उत्तराखण्ड व स्लोवेनिया के मध्य संरक्षित क्षेत्रों के प्रबंधन एवं पर्यावरण शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग हेतु हुआ समझौता, समझौता से निश्चित रूप से वन एवं संरक्षित क्षेत्र प्रबंधन में उत्तराखण्ड के योगदान को वैश्विक स्तर पर मिलेगी नई पहचान : पुष्कर सिंह धामी


देहरादून 17 फरवरी। उत्तराखण्ड व स्लोवेनिया के मध्य संरक्षित क्षेत्रों के प्रबंधन एवं पर्यावरण शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग हेतु एक समझौता हुआ है। उत्तराखण्ड के फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान व स्लोवेनिया के त्रिग्लाव राष्ट्रीय उद्यान के मध्य सहमति पत्र पर हस्ताक्षर स्लोवेनिया की राजधानी लुबलियाना में हुआ है ।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड एवं स्लोवेनिया के मध्य हुए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर को राज्य की जैव विविधता को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने वाला प्रयास बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों राष्ट्रीय पार्कों को यूनेस्को द्वारा विश्व प्राकृतिक धरोहर घोषित किया गया है। इससे निश्चित रूप से वन एवं संरक्षित क्षेत्र प्रबंधन में उत्तराखण्ड के योगदान को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी।
इस सहमति पत्र के अनुसार दोनों राष्ट्रीय उद्यानों को एक-दूसरे के सिस्टर पार्क का दर्जा दिया जाएगा।

दोनों के बीच प्रबंधन के अनुभव साझा करने, प्रचार प्रसार करने तथा वैश्विक स्तर पर वन प्रबंधन में स्लोवेनिया एवं उत्तराखण्ड के बेस्ट प्रैक्टिसेज को प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा।

यह पहला अवसर है जब उत्तराखण्ड ही नहीं बल्कि भारत के किसी संरक्षित क्षेत्र ने विदेश के संरक्षित क्षेत्र के साथ ऐसी कोई सहमति की है।

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