ऋषिकेश तीर्थ नगरी में पूजा के साथ अन्नकूट कार्यक्रम धूमधाम से आयोजित किए गए
पर्यावरण और गौ संरक्षण का संदेश देता है गोवर्धन पूजा महोत्सव ब्रह्मस्वरुप ब्रहमचारी
ऋषिकेश,05 नवम्बर । ऋषिकेश तीर्थ नगरी के तमाम आश्रमों में गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाए जाने के साथ भगवान श्री कृष्ण को 56 प्रकार के भोग लगाए गए शुक्रवार को आयोजित गोवर्धन पूजा महोत्सव के मौके पर श्री जयराम आश्रम में भगवान गोवर्धन की विधिवत पूजा अर्चना करते हुए 56 भोग लगाया गया। जयराम आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि गोवर्धन पूजा महोत्सव प्रकृति की पूजा है,गौ माता की पूजा है और यह पर्व पर्यावरण और गौ रक्षा का संदेश देता है।
आश्रम परिसर में आयोजित कार्यक्रम में ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा भगवान श्री कृष्ण को गोपियों यानी कन्या रूपी देवी और गौमाता काफी प्रिय है। आज देश में दोनों ही सुरक्षित नहीं है।बेटी मां के रूप में संस्कारों का सृजन करती है। कन्या भ्रूण हत्या के कारण आज हमारी यह शक्ति संकट में है। उन्होंने कहा कि देश के भीतर गोवंश पर संकट मंडरा रहा है। देश में आपदा आ रही है, पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। इस सब के कारण हम स्वयं है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल ने आक्सीजन का महत्व सब को समझा दिया है। देश के भीतर पेड़ों का पातन हो रहा है। संक्रमण काल में पूरा देश आक्सीजन के लिए भटकता रहा हमें। इस मौके पर सभी को पर्यावरण और प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए।
इस अवसर पर नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं, पूर्व दायित्व धारी भगत राम कोठारी, पूर्व पालिकाध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा, दीप शर्मा, बचन पोखरियाल, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजपाल खारोला,डा.शिव शंकर मिश्रा,गंगाराम आडवाणी, विनोद अग्रवाल, मदन मोहन शर्मा श्रवण जैन, प्रदीप शर्मा आदि मौजूद रहे।
वही राजीव लोचन आश्रम में स्वामी हयग्रीवा आचार्य, मायाकुंड स्थित कृष्ण कुंज आश्रम में उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णाचार्य शीशम झाड़ी स्थित ईश्वर आश्रम में स्वामी ईश्वर दास महाराज की अध्यक्षता में भी गोवर्धन पूजा व अन्नकूट कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया ।
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