ऋषिकेश 5 नवंबर। उत्तराखंड में परिसीमन के कारण कम होती विधानसभा सीटों के लिए उत्तराखंड समानता पार्टी द्वारा अगले 50 वर्षों तक उत्तराखंड में भौगोलिक और भूभाग क्षेत्रीय आधार के हिसाब से परिसीमन करने को लेकर सरकार को चेताते हुए आगामी 15 दिसंबर को देहरादून में एक रैली का आयोजन करने जा रही है।
मंगलवार को आईएसबीटी स्थित प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उत्तराखंड समानता पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष डॉ वी के बहुगुणा ने बताया कि
समानता पार्टी का उद्गम भारतीय संविधान के मूल अधिकार में निहित समानता की वास्तविक अवधारणा को साकार करने के लिए हुआ है। उत्तराखंड में मूल निवासियों के मौलिक अधिकारों पर दोनों राष्ट्रीय पार्टियों नें कुठाराघात किया है। मूल निवास की उपयोगिता समाप्त करते हुए लचीले भू-कानून बनाकर मूल निवासियों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। अवैध घुसपैठियों को शरण देकर राज्य की डेमोग्राफी बदली जा रही है इसीलिए पार्टी का अपना दृष्टिकोण आमजन मानस के सम्मुख रखना चाह रही है ।उत्तराखंड समानता पार्टी सकारात्मक राजनीति के साथ-साथ रचनात्मकता की पक्षधर भी है इसी दृष्टिकोण के मध्य नजर केंद्र में सत्तारूढ़ किसी भी पार्टी को मुद्दा पर आधारित समर्थन देगी, विशेष कर जो उत्तराखंडियों के हितों की रक्षा के लिए काम करे।
उन्होंने यह भी बताया कि उत्तराखंड समानता पार्टी सकारात्मक राजनीति के साथ-साथ रचनात्मकता की पक्षधर है।
कानून का शासन किसी भी लोकतंत्र की नींव है। हमारा उद्देश्य सत्ता की राजनीतिक करना नहीं
बल्कि भारतीय राजनीति खासकर उत्तराखंड की राजनीति की दिशा और दशा बदलना है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में होने वाले उद्योगों एवं प्राइवेट सेक्टर में स्थानीय युवाओं को 70% आरक्षण की व्यवस्था की जाए।
इसके अलावा उन्होंने उत्तराखंड में भी हिमाचल की तर्ज पर भू कानून लागू करने की मांग की है।
इसके अलावा उनकी ओर से उत्तराखंड में होने वाले आगामी नगर निकाय चुनाव में कुछ प्रमुख शहरों हरिद्वार ऋषिकेश देहरादून कोटद्वार और हल्द्वानी में सांकेतिक के रूप से चुनाव भी लड़ेगे।
प्रकार वार्ता में पार्टी के केंद्रीय महासचिव टी एस नेगी, प्रमुख महासचिव एल पी रतूड़ी प्रदेश अध्यक्ष सी एस नेगी आदि मौजूद थे।
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