ऋषिकेश,26नवम्बर तीर्थ पुरोहित समिति ऋषिकेश द्वारा त्रिवेणी घाट स्थित कार्यालय में दैनिक पूजा हेतु माँ गंगा, माँ जमुना, माँ सरस्वती की मूर्ति की स्थापना की गई।
शनिवार को मुख्य यजमान के रूप में मौजूद रही नगर निगम की महापौर अनिता ममगांई ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के लिए नियत स्थान होने से देश विदेश से माँ गंगा की पूजा एवम कर्म प्राप्ति हेतु होने वाले यज्ञ, हवन, पूजन हेतु कही भटकने की आवश्यकता नही पड़ेगी। एक स्थान पर सभी पुरोहितों एवं ब्राह्मणों की जीविका हेतु भी प्रयास आवश्यक था। उन्होंने तीर्थ पुरोहित समिति को शुभ कामनाये देते हुए कहा कि, देवभूमि की पहचान गंगा और मठो मंदिरों से है।इस देवभूमि के गंगा तट पर तीर्थ पुरोहित समिति के कार्यालय खुलने के प्रश्चात धार्मिक क्रिया कलाप में वृद्वि हुई है ।
सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भी समिति द्वारा किए जा रहे कार्य प्रंशसनीय हैं। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद विद्वान ब्राह्मणों द्वारा वैदिक रीति अनुसार हवन एवम यज्ञ कर समाज के उत्थान हेतु प्रार्थना की गई। तीर्थ पुरोहित समिति के अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने बताया कि समिति के इस कार्यालय में शुद्ध वातावरण एवं आध्यात्मिक बल के संवर्धन हेतु मूर्ति स्थापित करना आवश्यक था ताकि तीर्थ पुरोहित, ब्राह्मण, सन्त इस स्थान पर नियमित रूप से माँ की पूजा कर सके और माँ को भोग भी लगाया जा सके।
उन्होंने बताया कि देव भूमि ऋषिकेश में तीर्थ पुरोहितों के जीवन यापन, पूजा,हवन हेतु इस स्थान पर माँ की मूर्ति की स्थापना आवश्यक थी। इस अवसर पर तीर्थ पुरोहित समिति के महामंत्री चेतन शर्मा ने बताया कि मूर्ति स्थापना के साथ ही इस स्थान पर माँ को दोनों समय पर भोग नियमित किया जाएगा।माँ की पूजा एवम आराधना हेतु एक स्थान होने से शास्त्र सम्वत कार्यो मेंं सरलता रहेगी।
इस अवसर पर समिति कार्यक्रम में पंडित विनोद शर्मा, पंडित यज्ञवर्त शर्मा, पंडित विवेक गोस्वामी, पंडित पंकज शर्मा, पंडित परमानंद मिश्रा, पंडित अमर देव जोशी, पंडित हर्ष शर्मा, पंडित मंगलदेव उपाध्याय , पंडित गिरीश सेमवाल , पंडित अनिल शर्मा, पंडित वीरेंद्र जुयाल , पंडित मधुसूदन शर्मा , पंडित पवन शर्मा , पंडित घनश्याम आदि उपस्थित रहे।