ऋषिकेश 26 जून। राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश की मोर्चरी में फ्रीजर खराब होने की वजह से लावारिश शव के बुरी तरह सड़ जाने के कारण अस्पताल के वार्डो में भर्ती मरीजों और तीमारदारो में संक्रमण का खतरा बन गया। जिससे अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल बन गया। और उपचार कराने आए कई मरीज ने परेशान होकर अस्पताल से छुट्टी करा ली।
2 दिन पूर्व 24 जून को लावारिश रूप से लाए गए शव को अस्पताल की मोर्चरी मे रखे फ्रीजर में रखा गया था। परंतु बुधवार की सायं फ्रीजर के खराब हो जाने से लावारिश शव बुरी तरह सड़ गया जिससे पूरे अस्पताल की गैलरी जच्चा-बच्चा जनरल वार्ड व प्रसूतिग्रह तक बदबूदार सड़न की वजह से नवजात शिशु ओर जननी वार्ड तथा अन्य मरीजों और उनके तामिरदारों को सक्रमण का खतरा बन गया। इस घटना से पूरे अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल बन गया।
जिससे परेशान होकर वार्ड में भर्ती कई मरीजों जिनमें विद्यांशी पुत्री सीमा उम्र 15 वर्ष निवासी विस्थापित कॉलोनी ऋषकेश, नीतू उम्र 36 वर्ष, साक्षी उम्र 33 वर्ष सहित अनेक मरीजो के तीमारदारों द्वारा उनकी तुरन्त छुट्टी करा ली गई।
इस विषय में चिकित्सा अधिकारी उत्तम सिंह खरोला का कहना था कि इसका पूरा संज्ञान उन्होंने लिया है। किसी भी लावारिश शव को कानूनी प्रक्रिया के तहत 72 घंटे के लिए मोर्चरी में रखा जाता है परंतु फ्रीजर में अचानक खराबी आने के कारण मृत शरीर में से बदबू आने लगी। जिसका संज्ञान लेते हुए उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित कर दिया गया है जिससे वहां से मृत शरीर को हटा कर उसका निस्तारण किया जाए।
जिसकी कार्यवाही प्रारम्भ की जा चुकी है।
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