री अभिनव पाल, रविंद्र बिरला, अंकुश सिंह, समर्थ कुमार, आर्यन पाल, देवा जाटव, कृष्णा गोस्वामी, कृष्णा धीमान, आयुष सिंह, विवेक, अभिषेक सूद, अनुराग, सहित आर्यन, आकाश शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे।

 

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