सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित आशीर्वाद (विदाई ) कार्यक्रम का हुआ आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ विधालय में अनुशासन बनाए रखने के लिए बच्चों को किए स्मृति चिन्ह वितरित सरस्वती शिशु और विद्या मंदिर बच्चों के अंदर संस्कार और शिक्षा दिए जाने की कर रहे जमीन तैयार : दीपक तायल
सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित आशीर्वाद (विदाई ) कार्यक्रम का हुआ आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ विधालय में अनुशासन बनाए रखने के लिए बच्चों को किए स्मृति चिन्ह वितरित सरस्वती शिशु और विद्या मंदिर बच्चों के अंदर संस्कार और शिक्षा दिए जाने की कर रहे जमीन तैयार : दीपक तायल
ऋषिकेश,29 फरवरी । लाला जातीराम सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित आशीर्वाद (विदाई ) कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ विधालय में अनुशासन बनाए रखने के लिए स्मृति चिन्ह देकर छात्र छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।
गुरुवार को सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित विधालय के प्रबंधक दीपक तायल की अध्यक्षता व विधालय के प्रधानाचार्य गुरु उनियाल प्रसाद के स़ंचालन में छात्र छात्राओं के विदाई आशीर्वाद समारोह के कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस दौरान स्कूली छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिसके उपरांत कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुनील थपलियाल ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय में दी जा रही संस्कारों के साथ आधुनिक शिक्षा ने बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में जो आगे ले जाने का कार्य किया है वह सराहनीय है, वैसे तो देश में हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के लाखों विद्यालय शिक्षा दिए जाने का कार्य कर रहे हैं, परंतु सरस्वती विद्या मंदिर हो या सरस्वती शिशु मंदिर वह जो बच्चों के अंदर संस्कार और शिक्षा दिए जाने की जमीन तैयार कर रहे हैं कि वह किसी और विद्यालय में देखने को नहीं मिलती है जहां शिक्षा लेने के बाद छात्र छात्राएं उच्च पदों पर पहुंचकर अपने संस्कारों को उजागर कर रहे हैं इसी के कारण आज सरस्वती शिशु मंदिर और विद्या मंदिर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन विद्यालय के अध्यापक व अध्यापिकाएं भी तन मन से बच्चों को शिक्षा देकर उनके भविष्य को बना रहे हैं ,जो की सहरानीय कदम है।
इस दौरान प्रबंधक दीपक तायल ने कहा कि विधालय में रहकर जो भी आपने सीखा है ,उसकी चमक दूसरे विद्यालय में भी छात्र छात्राओं के बीच दिखाई देनी चाहिए, विद्यालय में जो शिक्षा ग्रहण की है उसको ध्यान में रखते हुए किसी भी बड़े दायित्व पर पहुंचने के बाद अपने गुरुओं को नहीं भुलना चाहिए जब भी वह अपने दायित्व के दौरान घर लौटे तो विद्यालय में जरूर आए, जिससे आपको यह ध्यान रहेगा कि हमने प्राथमिक शिक्षा कहां ग्रहण की है। उन्होंने सभी के भविष्य की उज्जवल कामना भी की।
इस मौके पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य गुरु प्रसाद, सरस्वती शिशु विद्यामंदिर के पूर्व प्रधानाध्यापक राजेंद्र प्रसाद पांडे, समाज सेवी अतुल जैन, वरिष्ठ पत्रकार विक्रम सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर पत्रकार रणवीर सिंह, विद्यालय के अध्यापक भाग सिंह, मनमोहन सिंह, निशा शर्मा, संजू शर्मा,स्वाति प्रियंका, अपर्णा, सहित अन्य अध्यापक भी मौजूद थे।