ऋषिकेश: मजदूर का संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी पर झूलता हुआ मिला शव



ऋषिकेश, 0 5 सितम्बर ‌‌। कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बंगाली मंदिर मार्ग पर स्थित बहुमंजली नव निर्माणाधीन भरत वाटिका कार्यरत एक मजदूर  संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी का फंदा लगाकर लटका मिला। पुलिस द्वारा फंदे पर लटके शव को नीचे उतार लिया गया। 

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि सैनी ने बताया कि सोमवार की सुबह सूचना मिली कि बंगाली मंदिर मार्ग पर निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत में पश्चिम बंगाल के रहने वाले रबिन नाम के 19 वर्षीय युवक का संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से लटका हुआ है।

घटना की सूचना पर वह तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. जहां फंदे पर लटके शव को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है.।

ट्रक परिचालक की हुई रहस्यमय परिस्थिति में मौत, पुलिस ने शव को भेजा पोस्टमार्टम के लिए



 

ऋषिकेश ,04 सितंबर‌  ‌। ऋषिकेश लौट रहे ट्रक परिचालक की ब्यासी में रहस्यमय स्थिति में मौत हो गई पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ।

ब्यासी पुलिस चौकी इंचार्ज यशवंत सिंह ने बताया कि मोनू त्यागी निवासी देवी रोड कोटद्वार जो कि कुलदीप बिष्ट के साथ ऋषिकेश से श्रीनगर ट्रक द्वारा सीमेंट छोड़ने गया था जिन्होंने वापसी में देवप्रयाग में शनिवार की रात को खाना खाया।

और ब्यासी में आकर रात्रि में सो गए उस दौरान मोनू ने चालक को पेट में दर्द होने की शिकायत भी की थी लेकिन जब वह सुबह उठे तो मोनू उठा नहीं जिसकी सूचना पुलिस को दी सूचना पर पहुंची।

पुलिस ने उसे राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश भिजवाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा मामले की जांच कर रही है।

जन्मदिन पर घर में छाया मातम, संदिग्ध परिस्थितियों में अपने घर के अंदर युवक फांसी लगा मिला



ऋषिकेश 2 सितंबर। मुनी की रेती थाना क्षेत्र अंतर्गत शीशम झाड़ी वार्ड नंबर दो में रहने वाले भजन सिंह नेगी का संदिग्ध परिस्थितियों में जन्मदिन के दिन ही अपने घर में फांसी लगा शव मिला। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

मुनी की रेती थाना पुलिस के मुताबिक कंट्रोल रूम को स्थानीय लोगों ने सूचना दी कि शीशम झाड़ी वार्ड नंबर दो में रहने वाले भजन नेगी ने सुबह 3:30 बजे अपने घर में पंखे से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना मिलने के बाद कैलाश गेट चौकी प्रभारी सुनील पंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से पूछताछ करने के बाद शव को फंदे से नीचे उतारा। पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

सुनील पंत ने बताया कि फिलहाल मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। प्रथम पूछताछ में ग्रह कलेश होने की जानकारी सामने आई है। पुलिस हर पहलू पर गौर करते हुए अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। बताया मृतक की शादी 6 साल पहले हुई थी। मृतक का 3 साल का बेटा भी है। मृतक की पत्नी एम्स ऋषिकेश में नौकरी करती है। बताया गया है कि आज ही के दिन मृतक भजन सिंह नेगी का जन्मदिन भी है। वहीं घटना के बाद से मोहल्ले में जहां शोक की लहर है। वही परिजनों में भी मातम छा गया है।

ऋषिकेश-बदरीनाथ एनएच मुनिकीरेती में तेज बारिश के कारण ब्यासी के पास भारी मलबा आने के कारण हाईवे बंद,  ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नरेंद्र नगर के पास भारी बारिश के कारण पहाड़ खिसकने से खोखली हुई सड़क के एहतियातन राजमार्ग पर भारी वाहनों को किया प्रतिबंध



ऋषिकेश/ देहरादून 2 सितंबर । उत्तराखंड में आज शुक्रवार को कई जगह बादल छाए हुए हैं। गुरुवार देर रात हुई बारिश से मलबा आने से कई जिलों में सड़कें बंद हैं। मुनिकीरेती में बारिश के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्यासी के पास भारी मलबा आने के कारण गुरुवार को मार्ग अवरुद्ध हो गया। वहीं भूस्खलन से हाईवे भी बाधित हैं। टिहरी नरेंद्रनगर बाईपास के समीप हाईवे नीचे से खोखला होने के कारण ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज दूसरे दिन भी पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से बड़े वाहनों का संचालन पूरी तरह से बंद रखा है।

बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पागल नाला के पास अवरुद्ध हो गया है। वहीं ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज दूसरे दिन भी बंद है। उधर मसूरी में गुरुवार रात हुई भारी बारिश के कारण कई जगह गदेरे उफान पर आ गए। साथ ही पर्यटन स्थल भट्टा फॉल भी उफान पर रहा। जिससे लोग रातभर सहमे रहे।

दूसरी ओर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पागल नाला के पास अवरुद्ध हो गया है। देर रात से जनपद में हो रही भारी बारिश शुक्रवार सुबह सात बजे थमी। पागल नाला में हाईवे खोलने का काम एनएच ने शुरू कर दिया है। मसूरी में गुरुवार रात हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शहर में भारी बारिश के कारण कई जगह गदेरे उफान पर आ गए। साथ ही पर्यटन स्थल भट्टा फॉल भी उफान पर रहा। जिससे लोग रातभर सहमे रहे।

मौसम विभाग ने सात बजे से रात 12 बजे तक पांच घंटे के लिए भारी बारिश को लेकर लोकल अलर्ट जारी किया था। साथ ही आपदा प्रबंधन की टीम को भी सतर्क रहने को कहा था। मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित हुई और रात होते-होते मसूरी में भारी बारिश का दौर चला।

मौसम विभाग के अनुसार मसूरी और आसपास के क्षेत्र में इन पांच घंटों में करीब 180 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। भारी बारिश से भट्टा फॉल समेत झड़ीपानी फॉल भी उफान पर रहा। वहीं, सड़कों पर भी नदी जैसी स्थिति रही और लोगों को आवाजाही में परेशानी हुई। हालांकि, इस दौरान किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। उधर, देहरादून शहर में भी बादल जमकर बरसे। जिससे सड़कों पर जलभराव की स्थिति रही और वाहनों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ा।

मुनिकीरेती में बारिश के कारण ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर ब्यासी के पास भारी मलबा आने के कारण गुरुवार को मार्ग अवरुद्ध हो गया। रास्ता बंद होने कारण दिनभर वाहनों आवाजाही भी पूरी तरह से बंद रही। वहीं गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग पर भी मलबा आने के चलते भारी वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है। एनएच ने सुबह से शाम तक कड़ी मशक्कत के बाद शाम को मार्ग खोला। उधर ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नरेंद्र नगर के पास भारी बारिश के कारण पहाड़ खिसकने से सड़क नीचे से खोखली हो गई है। जिसके चलते सुरक्षा की दृष्टि से मार्ग को भारी वाहनों के लिए पूरी तरह से बंद किया गया है। मार्ग पर केवल छोटे वाहनों को आवाजाही की इजाजत दी गई है। वहीं बसों को सवारी उतारने के बाद इस पास से उस पार भेजा जा रहा है।
गंगोत्री हाईवे पर भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग
– ऋषिकेश से चंबा जाने वाले भारी वाहन ऋषिकेश से देवप्रयाग-हिंडोलाखाल से टीपरी-कोटी होते हुए चंबा व इससे आगे जा सकते हैं।
– ऋषिकेश से चंबा जाने वाले भारी वाहन देवप्रयाग-मलेथा से दुगड्डा-पीपल डाली-कोटी होते हुए चंबा व इससे आगे जा सकते हैं।
– चंबा से ऋषिकेश जाने वाले भारी वाहन वाया धनौल्टी-मसूरी बाईपास से देहरादून होते हुए जा सकते हैं।

ऋषिकेश:  नदी के टापू से पुलिस ने किया सड़ा गली अवस्था में शव बरामद, शव लगभग 10-15 दिन पुराना‌



 

ऋषिकेश ,31 अगस्त‌। पुलिस ने नदी‌‌ के टापू से एक अज्ञात युवक का शव‌ सड़ी गली हालत में बरामद‌ किया है।  रायवाला थाना प्रभारी हरीश पुजारी ने बताया कि बुधवार को‌ वन दरोगा सुरेंद्र जोशी ने टेलीफोन सूचना दी गई कि सॉन्ग नदी के बीच टापू पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है ।‌‌‌‌

 जिसकी सूचना पर थाना रायवाला से पुलिस गणों को रवाना कर एसडीआरएफ को सूचित किया गया जिनके द्वारा संयुक्त अभियान चलाकर शव को टापू से सुरक्षित निकाला गया पुलिस की टीम ने बताया कि ‌मृतक शव मृतक अज्ञात पुरुष‌‌ ‌‌है। शव लगभग 10-15 दिन पुराना‌ लग रहा है। जिसके दाहिने हाथ पर टैटू गुदी‌ है पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है तथा शिनखात  के लिए सार्वजनिक सूचना कराई जा रही है।

ऋषिकेश: पुलिस ने नदी से महिला का शव सड़ी गली हालत में किया  बरामद, महिला की शिनाख्त जारी



ऋषिकेश,26अगस्त । पुलिस ने सोंग नदी से एक महिला का 100 सड़ी गली हालत में बरामद किया c है। रायवाला थाना प्रभारी भुवन चंद पुजारी ने बताया कि‌ ग्राम प्रधान ससुर बलविंदर सिंह छिद्दरवाला क्षेत्र ने चीता मोबाइल कांस्टेबल अमित रावत थाना रायवाला को फोन के माध्यम से सूचना दी गयी कि सोंग नदी मे लकड़ियों व झाड़ियों के बीच, नदी के दूसरी ओर एक शव फंसा हुआ है।

सूचना पर उच्चाधिकारीगणों को रायवाला क्षेत्र मे अज्ञात शव बरामद होने के संवध में अवगत कराते हुए थानाध्यक्ष महोदय थाना रायवाला के आदेशानुसार संबंधित क्षेत्र की चीता व बीट अधिकारी को घटनास्थल पर पंहुचने हेतु आदेशित किया गया ।

घटनास्थल में पहुंचने पर पाया कि शव दो नदियों (जाखन नदी, सोंग नदी ) के पार लकड़ियों व झाड़ियों में फंसा पडा है,जहां पहुंचने हेतु एसडीआरएफ टीम,  लालतप्पड़ चौकी कर्मचारी गणों , रायवाला पुलिस कर्मगणों द्वारा संयुक्त रुप से सर्च अभियान चलाकर शव को नदी पार से निकाल लिया गया।

शव महिला का है व नग्न,सडी गली अवस्था मे है। जिस पर कीडे लगे हैं व लगभग 5-10 दिन पुराना है कद करीब 04 फुट 6 इंच व उम्र करीब 30-35 वर्ष के लगभग है। शव के पास से कोई भी आई डी प्रुफ बरामद नही हुआ है, जिस कारण शव की शिनाख्त नही हो पायी है ।पुलिस द्वारा मृतक के संवंध मे जानकारी प्राप्त करने के प्रयास किये जा रहे हैं ।

पुलिस द्वारा शव के पंचायतनामा की कार्यवाही कर पोस्टमार्टम हेतु ऐम्स अस्पताल ऋषिकेश भिजवाया गया है ।शव को शिनाख्त हेतु 72 घंटे के लिए एम्स मोर्चरी में सुरक्षित रखा जाएगा। जिसकी जांच की जा रही है।

टिहरी जिले के घनसाली में बादल फटने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल



ऋषिकेश 24 अगस्त। उत्तराखंड के पहाड़ों में रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश के चलते ,टिहरी जिले में घनसाली विधानसभा के अंतर्गत थार्ती नैलचामी में बादल फटने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया है । बादल सुबह 6 बजे के करीब फटा है।

जिससे गार्ड गधेरे पर तेजी के साथ उफान पर आ गए बादल फटने से ग्रामीणों की सिंचाई नहरें खेती व फसलों सहित कई पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं जिला प्रशासन की टीम के मौके पर पहुंचने वाली है उसके बाद नुकसान का जायजा लिया जाएगा बादल फटने से अभी तक किसी भी तरह से जान माल की हानि की सूचना नही है।

मलबे में दबे दो महिलाओं के शव एसडीआरएफ की टीम ने बरामद किए



 

ऋषिकेश, 24 अगस्त ।उत्तराखंड में अतिवृष्टि से आपदा के तीन दिन बीत गए है। अभी भी कई लोग लापता है कई लोग मलबे में दबे हैं। रेस्क्यू कार्य जारी है।

मंगलवार को टिहरी में दो महिलाओं के शव एसडीआरएफ की टीम ने बरामद किए है। वहीं टिहरी जिलाधिकारी लगातार आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे है। वह 7 किमी पैदल चलकर आपदा ग्रस्त गांव घेना पहुंचे ,और आपदा प्रबंधन का जायजा लिया। जानकारी के अनुसार टिहरी के ग्वाड़ गांव में मलबे में दबे एक ही परिवार के पांच लोगों में से एक महिला का शव मिला है। महिला की पहचान 60 वर्षीय मगनी देवी के रूप में हुई है, साथ ही लापता चार लोगों की तालाश अभी भी जारी है।

साथ ही कीर्तिनगर तहसील के गोदी कोठार में मलबे में दबी बुजुर्ग महिला बचनी देवी का शव भी एसडीआरएफ ने बरामद किया है। महिला 20 अगस्त को भारी बारिश से हुए भूस्खलन के दौरान घर के अंदर जिंदा दफन हो गई थी। वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार मोर्चा संभाले हुए वह आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंच हालात का जायजा ले रहे है और लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दे रहे है।

जिलाधिकारी आज 7 किमी पैदल चलकर आपदा ग्रस्त गांव घेना पहुंचे और आपदा प्रबंधन का जायजा लिया। आपदाग्रस्त क्षेत्र ग्राम घेना में जिलाधिकारी के साथ डीडीओ एवं अन्य अधिकारी भी साथ हैं और आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया गया है।

राजधानी देहरादून में लगातार हो रही बारिश और बादल फटने से मची तबाही का जायजा लेने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुलडोजर से पहुंचे प्रभावित क्षेत्रों में, थानों मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल का भी किया निरीक्षण, स्टेट के हेलीकॉप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा



ऋषिकेश/ देहरादून 20 अगस्त। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बरसात के साथ साथ उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बादल फटने से भारी तबाही मची है। अभी तक किसी जनहानि का समाचार नहीं मिला है लेकिन लोगों के घरों को काफी नुकसान पहुंच चुका है।  ऐसे में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए सीएम धामी सहित प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई है।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद बुल्डोजर पर सवार होकर प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावित थानों मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवागमन को सुचारू करने के लिए शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। वहीं मौके पर एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू में जुटी है।

प्राप्त सूत्रों के अनुसार शनिवार को मालदेवता में तड़के बादल फट गया, जिससे क्षेत्र में भारी नुकसान पहुंचा है। मालदेवता रोड स्थित एक होटल में लगातार बारिश के बाद पानी घुस गया। रायपुर से थानों को जोड़ने वाला पुल भी बह गया है। इससे सैकड़ों गांवों का संपर्क राजधानी से कट गया है।  तेज पानी के साथ आया मलबा घरों में घुस गया। ऐसे में उन क्षेत्रों में रहने वाले स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू में जुटी है हालांकि अभी तक किसी व्यक्ति के मलबे में दबे होने की सूचना नहीं मिली है लेकिन घरों को बड़ा नुकसान पहुंचा है।

मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं कर रही हैं। सभी विधायक अपने क्षेत्रों में हर स्थिति पर निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हेलीकॉप्टर की आवश्यकता पड़ी तो सेना से भी मदद ली जाएगी। स्टेट के हेलीकॉप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है। 

वहीं सीएम ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो रही भारी वर्षा के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के बारे में आपदा प्रबंधन विभाग से जानकारी ली है। सीएम ने सभी से अनुरोध किया है कि अनावश्यक यात्रा न करें और नदी एवं बहाव क्षेत्र की ओर जाने से बचें। प्रभावित क्षेत्र में राशन, बर्तन, दूध, पलंग, बिस्तर, कपड़े, स्ट्रेचर आदि सामग्री रवाना किए हैं। हेलीकॉप्टर से गंभीर घायलों को एयरलिफ्ट किया गया है।

ऋषिकेश: गदेरे में आए तेज पानी के बाहव में दुध मुंहे बच्चे सहित 81 लोग फंसे, मुनी की रेती पुलिस ने एसडीआरएफ टीम के साथ रेस्क्यू अभियान चलाकर सुरक्षित निकाला



 

ऋषिकेश, 20 अगस्त। पिछले 24 घंटे से ‌पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते तपोवन में गधेरा उफान पर आ गया, जिसके कारण वहां रह रहे सपेरा बस्ती के कुछ मासूम बच्चों के साथ 81 लोग पानी के बाहव में ‌फंस गए। सूचना मिलने के बाद तपोवन चौकी इंचार्ज जल पुलिस और एसडीआरएफ‌ की टीम के साथ मौके पर पहुंची, और लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।

वही ऋषिकेश व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में ‌वर्षा ने जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है जिसके कारण नगर के बीचो बीच बहने वाली चंद्रभागा, सुसूवा नदी सहित सभी नाले उफान पर हैं, वहीं मुनी की रेती थाना क्षेत्र के तपोवन में एक गदेरा बारिश की वजह से उफान पर आ गया उफनते गदेरे की वजह से उसके पास रह रहे 81 लोग फंस गए, जिसमें कुछ बच्चे ‌,दो से चार साल के दूध मुहे बच्चे भी हैं। जिसकी सूचना तपोवन चौकी इंचार्ज आशीष शर्मा को मिलते ही वह ‌जल पुलिस की टीम और कई पुलिसकर्मियों के साथ तत्काल मौके पर पंहुचे, और दूधमुहे बच्चों को सीने से लगाकर सुरक्षित बाहर निकाला।

सभी लोगों का पुलिस के द्वारा सकुशल रेस्क्यू किया गया, पुलिस के द्वारा किए गए इस कार्य को देखते हुए सपेरा बस्ती के सभी लोगों ने पुलिस का आभार व्यक्त किया।

मुनी की रेती थाना प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि तपोवन तिराहा के पीछे सपेरा बस्ती में अचानक गदेरे में पानी बढ़ जाने के कारण उसका बहाव बहुत तेज हो गया है,सपेरा बस्ती के लोग अपने मकानों में फंस गए हैं,प्राप्त सूचना पर थाना मुनिकीरेती पुलिस द्वारा तत्काल सपेरा बस्ती तपोवन तिराहा में फंसे 81 लोगों को सकुशल निकालकर गुलाब नगर आश्रम में सुरक्षित स्थान पर ले जाकर भोजन की व्यवस्था की गई।