ऋषिकेश, 25 फरवरी । उप जिलाधिकारी ऋषिकेश के सौरभ अस्वाल ने कहा कि वर्ष 2023 आयोजित होने वाली चार धाम यात्रा को प्रशासन ने चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। क्योंकि इस वर्ष पिछले वर्षो की अपेक्षा अधिक संख्या में तीर्थयात्रीयों की आने की संभावना बनी है।
उल्लेखनीय है कि सौरव असवाल ने ऋषिकेश तहसील का चार्ज सभाले जाने के बाद तहसील क्षेत्र के तमाम कार्यों की समीक्षा किए जाने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ऋषिकेश पर्यटन व तीर्थाटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण तहसील के अंतर्गत आती है। जहां भूमि संबंधित विवादित मामले काफी संख्या में है, वही चार धाम यात्रा का मुख्य द्वार होने के कारण यहां तीर्थ यात्रियों के साथ पर्यटक भी काफी संख्या में आते हैं । समस्याओं के समाधान के साथ सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना प्रशासन की जिम्मेदारी है ।
उन्होंने कहा कि अप्रैल महा से चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो रहा है जिसे प्रशासन ने चुनौती के रूप में स्वीकार किया है जिसे देखते हुए हाल ही में गढ़वाल आयुक्त द्वारा सभी विभागों की बैठक में यात्रा की तैयारियों को लेकर की गई समीक्षा के दौरान सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह यात्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सभी प्रकार की रहने खाने के साथ यातायात संबंधी सुविधाएं भी उपलब्ध करवाएं इसी के दृष्टिगत ऋषिकेश चार धाम यात्रा ट्रांजिट कैंप में इस वर्ष पर्यटन विभाग द्वारा बनाए गए नए स्थान से चार धाम यात्रा का शुभारंभ सुगमता पूर्वक संचालित किया जाएगा, जहां तेजी के साथ कार्य किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि यात्रियों के पंजीकरण के लिए पोर्टल की शुरूआत कर दी गई है ,जिस पर अभी तक 60,000 से अधिक यात्रियों ने अपना पंजीकरण करवा लिया है ,और ऋषिकेश में भी जल्दी पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रारंभ कर दिया जाएगा ।सौरव असवाल ने कहा कि ऋषिकेश के तमाम आश्रम ,धर्मशाला, होटलों में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था के साथ चारधाम बस अड्डे पर भी विश्राम गृह में सभी सुविधाएं बिजली पानी के साथ ठहरने की व्यवस्था की जा रही है।
जिससे किसी को असुविधा का सामना न करना पड़े, उन्होंने कहा कि चार धाम जाने वाले यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में बसों की व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने कहा कि यदि और बसों कीआवश्यकता पड़ी तो वह कुमाऊं मंडल से भी बस से मंगवा लेंगे। यात्रा को शुगम बनाए जाने के लिए यात्रा प्रारंभ होने से पहले मार्गों का सुदृढ़ीकरण कर दिया जाएगा।