देश की राजधानी दिल्ली में बच्चे की कुत्ते के काटे जाने के बाद हुई मौत से उत्तराखंड सरकार हुई सतर्क, स्वास्थ्य निदेशालय ने वैक्सीनेशन की उपलब्धता को लेकर ऋषिकेश चिकित्सालय भेजी टीम


ऋषिकेश, 19 अक्टूबर ।देश की राजधानी दिल्ली के बाद उत्तराखंड में भी कुत्ते, बंदर के साथ अन्य जानवरों के कांटे जाने के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए उत्तराखंड स्वास्थ्य निदेशालय सतर्क हो गया है। जिसके चलते स्वास्थ्य निदेशालय से एक टीम ने ऋषिकेश चिकित्सालय पहुंचकर मामलों की जानकारी जुटाई ।

बुधवार को ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय पहुंची ,डॉक्टर जीरोम हिमालय इंस्टिट्यूट से डा, शैली और डॉक्टर सृष्टि सहित 3 सदस्य टीम ने चिकित्सालय में कुत्ते,बंदरो व अन्य जानवरों के कांटे जाने के बाद आने वाले मरीजों के मामलों की जानकारी जुटाई।

जिसके अंतर्गत उन्हें बताया गया कि ऋषिकेश में प्रतिमाह 300 से अधिक केस आ रहे हैं। जिनमें कुछ पुराने केस भी आ रहे हैं, जिन्हें प्रतिदिन वैक्सीनेशंस किया जा रहा है ।डॉक्टर जी रोम ने कहा कि दिल्ली में कुत्ते काटने की घटना के बाद उत्तराखंड सरकार भी गंभीर हो गई है। जिसके चलते पूरे उत्तराखंड में कुत्तों सहित बंदर ,भालू ,भेड़िए ,बिल्ली आदि जानवरों के काटे जाने के बाद सभी लोगों का ठीक प्रकार से उपचार किया जा सके ।

इसके लिए सरकार द्वारा सभी चिकित्सालय में एंटी रेबीज वैक्सीनेशन की संख्या पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए जाने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। जिससे एंटी रेबीज वैक्सीनेशन की कमी ना हो जिसके लिए सभी चिकित्सालयों के चिकित्सा अधीक्षकों को भी निर्देशित कर दिया गया है ,और वैक्सीनेशन समाप्त होने से पहले वैक्सीनेशन की डिमांड भी मुख्यालय को भेज देंगे।

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