ऋषिकेश 13 जून। एलयूसीसी सोसाइटी द्वारा ऋषिकेश क्षेत्र के लोगों द्वारा करोड़ों रुपए की जमा न लौटाने को लेकर निवेशकों की ओर से आवाज उठा रहे एजेंट एवं आंदोलनकारी प्रमिला रावत द्वारा आज पत्रकार के सामने अपनी बातें रखी।
शुक्रवार को आईएसबीटी स्थित प्रेस क्लब मैं पत्रकार वार्ता के दौरान निवेशकों की ओर से आवाज उठा रही है आंदोलनकारी प्रमिला रावत श्रीनगर में आंदोलन को संचालित कर रही सरस्वती, आशा रौथाण आदि ने बताया कि भारत सरकार के कृषि मंत्रालय में रजिस्टर्ड और उत्तराखंड में वर्ष 2017 से रजिस्ट्रेशन करा कर काम कर रही एलयूसीसी सोसाइटी बिना बताए अचानक बंद हो गई। निवेशकों का करोड़ों रुपया कंपनी पर देनदारी है। निवेशक अब जगह-जगह धरना देकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निवेशकों का पैसा वापस लौटाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की भी है। मुख्यमंत्री ने इस मामले में आश्वासन दिया था, सभी को परिणाम का इंतजार है।
निवेशकों की ओर से आवाज उठा रही है आंदोलनकारी प्रमिला रावत श्रीनगर में आंदोलन को संचालित कर रही सरस्वती, आशा रौथाण आदि ने बताया कि संबंधित समिति उत्तराखंड में 2017 से एनओसी पर काम कर रही है। 28 अक्टूबर 2024 को समिति ने अचानक अपने सभी पोर्टल बंद कर दिए। उत्तराखंड की गरीब जनता का करोड़ों रुपया वापस नहीं किया गया। आंदोलनकारियों ने बताया कि ब्रांच मैनेजर से बात करने पर कोई समाधान नहीं निकला। उसके बाद सभी ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया, जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ितों से बात की और आश्वासन दिया कि उत्तराखंड की जनता का पाई-पाई वापस दिलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस मामले में श्रीनगर, ऋषिकेश समेत कई स्थानों पर धरना प्रदर्शन जारी है। राज्य की जनता को इस मामले में सरकार से काफी उम्मीद है।
इस मौके पर सुमन चमोला, सरिता, उषा, बीना भंडारी, मनीष भंडारी, जय सिंह, संजय वर्तवाल आदि मौजूद रहे।
Leave a Reply