उत्तराखंड भाजपा ने की 59 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी, ऋषिकेश से प्रेमचंद, नरेंद्रनगर से सुबोध उनियाल हरिद्वार से मदन कौशिक बने भाजपा प्रत्याशी



ऋषिकेश/ देहरादून 20 जनवरी। आज भाजपा उत्तराखंड में उत्तराखंड में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव के 70 प्रत्याशियों में से 59 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।

यह जानकारी आज प्रेस वार्ता के द्वारा भाजपा के महासचिव अरुण सिंह और उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी प्रहलद जोशी ने देते हुए  की बीजेपी ने  अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। जिनके उम्मीदवार इस प्रकार है।

 

 

पुष्कर सिंह धामी -खटीमा
सुबोध उनियाल -नरेन्द्र नगर
प्रीतम सिंह पंवार -धनौल्टी
गणेश जोशी – मसूरी
मदन कौशिक – हरिद्वार
श्रीनगर — धन सिंह रावत
चौबट्टाखाल – सतपाल महाराज
डीडीहाट — बिशन सिंह चुफाल
गदरपुर – अरविन्द पांडेय
सितारगंज – सौरभ बहुगुणा
हरिद्वार ग्रामीण – स्वामी यतीश्वरानंद
पुरोला- राजकुमार
रुद्रप्रयाग – भरत सिंह चौधरी
बद्रीनाथ – महेंद्र भट्ट
लालकुआं – नवीन दुम्का
कालाढूंगी – बंशीधर भगत
ज्वालापुर – सुरेश राठौर
रुड़की – प्रदीप बत्रा
रानीपुर भेल – आदेश चौहान
खानपुर – प्रणव सिंह चैंपियन
रामनगर – दीवान सिंह बिष्ट
देवप्रयाग- विनोद कण्डारी
सहसपुर- सहदेव सिंह पुण्डीर
धर्मपुर- विनोद चमोली
रायपुर- उमेश शर्मा काऊ

ऋषिकेश प्रेमचंद अग्रवाल

नैनीताल से सरिता आर्य

यम्केश्वर से रेणु बिष्ट

पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी की बेटी रितु खंडूरी  का टिकट काट  दिया गया है।

भाजपा हाईकमान की राह त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की आसान, एक तीर से हुए कई निशाने डोईवाला से प्रेमचंद , ऋषिकेश से सुबोध , नरेंद्र नगर से ओम गोपाल रावत बनने जा रहे प्रत्याशी



ऋषिकेश 20 जनवरी।  पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव ना लड़ने की इच्छा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे गए पत्र के माध्यम से ऐसे ही व्यक्त नहीं की गई है, जिसके पीछे कई रहस्य भी छिपे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नजदीकी राजनीतिक पंडितों का कहना है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को लग गया था, कि उनका डोईवाला क्षेत्र में काफी विरोध है ,जिसका कारण कार्यकर्ताओं के बीच आपसी सामंजस्य ना होने के कारण कार्यकर्ताओं में भारी रोष का होना तो है ही, वहीं उन्होंने कभी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को न सुनने के साथ उनके कार्य भी नहीं किए हैं। जबकि उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद कार्यकर्ताओं में उनसे काफी अपेक्षाएं थी,  जिसके कारण उनके नजदीकी लोग भी उनसे काफी छिटक गए थे, जिसके कारण उन्हें लग गया था कि वह अब डोईवाला विधानसभा चुनाव की नैया पार नहीं कर सकते हैं ,इसलिए उन्होंने अपनी इज्जत बचाने के लिए जेपी नड्डा को लिखे पत्र के माध्यम से अपनी डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव ना लड़ने की इच्छा व्यक्त की है।

पुराने पिछले पूरे घटनाक्रम पर नजर डालें तो विधानसभा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की नाराजगी भी त्रिवेंद्र रावत को पत्र लिखने की  मजबूरी बनी है।ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से पिछले 15 वर्षों से विधायक बने प्रेमचंद अग्रवाल की इच्छा अपने पैतृक घर वापसी कर डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ने की पिछली बार व्यक्त की गई थी, परंतु राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल के वरदहस्त के कारण उन्हें ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लडवाया गया था, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्रतिष्ठा बचाते हुए चुनाव में विजय हासिल की थी ।लेकिन उस पत्र को ध्यान में रखते हुए भाजपा हाईकमान द्वारा इस बार उनकी इच्छा को भी ध्यान में रखा गया है, वही नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र से कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और भाजपा नेता ओम गोपाल रावत के बीच चल रही टिकट को लेकर रस्साकशी को भी भाजपा हाईकमान ने ध्यान में रखा है। पिछले चुनाव में सुबोध उनियाल ने यह सीट गोपाल रावत से मात्र एक इकाई के अंतर से जीती थी ःजिसके कारण भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी रोष तभी से चला आ रहा था, इतना ही नहीं सुबोध उनियाल के वरदहस्त के कारण गोपाल रावत का नगर पालिका मुनि की रेती क्षेत्र का प्रत्याशी भी मात्र कुछ ही मतों के अंतर से पराजित होना भी भाजपा कार्यकर्ताओं के रोष का कारण बना है ,जिससे पार्टी के द्वारा कराए गए सर्वे में यह स्पष्ट हो गया है, कि इस सीट पर यदि ओम गोपाल रावत निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सुबोध उनियाल के सामने दावेदार बन गए तो यह सीट खतरे में पड़ सकती है। जिसे लेकर भाजपा हाईकमान भी असमंजस की स्थिति में फंसा थाः परंतु त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा डोईवाला सीट से चुनाव ना लड़ने की इच्छा के चलते तीन विधानसभा पर इसका प्रभाव पड़ेगाः जिसमें यदि विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को डोईवाला से लड़ वाया जाएगा,और सुबोध उनियाल को ऋषिकेश विधानसभा से और ओम गोपाल को नरेंद्र नगर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतार दिया जाएगा ,तो तीनों सीट भाजपा की झोली में आसानी से जा सकती हैं। क्योंकि तीनों सीटों पर कांग्रेस व अन्य दलों के बीच कोई दमदार उम्मीदवार अभी तक जनता के बीच अपनी घुसपैठ नहीं बना पाया है ।जबकि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता तीनों सीटों को भाजपा की झोली में डालने के लिए तैयार हैं, लेकिन यह तभी संभव है की तीनों सीटों पर कार्यकर्ताओं की अपेक्षाओं के अनुरूप उम्मीदवारों को उतारा जाएगा। इस कारण भारतीय जनता पार्टी के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी दूर हो जाएगी।

 

आगामी 14 फरवरी को होने वाले उत्तराखंड चुनाव की सरगर्मी को देखते हुए जहां भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता चुनाव मैदान में डिजिटल प्रचार माध्यम के साथ चुनाव मैदान में लगा हुआ है वही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा नए नगर विधानसभा क्षेत्र के प्रबल दावेदार सुबोध उनियाल के धुर विरोधी ओम गोपाल रावत के साथ कुंजापुरी मंदिर में गल भैया करते हुए दर्शन करने को भी नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र में कई दृष्टि से देखा जा रहा है कुछ कार्यकर्ताओं का मानना है कि जब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का वरदहस्त ओम गोपाल रावत को प्राप्त है ,और वह उनको टिकट दिलाने की वकालत कर रहे हैं तो आम कार्यकर्ता आपस में दूरियां क्यों बढ़ाएं क्योंकि इस समय पूरी तरह तटस्थ बना हुआ है, आम कार्यकर्ताओं का मानना है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संगठन मंत्री होते भी आम कार्यकर्ताओं के आपस में लड़ाने का ही काम किया है और आज भी वह उसी नीति पर चल रहे हैं।

विधानसभा चुनाव में भाजपा चला रही परिवारवाद, दागियों ओर सांसदों के टिकटों पर कैंची, परंतु फिर भी भाजपा नेताओं द्वारा परिवार के लिए टिकट मांगने की लंबी है फेहरिस्त



ऋषिकेश /देहरादून/ लखनऊ 18 जनवरी। पांच राज्यों के   होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चुनाव के दंगल की तैयारियां पूरे चरम पर हैं। प्रत्याशियों के चुनावी अखाड़े में उतरने का ऐलान भी हो रहा हैं,किसी को चुनावी अखाड़े में उतारा जा रहा है तो किसी को हटाया जा रहा है।

भाजपा सूत्रों के अनुसार आलाकमान ने तय किया है कि पार्टी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसी सांसद को या एक ही परिवार के कई लोगों को टिकट नहीं देगी।बैरहाल पार्टी का मानना है कि वो योग्यता और प्रदर्शन के अपने आधार पर टिकट देने के फार्मूले पर ही कायम रहेगी।वैसे भाजपा में ऐसे नेताओं की लंबी लाइन है जो अपने परिवार के लोगों के लिए टिकट मांग कर रहे हैं।

यह ऐलान उन खबरों के बीच हुआ है जिनमें सांसद और विधायक सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने उत्तर प्रदेश समेत मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड और पंजाब में अगले माह होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने बच्चों के लिए टिकट मांगा है। उत्तर प्रदेश में सांसद कौशल किशोर, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई बड़े नाम शामिल हैं।

यही हाल उत्तराखंड में भी रहा है जिसमें हरक सिंह रावत द्वारा भी अपनी पुत्रवधू के लिए टिकट की मांग की गई परंतु इसी के चलते उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। ये सभी अपनों के लिए टिकट की आस लगाए बैठे हैं,लेकिन पार्टी ने साफ तौर पर कहा है कि एक ही परिवार के कई लोगों को टिकट नहीं दिया जाएगा।

भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 10 से 14 फरवरी के बीच होने वाले विधानसभा चुनाव के दो चरणों के लिए 107 प्रत्याशियों की अपनी पहली लिस्ट पहले ही जारी कर दी है।इस लिस्ट में 20 मौजूदा विधायकों का पत्ता साफ हो गया है। लिस्ट में कई नए चेहरे भी शामिल हैं जिनको विनेबिलिटी के लिहाज से टिकट दिया गया है।

यही कारण है कि परिवारवाद के चलते टिकट कटने और अपनी खुद की टिकट कटने की वजह से भाजपा के कई विधायकों और मंत्रियों ने पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।

समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू अपर्णा के भाजपा में शामिल होने के बारे में पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी ने कहा कि अपर्णा यादव का शामिल होना उनकी पसंद की सीट पाने पर निर्भर नहीं है। निर्वाचन क्षेत्र सहित उनकी उम्मीदवारी पर निर्णय पार्टी नेतृत्व का विशेषाधिकार होगा। टिकट पार्टी तय करेगी कि उन्हें कहां से लड़ना है। पहले से यदि कोई ये दावा लेकर आएगा कि हमें इसी सीट से टिकट चाहिए तो ऐसा संभव नहीं है।

 

5 वर्षों में भाजपा की सरकार उत्तराखंड में जुमले बाजो की सरकार साबित हुई -विजय सारस्वत -ऋषिकेश विधानसभा में स्थानीय विधायक भी विकास के कार्यों में रहे असफल



ऋषिकेश, 17 जनवरी  ।उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश संगठन महामंत्री विजय सारस्वत ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरे 5 साल तक जुमले बाजो की सरकार के रूप में साबित हुई है, यह हमला विजय सारस्वत में सोमवार को कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी यह बताएं कि 5 वर्षों में उन्होंने क्या कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ जनतंत्र नहीं प्रशासन तंत्र है ,उन्होंने कहा कि पूरे 5 वर्षों में लाखों की संख्या में उत्तराखंड राज्य से बेरोजगार नवयुवकों का पलायन हुआ है ,जिसके कारण 30,000 से अधिक मतदाता इस बार चुनाव आयोग द्वारा दिए गए आंकड़ों में घटे हैं।उन्होंने उत्तराखंड के विधानसभा अध्यक्ष और स्थानीय विधायक पर भी हमला बोलते हुए कहा कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में कोई भी विकास कार्य नहीं हुए हैं ।

जिसके कारण पूरी विधानसभा में सड़कों की हालत बहुत ही दयनीय है। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक ने पूरे 5 वर्ष तक विधायक निधि का पैसा रोक कर रखा है ।और अंतिम समय में विधायक विकास कार्यों को लेकर अनेकों विकास कार्यों के शिलान्यास और घोषणाएं कर रहे हैं उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा विकास के नाम पर दिए गए पैसे का दुरुपयोग किया गया ,जो कि अब लेफ्स होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि सडकें बनी है, और लगातार उधड़ रही है,उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे उत्तराखंड के विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश विधानसभा में छात्राओं के लिए कोई भी डिग्री कॉलेज नहीं खोला गया है, और ना ही कोई बड़ा काम हुआ है। उन्होंने पर्यटन के क्षेत्र में भी कोई कार्य न होने के कारण तमाम होटलों के बंद हो जाने की बात कही है। उन्होंने स्थानीय विधायक के कार्यों को कटघरे में खड़ा करते हुए जिस प्रकार उत्तराखंड से बेरोजगार पलायन कर रहे हैं ,वह भी अब पलायन की ओर है। उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेस एकजुट है। जो कि इस चुनाव में भी एकजुटता के साथ सरकार बनाने में भागीदारी निभाएगी ,उन्होंने कहा कि यदि पार्टी के विरोध में कोई भी कार्य करेगा, तो कांग्रेस की अनुशासन समिति उसके विरूद्ध कार्रवाई करेगी ।पत्रकार वार्ता में राकेश सिंह, दीनदयाल राजभर, संजय भारद्वाज ,राघव भटनागर आदि भी उपस्थित थे।

ब्रेकिंग न्यूज़ : पंजाब में होंगे अब 14 फरवरी की जगह 20 फरवरी को चुनाव, रविदास जयंती को लेकर चुनाव आयोग ने किया बड़ा फैसला



ऋषिकेश, 17 जनवरी । पंजाब विधानसभा 2022 के चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने बहुत बड़ा फैसला कर दिया है। चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख को बदलते हुए 20 फरवरी को पंजाब प्रदेश में चुनाव के आदेश दे दिए गए हैं। जिसमें  5 प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने 7 चरणों में चुनाव कराने का फैसला लिया गया था जिसमें पहले पंजाब उत्तराखंड समेत तीन राज्यों में 14 फरवरी को चुनाव दूसरे चरण में होने थे। परंतु पंजाब में लगातार सभी राजनीतिक दलों और मुख्यमंत्री चन्नी चुनाव आयोग से लगातार यह मांग कर रहे थे कि 14 फरवरी को रविदास जयंती के अवसर पर पंजाब को 14 फरवरी को चुनाव ना की जाए जिससे सभी राजनीतिक दलों की मांगों को देखते हुए चुनाव आयोग ने अब पंजाब में 14 फरवरी की जगह 20 फरवरी को तीसरे चरण में चुनाव कराने का ऐलान कर दिया गया है।

ब्रेकिंग न्यूज़: भाजपा ने हरक सिंह रावत को दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता, 6 वर्ष के लिए हुए पार्टी से बर्खास्त, सरकार के मंत्रिमंडल से भी हुए बाहर, 2016 के बाद आज फिर हो सकते हैं 2 विधायकों और पुत्रवधू के साथ कांग्रेस में शामिल, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सुरजेवाला से कल हुई थी मुलाकात



ऋषिकेश/ देहरादून 17  जनवरी। उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री और कोटद्वार से विधायक हरक सिंह रावत को सरकार के साथ-साथ बीजेपी से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने हरक सिंह रावत को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित करने की पुष्टि की है। वर्ष 2016 में कांग्रेस से बगावत करके नौ विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए हरक सिंह रावत अब सोमवार को दोबारा में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उनके साथ बीजेपी के एक-दो और विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। जिसमें हर सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति रावत भी शामिल हो सकती है। बताते चलें कि कल ही हरक सिंह रावत ने कांग्रेस के अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के नेता सुरजेवाला से भी मिले थे।

पार्टी के सूत्रों का कहना है कि वह अपने अलावा अपने बेटे और बहू अनुकृति लिए भी टिकट मांग रहे थे, जो पार्टी को मंजूर नहीं था। वह लैंसडौन, यमकेश्‍वर और केदारनाथ सीट पर दावेदारी जता रहे थे। पार्टी उत्तराखंड में एक परिवार, एक टिकट के फॉर्मूले पर चलने की कोशिश कर रही है और उसे लगता है कि एक नेता को अडजस्ट करने पर दूसरे लोग भी परिवार के सदस्यों के लिए टिकट मांगने लगेंगे और इससे मुश्किलें बढ़ जाएंगी।

शनिवार को देहरादून में भाजपा चुनाव संचालन समिति की बैठक में 46 उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बन गई थी और यह करीब-करीब तय हो गया था कि हरक सिंह रावत को केदारनाथ से पार्टी उम्मीदवार बनाएगी। टिकट वितरण को लेकर नाराज चल रहे हरक सिंह इस मीटिंग में भी शामिल नहीं हुए थे और रविवार शाम को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंच गए। सूत्रों का कहना है कि उन्हें इन दोनों नेताओं से भी कोई आश्वासन नहीं मिला और इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के कुछ नेताओं से मुलाकात की थी, जिससे पार्टी आलाकमान नाराज था।

इसके बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में जेपी नड्डा के निर्देश पर उन्हें भाजपा से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि हरक सिंह कोटद्वार की सीट बदलने और परिवार के तीन लोगों के लिए टिकट मांग कर वह भाजपा पर लगातार दबाव बना रहे थे और दूसरी तरफ कांग्रेस में अपनी वापसी की राह तलाशने में भी जुटे थे। सके अलावा हरक सिंह अपने बयानों से लगातार भाजपा के लिए मुसीबत बढ़ाने का काम कर रहे थे। वह पिछले कुछ दिनों से सार्वजनिक रूप से पार्टी को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे थे। सूत्रों के मुताबिक उन्हें कई बार समझाने और मनाने का प्रयास किया गया, लेकिन उनके तेवर नरम नहीं पड़े।

स्थानीय प्रशासन ने सभी राजनीतिक दलों को कोविड-19 गाइडलाइन की दी नियमावली -ऋषिकेश तहसील में ही सभी दावेदार करेंगे ऑनलाइन नामांकन पत्र दाखिल -डॉ अपूर्व पांडे



ऋषिकेश, 14 जनवरी । आगामी 14 फरवरी को उत्तराखंड में होने वाले वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर स्थानीय प्रशासन ने तमाम राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर चुनाव के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का अक्षर से पालन किए जाने के लिए दिशा निर्देश देते हुए सभी नियमावली उन्हें उपलब्ध करवा दी गई है।

शुक्रवार को नगर निगम के सभागार में उप जिलाधिकारी डॉ अपूर्व पांडे और ऋषिकेश तहसीलदार डॉ. अमृता शर्मा ने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक में बताया गया कि चुनाव आयोग द्वारा 15 जनवरी तक सभी प्रकार की रैलियों पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसी के साथ चुनाव प्रचार के दौरान उपयोग की जाने वाली प्रचार सामग्री के अतिरिक्त अन्य प्रचार संसाधनों पर भी रोक लगाई गई है। लेकिन 15 जनवरी के बाद मिलने वाली अगली गाइडलाइन तक वह कोविड-19 के नियमानुसार ही अपना चुनाव प्रचार कर सकते हैं।

बैठक में यह भी बताया गया कि चुनाव में उतरने वाले सभी दावेदार अपना नामांकन पत्र ऋषिकेश तहसील में ही जमा करेंगे ।हालांकि चुनाव आयोग की ओर से मिली गाइडलाइन के अनुसार नामांकन पत्र भी ऑनलाइन भरे जाने की व्यवस्था की जा रही है ।जिससे कोविड गाइडलाइन के नियमों का पालन किया जा सके ।

इसी के साथ राजनीतिक दलों को यह भी बताया गया कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र में 179 बूथ बनाए गए हैं सभी बूथों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान कराए जाने के लिए प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां कर ली गई है।

बैठक में कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत, भारतीय जनता पार्टी की ओर से जंयत शर्मा, अधिवक्ता अतुल यादव ,समाजवादी पार्टी के अशोक ग्रोवर, उजपा के अरोड़ा सहित अन्य दलों के लोग भी मौजूद थे।

2022 विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने जारी की प्रत्याशियों की पहली सूची



ऋषिकेश /लखनऊ 13 जनवरी। – 2022 के होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आज  कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है ।

उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के लिए दावेदारों की पहली सूची जारी कर दी है । इस लिस्ट में 125 उम्मीदवार हैं, जिसमें 50 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। कांग्रेस ने उन्नाव रेप पीड़िता की मां को भी कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है।

प्रियंका गांधी ने बताया कि कांग्रेस महिलाओं के साथ-साथ कुछ पत्रकार, एक अभिनेत्री और समाज सेवी और आशा वर्कर को भी टिकट दिया है।सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद तो टिकट मिला है।उन्नाव से कांग्रेस ने आशा सिंह को उम्मीदवार बनाया है।इसके अलावा NRC-CAA के खिलाफ आंदोलन करने वालीं सदफ जाफर को उम्मीदवार बनाया गया है।इसके अलावा पूनम पांडे को टिकट मिला है, वह आशा वर्कर हैं।

ऋषिकेश विधानसभा से स्थानीय व्यक्ति को ही प्रत्याशी बनाया जाए -भगतराम कोठारी स्थानीय व्यक्ति को टिकट नहीं मिलने पर उनका इस्तीफा तैयार है



ऋषिकेश 13 जनवरी ।भारतीय जनता पार्टी के नेता गन्ना एवं चीनी विकास उद्योग बोर्ड के अध्यक्ष भगत राम कोठारी ने भारतीय जनता पार्टी हाईकमान से आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव में स्थानीय व्यक्ति को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की है, अगर पार्टी ने स्थानीय व्यक्ति को टिकट नहीं दिया तो उनका इस्तीफा तैयार है ।

यह मांग भगतराम कोठारी ने गुरुवार को देहरादून मार्ग पर स्थित एक रिसॉर्ट में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों से भाजपा हाईकमान को ध्यान में रखकर करते हुए कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता है, जिन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ भारतीय जनता पार्टी की नीतियो को जन जन तक पहुंचाने के साथ अब तक हुए सभी चुनाव में भाजपा द्वारा अधिकृत प्रत्याशियों को विजय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।लेकिन स्थानीय विधायक द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा के चलते पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी रोष व्याप्त है। इसी का कारण है कि स्थानीय विधायक जी के खास 7 भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगे मुकदमों मैं भी जब उनको कोई राहत नहीं मिली तो मैंने अपने व्यक्तिगत प्रयासों के द्वारा उनको इस मुकदमों से बरी करवाया

उन्होंने कहा कि उन्होंने संगठन में रह कर पूरी इमानदारी के साथ कार्य किया है। इसी के साथ मेंरी पूरे क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अन्य दलों के लोगों में भी काफी घुसपैठ रखते जिसका लाभ संगठन को मिलता है। इसके अलावा उनके द्वारा सामाजिक जीवन में अनेकों कार्य बिना किसी प्रचार-प्रसार के किए जाते रहे हैं। जिसके कारण उनके क्षेत्र में अच्छी घुसपैठ हुई है।

उन्होंने स्थानीय विधायक पर क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर लगातार उपेक्षा का भी आरोप लगाया है उन्होंने स्थानीय विधायक पर नए डिग्री कॉलेज या महिला कॉलेज संजय झील, ट्रेचिंग ग्राउंड, मल्टी स्टोरी पार्किंग त्रिवेणी घाट का सौंदर्य करण आदि ऋषिकेश नगर के हित में किसी भी कार्य को धरातल पर ना उतारना उनकी 15 वर्षों की नाकामी है। उनका कहना था कि वह एक  उत्तराखंड आंदोलनकारी  भी रहे हैं इस तौर पर यह  भी कर सकते हैं कि क्या उत्तराखंड का निर्माण इसलिए हुआ था कि लगातार चार बार एक ही बाहरी व्यक्ति को  भाजपा द्वारा टिकट दिया जाय। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय व्यक्ति को टिकट नहीं दिया तो उनका इस्तीफा तैयार है। जिसे वे समय परस्थिति देख कर पार्टी हाई कमान को सौंपेंगे। परंतु वह किसी भी संगठन में नहीं जाएंगे इसलिए यदि इस बार भाजपा द्वारा शहर के स्थानीय व्यक्ति को विधायक का टिकट दिया जाएगा तो मैं पूरी ईमानदारी के साथ पार्टी के हित में कार्य करूंगा।

ऋषिकेश में आप कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का किया स्वागत, उत्तराखंड की जनता चुनाव में झाड़ू उठाकर राष्ट्रीय दलों का सूपड़ा करेगी साफ-सिसोदिया



ऋषिकेश 13 जनवरी। -टिहरी दौरे से लौटे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का हरिपुर कलां स्तिथ एक निजी होटल पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ऋषिकेश विधानसभा प्रत्याशी डॉ राजे सिंह नेगी के नेतृत्व में जोरदार स्वागत व अभिनंदन किया।

इस दौरान कार्यकर्ताओं को चुनावी जीत का मंत्र देते हुए दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक आम आदमी पार्टी के पक्ष में चुनावी माहौल पूरी तरह से गर्म है।भाजपा और कांग्रेस को प्रदेश विरोधी बताते हुए उन्होंने कहा कि जनता इस बार झाड़ू उठाकर इन दोनों दलों का सूपड़ा साफ करने का मन बना चुकी है। सिसोदिया ने कहा कि भाजपा-कांग्रेस दोनों ने उत्तराखंड में शासन किया लेकिन कोई भी सरकार एक भी बेहतर स्कूल नहीं खोल पाई है।

उत्तराखंड में जनता आप को चुनती है तो 300 यूनिट बिजली फ्री देने, महिलाओं को 1000 रुपये प्रतिमाह और रोजगार नहीं मिलने तक युवाओं को 5000 रुपये बेरोजगारी भत्ता, 1 लाख लोगों को रोजगार और उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली में ईमानदारी से राजनीति कर दिल्ली को घाटे से उबारा है और लोगों को फ्री बिजली, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर दिए हैं।

उसी तरह उत्तराखंड को भी उबारा जाएगा।इस अवसर पर प्रदेश सह प्रभारी विधायक प्रवीण कुमार देशमुख, राजीव चौधरी भी उपस्थित थे। स्वागत करने वालो में ऋषिकेश संगठन मंत्री दिनेश असवाल,युवा मोर्चा अध्यक्ष संदीप शर्मा, दिनेश कुलियाल, चन्द्र मोहन भट्ट,साहिल,प्रभात झा आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।