गर्मियों में होने जा रहे हरिद्वार लोकसभा सीट पर यूकेडी आइसक्रीम चुनाव निशान से बाकी दलों की गर्मी करेगी कम: मोहन सिंह असवाल, पुराने चुनाव निशान को फ्रीज किए जाने के बाद आइसक्रीम चुनाव निशान मिला उत्तराखंड क्रांति दल को 



 ऋषिकेश,31 मार्च । उत्तराखंड क्रांति दल चुनाव आयोग द्वारा उनके पुराने चुनाव निशान को फ्रीज किए जाने के बाद गर्मियों में आइसक्रीम के चुनाव निशान के साथ जनता के बीच जाएगा।

यह जानकारी उत्तराखंड क्रांति दल के हरिद्वार लोकसभा सीट के प्रत्याशी मोहन सिंह असवाल ने ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान देते हुए बताया कि चुनाव आयोग द्वारा पिछले चुनाव के दौरान उत्तराखंड क्रांति दल को पर्याप्त संख्या में मत प्रतिशत कम मिलने के कारण उनका पुराना चुनाव निशान फ्रीज कर दिया है। इसलिए हरिद्वार लोकसभा सीट पर उत्तराखंड आइसक्रीम के चुनाव निशान पर जनता के बीच चुनाव मैदान में होगा।

इसी के साथ उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल ही एक ऐसा क्षेत्रीय दल है जिसने संघर्ष कर उत्तराखंड राज्य को बनाए जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। परन्तु दल को जनता से जो अपेक्षाएं थीं वह पूरी नहीं हो पाई है जिसके पीछे हमारे दल के नेताओं की भी कमी रही है परंतु उन्हें अब अपेक्षा है कि लोकसभा के चुनाव में जनता उन्हें अपना भरपूर समर्थन देगी।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल जनता के बीच भू कानून को लागू किया जाना, महिलाओं का सशक्तिकरण, जल जंगल जमीन, फैक्ट्री में कार्यरत महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उन्हें घर से फैक्ट्री तक ले जाए जाने, तीर्थ स्थलों को नशा मुक्त किए जाने, जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी।

इस दौरान पत्रकार वार्ता में पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार, युद्धवीर सिंह चौहान, अनीता कोठियाल, संगीता उनियाल, केंद्र पाल तोपवाल, बृज मोहन सजवाण, विमल बहुगुणा, आनंद राणा, भगवान सिंह, मुकेश पाठक ,राजेश डोभाल, कृष्ण कुमार डोभाल, सहित अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

भू कानून को लेकर यूकेडी 1 जनवरी से पूरे राज्य में करेगी आंदोलन लोकसभा चुनाव के मध्य नजर भू कानून को लेकर कांग्रेस कर रही है नौटंकी, कांग्रेस और भाजपा द्वारा उत्तराखंड में भू कानून ना बनाने से जनता की भावनाओं को पहुंचा आहत : त्रिवेंद्र सिंह पंवार



 ऋषिकेश 29 दिसंबर । उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने कहा कि भूकानून को लेकर उत्तराखंड की जनता में जो गुस्सा दिखाई दे रहा है, वह स्वाभाविक ही था, जिसका कारण राष्ट्रीय दलों कांग्रेस और भाजपा द्वारा लोगों की भावनाओं को आहत किया जाना है।

यह बात शुक्रवार को त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने ऋषिकेश में आयोजित प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं, उन्होंने कहा कि राज्य की जनता का भू कानून की मांग किया जाना समय के अनुसार आवश्यक हो गया है। जिनकी भावना उत्तराखंड में वर्ष 1950 से रह रहे ,सभी वर्गों के लोगों को उनके अधिकारों को दिलाया जाना है। उन्होंने कहा कि उत्तरायणी मेले में 14 जनवरी को स्थाई निवास की प्रति को बागेश्वर की नदी में बहा कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा इसी के साथ उनका कहना था कि उत्तराखंड में जो पहले औद्योगिक धंधे थे, उन्हें जमीनों का आवंटन किया गया था परन्तु सरकार की पॉलिसी के कारण अपने औद्योगिक धंधों को बंद करना पड़ा।

उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जब यह सरकार में थी, तब उन्होंने भू कानून की और कोई ध्यान नहीं दिया अब लोकसभा के चुनाव को देखते हुए वह राज्य में नौटंकी कर रही है ।पंवार ने कहा कि वह उत्तराखंड की जनता के हित में जमीनों के स्वामित्व का अधिकार दिए जाने और भू कानून बनाए जाने की मांग को लेकर 1 जनवरी से ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन आंदोलन करेगी ।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल ने राज्य आंदोलन की लड़ाई सभी के सहयोग से लड़ी है, परंतु आज सरकारों की नीतियों के कारण मैदानी क्षेत्र से पलायंकर लोग की जनसंख्या उत्तराखंड में आकर बढ़ गई हैं, जिसके कारण उत्तराखंड वासियों का हित आडे आ रहा है, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने अपनी वोटो की राजनीति को भी उत्तराखंड में बोर्ड पढ़कर अपनी राजनीति को ही चमकाने का कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल सर्वधर्म समभाव के तहत सभी के हीतों की लड़ाई लड़ रहा है। जो की मूल निवास प्रमाण पत्र देने की मांग करता रहा है, अभी तक की सरकारों ने अस्थाई मूल निवास प्रमाण पत्र दिया है। जबकि वर्ष 2013 में उत्तराखंड क्रांति दल हाई कोर्ट की डबल बेंच में इस मुद्दे को लेकर गया था। पंवार ने कहा कि वह जनता की मांगों को लेकर एक बार फिर जनता के बीच जाऐगी।

उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष मोहन सिंह असवाल ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल राज्य स्थापना के बाद से ही प्रदेश में स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनाए जाने की मांग करता आ रहा है इसी के साथ क्रांति दल ने राज्य में सख्त कानून मूल निवास प्रमाण प्रमाण पत्र परिसीमन चकबंदी के साथ स्थाई राजधानी गैर सैण को बनाए जाने की मांग की थी परंतु वर्तमान सरकार द्वारा उत्तराखंड की जनता के अधिकारों को छेड़ जाने का कार्य किया गया है जबकि क्रांति दल ने मूल निवास की कट ऑफ तारीख वर्ष 1950 लागू किए जाने के साथ समान नागरिकता कानून लागू किए जाने की मांग की गई थी जो कि इन सरकार द्वारा नहीं किया गया है।

पत्रकार वार्ता मेंत्रिवेंद्र सिंह पंवार, मोहन सिंह असवाल, युद्धवीर सिंह, महानगर अध्यक्ष वीरेंद्र नौटियाल, जिला अध्यक्ष पुष्पा नेगी, देवराम सेमवाल मुकेश पाठक,भगवान सिंह पवार, सहित अन्य लोग भी उपस्थिति थे।

आईडीपीएल बचाए जाने को लेकर फिर उठी मांग, यूकेडी ने एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को दिया ज्ञापन -वन विभाग में 2025 तक लीज का पैसा जमा होने के बावजूद खाली करवाए जाने का लगाया आरोप



 ऋषिकेश, 10 अक्टूबर । उत्तराखंड क्रांति दल ने तहसील में प्रदर्शन कर उत्तराखंड के राज्यपाल को आईडीपी एल को अवैधानिक तरीके से लोगों को गुमराह कर खाली करवाए जाने के विरोध में एक ज्ञापन दिया।

बुधवार को तहसील में उत्तराखंड राज्य के राज्यपाल के नाम दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि उनके द्वारा मांगी गई सूचना के अधिकार के तहत जानकारी प्राप्त हुई है, कि आईडीपीएल संस्थान ने वन विभाग‌ को आईडीपीएल को मिली लीज भूमि का वार्षिक किराया चार रुपए प्रति वर्ष के हिसाब से 3 वर्ष का किराया ‌,1 अप्रैल 2022 से ‌31 मार्च 2025 तक का वन विभाग को जमा किया गया। उसके बावजूद भी वन विभाग के अधिकारी और जिलाधिकारी द्वारा 27 अप्रैल 2021 में आईडीपीएल की लीज समाप्त होने का आधार मांन कर सूचना तथा नोटिस जारी कर बेदखली के नोटिस दे रहे हैं। जबकि यह मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन भी है। जिसमें न्यायालय द्वारा सुनवाई की तीथि 29 नवंबर 2023 निश्चित की है। ज्ञापन में कहा गया कि वन विभाग आईडीपीएल मामले की सत्यता को छुपाकर गुमराह कर रहा है।

ज्ञापन देने वालों में उत्तराखंड क्रांति दल के प्रभारी ऋषिकेश ऋषिकेश मोहन सिंह असवाल, सेवक सिंह राणा प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी प्रकोष्ठ बीडी नौटियाल, महानगर अध्यक्ष ऋषिकेश, युद्दवीर सिंह चौहान, पुष्पा नेगी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।