ऋषिकेश, 16 जून । वर्ष 2024 तक यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो नीलकंठ की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुविधार्थ ऋषिकेश से नीलकंठ पार्वती मंदिर तक कावड़िए रोपवे के माध्यम से नीलकंठ में जलाभिषेक कर सकेंगे।
जिस की कवायद रेल एवं रोपवे कारपोरेशन के साथ स्थानीय प्रशासन ने प्रारंभ कर दी है। नगर निगम के मुख्य आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल ने बताया कि पर्यटन की दृष्टि से राज्य सरकार द्वारा ऋषिकेश से नीलकंठ तक पर्यटन विभाग को रोपवे बनाए जाने की स्वीकृति दे दी है ।जिसके चलते बुधवार को प्रशासन की टीम ने कारपोरेशन के अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया ।
क्यूराल ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि ऋषिकेश से नीलकंठ तक 4 चार स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा ।जिसके अंतर्गत पहला स्टेशन संयुक्त रोटेशन बस अड्डे पर बनेगा, इसी के साथ त्रिवेणी घाट पर नीलकंठ जाने वाले यात्रियों को गंगा दर्शन कराए जाएंगे। उसके पश्चात तीसरा स्टेशन नीलकंठ में तथा अंतिम चौथा स्टेशन नीलकंठ से आगे पार्वती मंदिर में बनाया जाएगा।
जिसकी लंबाई लगभग 6:30 किलोमीटर होगी। यह कार्य वर्ष 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस कार्य को इंडियन पोर्ट रेल एवं रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा । जिसकी शासन स्तर पर भी पूर्व में कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। जिसके बाद इसे स्वीकृति दे दी गई है। जिसका बजट भी स्वीकृत हो चुका है ।उन्होंने बताया कि यह कार्य उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने के लिए किया जा रहा है ।
इस रोपवे के बनने से नीलकंठ जाने वाले कांवरियों के साथ स्थानीय नागरिकों को भी काफी सुविधाएं मिलेगी। साथ ही पर्यटन विभाग का राजस्व भी बढ़ेगा ।निरीक्षण के दौरान ऋषिकेश के उप जिलाधिकारी मनीष कुमार ,ऋषिकेश नगर निगम के मुख्य आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल, परियोजना के डीजीएम सिविल जयनंद, असिस्टेंट मैनेजर जगमोहन, नगर निगम के सफाई निरीक्षक सचिन रावत, राजस्व उपनिरीक्षक सतीश जोशी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
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