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ऋषिकेश क्षेत्र में चल रहे गतिरोध को शांत करने हेतु नगर के बुद्धिजीवियों ने बुलाई शांति बैठक, सौहार्द समरसता एकजुटता शांति कायम रखने के लिए ऋषिकेश वासियों ने लिया सकंल्प,  कुछ देर के लिए हंगामा हुआ खड़ा


ऋषिकेश 21 मार्च।विगत कुछ समय से ऋषिकेश क्षेत्र में चल रहे गतिरोध को शांत करने हेतु नगर के पूर्व सैनिकों, प्रबुद्ध नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, व्यापारियों, विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों और शासन प्रशासन के साथ मिलकर एक शांति बैठक का आयोजन किया गया। जिसमे सौहार्द समरसता एकजुटता को कायम रखने हेतु चर्चा की गई।जिसमें कुछ देर के लिए आपस में हंगामा भी खड़ा हो गया। जिसको कुछ ही देर में शांत भी कर दिया गया।परंतु अंत में सभी एक सुर में ऋषिकेश की भलाई व सामाजिक सौहार्द क़ायम करने के लिए एकजुटता का संकल्प लिया ।

शुक्रवार को जयराम आश्रम स्थित आयोजित शांति बैठक में ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि ऋषिकेश में पिछले कुछ समय से क्षेत्र में जिस प्रकार के सोशल मीडिया में एक दूसरे के प्रति द्वेष भाव से दोषारोपण किया जा रहा है उससे हमारे शहर की वातावरण ख़राब हो रहा और आपसी भाईचारा भी ख़राब हो रहा है इसके लिये हम सबको मिलकर इस तरह के कार्य करने वालों को समझाकर ऐसी किसी भी टिप्पणी करने से रोकना चाहिये ताकि समाज को एकजुट करने के लिए एक सकारात्मक पहल हो।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुऐ पूर्व सैनिक राजपाल रावत ने कहा कि हम सैनिको को अब सेवानिवृत के बाद भी समाजिक एकता के लिये आगे आना होगा ।कार्यक्रम संयोजक जयेंद्र रमोला ने कहा कि समाज में ज़हर फैलाने वालों चिन्हित कर सभी वर्ग के लोगों को उसके विरूद्ध एकजुट होकर आगे आना चाहिए ।पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा ने कहा कि सोशल मिडिया पर गलत पोस्ट करने वाले व्यक्ति को समिति के द्वारा गठन टीम के माध्यम से समझाया जाए कि इस गलत पोस्ट को हटाये और भविष्य में इस तरह की पोस्टों को पुन: शेयर ना करे ।अधिकतर वक्ताओं ने कहा कि शासन प्रशासन द्वारा जो भी शहर के माहौल को बिगाड़ने का काम करता है उसके प्रति सख्त से सख्त कार्रवाई करें।

परंतु कार्यक्रम में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब नगर के समाजसेवी संदीप शास्त्री द्वारा बोल पहाड़ी बोल हल्ला बोल के नारे को नगर की फिजाओ के लिए सही नहीं बताते हुए इस नारे को हटाने के लिए सुझाव दिया । जिसको लेकर वहां उपस्थित कुछ लोगों द्वारा इसका विरोध जताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया गया। जिस पर वहां उपस्थित नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत करा दिया गया। 

कार्यक्रम में तहसील प्रशासन की ओर से कोतवाल आर एस खोलिया, कानूनगो सुनील कुमार, संत रामेश्वर गिरी , संत केशव ब्रह्मचारी, बचन पोखरियाल, विनय उनियाल, पूरेव राज्य मंत्री संदीप गुप्ता, अजय गर्ग, डा० के एस राणा, जय सिंह रावत, वीरेन्द्र शर्मा, चंदन सिंह पंवार, संजय शास्त्री, जगमोहन सकलानी, विनय मनमीत, पूर्व सैनिक ऋषिकेश के अध्यक्ष बलवंत रागंड, पूर्व सैनिक संगठन महासचिव धीरज थापा, गोरखा सुधार सभा के अध्यक्ष के के थापा, टीका बहादुर थापा, गजेन्द्र विक्रम शाही, बिष्णु प्रसाद शर्मा, बोक्सा समुदाय से राय सिंह गौड, जैन समाज से अरविन्द जैन, वरिष्ठ नागरिक परिषद से प्रमोद जैन, एसपी अग्रवाल, अग्रवाल सभा से राजीव मोहन अग्रवाल, प्रदीप गुप्ता, सिक्ख वर्ग से अजीत सिंह गोल्डी, जगजीत सिंह, परमिन्दर सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा, पार्षद सत्या कपरूवान, पार्षद हर्षवर्धन रावत, पार्षद भगवान सिंह पंवार, पार्षद सुरेन्द्र नेगी , पार्षद प्रिंस मनचंदा, पार्षद सिमरन अमित उप्पल, पार्षद प्रतिनिधि मनीष जाटव, भगवती प्रसाद सेमवाल, सोहन लाल रतूड़ी, जिलापंचायत सदस्य संजीव चौहान, प्रधान शंकर दयाल धनै, त्यागी समाज प्रदेश अध्यक्ष अंशुल त्यागी, अलका क्षेत्री, दीपा चमोली, कुसुम जोशी, शीशपाल पोखरियाल, कमलेश शर्मा, हर्ष व्यास, गौतम राणा, प्रमोद कुमार शर्मा, विनोद शर्मा, प्यारे लाल जुगरान, प्रमोद कुमार, जतन स्वरूप भटनागर, जबर सिंह, विपिन पंत, मदन कुमार शर्मा, गोविंद सिंह रावत, बृजपाल राणा, बीवी एस पुंडीर, मनोज गुसाईं, सिंह राज पोसवाल, राजेंद्र गैरोला, सूरज भट्ट, मनमोहन सूदन, संजय सिलस्वाल, हिमांशु रावत, रमाकांत द्विवेदी, जय किशन कौशिक, भगवान सिंह रावत, रामस्वरूप राणाकोटी, आलोक शर्मा, धीरेन्द्र प्रताप, रजनीश सेठी, भूपेंद्र सेनी, संदीप कुमार, संदीप शास्त्री, अब्दुल रहमान, दीपक जाटव, विवेक तिवारी, बृज भूषण बहुगुणा मिनहाल हाशिम, प्यार सिंह पुंडीर, जीतू रागंड, चंद्रमोहन नेगी, गौरव सिंह राणा, देव सिंह, इतवार सिंह रावत, धर्म सिंह, बलवंत रागंड, अशोक शर्मा, ऋषि सिंघल, अमित सरीन, हरि नारायण शंकर, कांता प्रसाद कंडवाल, प्रिंस सक्सेना, देवी प्रसाद, हर्षित गुप्ता, सुरेंद्र मोहन, गौरव यादव गोल्डी, ब्रह्म कुमार शर्मा, राधे, ओमप्रकाश पंत, जनार्दन कैरवान, चन्द्रमोहन, देव सिंह, अशोक रस्तोगी, राजकुमार भतालिये, यश अरोड़ा, गोविन्द सिंह रावत, मधु मिश्रा, जीतू मुखर्जी, कमल जैन, श्रवण जैन आदि कई लोग मौजूद थे।


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