ऋषिकेश: चार धाम यात्रा कर लौट रहे डॉक्टर सहित दो लोगों की हृदय गति रुक जाने से हुई मौत, चार धाम यात्रा के शुरुआती दौर में ही अभी तक करीब 4 दर्जन यात्रियों की मेडिकल इमरजेंसी के कारण जा चुकी है जान
ऋषिकेश 19 मई ।चार धाम यात्रा कर लौट रहे, एक डॉक्टर सहित दो लोगों की हृदय गति रुक जाने के परिणाम स्वरूप मौत हो गई है। इसके साथ ही चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की मेडिकल एमरजैसी के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है जो कि करीब 4 दर्जन के आसपास हो गई है।
आज हुए दोनो मृतकों के शवों को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी बंगाल के ग्राम चक गोपाल पोस्ट आलम चकवेल्डा प्रतापपुर पूरबी मेदनीपुर निवासी डॉक्टर नीमयी पात्रा उम्र 45 वर्ष पुत्र गणेश चंद पात्रा अपने परिवार के साथ चार धाम यात्रा कर लौट रहे थे। कि अचानक पांडुकेश्वर जिला चमोली में बुधवार की देर शाम को उनकी हालत बिगड़ गई ,जिन्हें राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश लाया गया ।जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
वही मध्य प्रदेश के बलदेव बाग जबलपुर निवासी गोकुल प्रसाद चौबे उम्र 65 वर्ष पुत्र जगमोहन प्रसाद चौबे भी अपने परिवार के साथ चार धाम की यात्रा कर लौट रहे थे, कि मुनी की रेती थाना अंतर्गत तपोवन क्षेत्र में गुरुवार की सुबह तबीयत खराब होने पर उन्हें भी उनके पुत्र आशीष चौबे द्वारा द्वारा द्बारा राजकीय चिकित्सालय लाया गया ।जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
दोनों के शव को चिकित्सालय प्रशासन ने मोर्चरी में रखवा दिया है। इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है , जोकि मामले की जांच कर रही है। वही दोनों के परिवारों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।
बताते चलें चार धाम यात्रियों में हृदय गति रुक जाने और अन्य मेडिकल इमरजेंसी के चलते अभी तक करीब चार दर्जन यात्री अपनी जान गवा चुके हैं। चार धाम यात्रा का अभी शुरुआती दौर ही चला है अभी तो हेमकुंड साहिब की यात्रा भी आज से ही प्रारंभ हुई है परंतु इतनी बड़ी मात्रा में चारधाम यात्रा के दौरान चार धाम रूट पर किसी भी बड़ी मेडिकल व्यवस्था ना होने के कारण यात्रियों को मेडिकल इमरजेंसी पर उचित इलाज ना मिलने के कारण अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है, जो कि चार धाम यात्रा प्रशासन के ऊपर प्रश्न चिन्ह उठाता है।
Leave a Reply