ऋषिकेश 9 जनवरी। एम्स ऋषिकेश में नौकरी के हटाए गए आउटसोर्स कर्मियों के समर्थन में शनिवार को मौके पर पहुंचे उजपा नेता कनक धनाई समेत करीब 40 लोगों के खिलाफ पुलिस के मुकदमा दर्ज किया है। एम्स प्रशासन की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने एम्स में भीड़ लाकर नारेबाजी करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने, तोड़फोड करने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
शनिवार को एम्स ऋषिकेश में नौकरी से निकाले जाने पर आउटसोर्स कर्मचारियों ने हंगामा किया था। उनके समर्थन में उजपा नेता कनक धनाई भी एम्स पहुंचे थे। यहां पर उनकी एम्स प्रशासन, पुलिस और प्रशासन से तीखी नोक-झोंक हुई थी। देर शाम मामले में एम्स प्रशासन ने मीडिया के माध्यम से अपना पक्ष रखा और सेवा प्रदाता कंपनी ने कर्मचारियों को फिर से नौकरी पर रखने का आश्वासन दिया था। रविवार को मामले में एम्स प्रशासन की ओर से उजपा नेता कनक धनाई पुत्र दिनेश धनाई निवासी खांडगांव, रायवाला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
कोतवाल रवि सैनी ने बताया की कनक समेत करीब 40 लोगों पर एम्स में भीड़ लगाकर नारेबाजी करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने तथा एम्स में तोड़फोड करने का मुकदमा दर्ज किया है।
उजपा नेता कनक धनाई सहित नामजद नौ लोगों पर पुलिस ने कार्रवाई की है। युद्धवीर सिंह, नितिन कुमार, रूबी शर्मा, विक्रम पंवार, मोहित, पिंकी पैन्यूली, सुलेना मंडल, सुष्मिता जोशी सभी निवासी टीडीएस प्राइवेट लिमिटेड एम्स पर केस दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार इन लोगों पर कनक धनाई के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन करने एवं कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं करने, बिना अनुमति जुलूस निकालने के मामले में मुकदमे की कार्रवाई हुई है।