24 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश से गंगा की सहायक नदियां उफान पर ऋषिकेश, ढालवाला ओर खारा‌ स्रोत की तटीय मकानों में घुसा पानी एक सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया -कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल अधिकारियों के संग मौके पर पहुंचे, स्थिति का किया मुआवना -84 कुटिया की तरफ एक दीवार गिरने से 1 साधु बाबा की की मौत जबकि अन्य 2 घायल


ऋषिकेश, 10 अगस्त । पर्वतीय क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते जहां गंगा और उसकी सहायक नदी चंद्रभागा, खारा स्त्रोत नदी के पूरी तरह से उफान भर रहे हैं वही तटिए इलाकों के कई घरों में आधी रात को बाढ़ का पानी घुसने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

जानकी सेतु की पास 84 कुटिया की तरफ एक दीवार गिरने से एक साधु बाबा की मौत हो गई है वहीं अन्य दो लोग अभी भी घायल है। जिसकी सूचना पर आपदा से निपटने को अलर्ट एसडीआरएफ के जवानों ने बारिश की बाढ़ से प्रभावित इलाकों में पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू कर, करीब 100 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। मुनि की रेती क्षेत्र में क्षेत्रीय विधायक को कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, उप जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों के साथ भी मौके पर पहुंच गए हैं। गुरुवार को भी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।

एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सिंह सजवाण ने बताया कि मुनिकीरेती क्षेत्रान्तर्गत खारा स्त्रोत में पानी बढ़ने से रिहायशी इलाके में पानी भर गया। खराश्रोता नदी के किनारे लगभग 80 से 100 घरों/झोपड़ियों में पानी भर गया।

राहत बचाव दल में शामिल एसडीआरएफ, नगर पालिका और पुलिस ने संयुक्त रूप से तत्काल रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

मूसलाधार बारिश से ढालवाला क्षेत्र में भी कई कई घरों में पानी भरने की सूचना है। एसडीआरएफ ढालवाला घरों में जाकर कर रेकी कर रही है। जानकी पुल को जोड़ने वाली सड़क भी तालाब में तब्दील हो गई है, जहां स्थानीय लोगों समेत पर्यटकों को आवाजाही में को दिक्कत आ रही है।

वहीं, गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा को पार कर बह रहा है। बहरहाल संभावित आपदा से निपटने के लिए एसडीआरएफ टीम पूरी तरह से अलर्ट है, जो तटीय इलाकों पर निगरानी बनाए हुए है।
वर्षा के कारण गंगोत्री हाईवे भी कई स्थानों पर बंद हो गया है
भद्रकाली तिराहा से आगे नरेंद्रनगर की ओर पहाड़ी से भारी मलबा गिरने से गंगोत्री हाईवे पर यातायात बंद हो गया। बताया जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश से गुरुवार तड़के भूस्खलन के चलते हाईवे पर मलबा आ गया है। सुबह 8 बजे तक इस स्थान पर यातायात पूरी तरह बाधित रहा।

जानकी सेतु की पास 84 कुटिया की तरफ एक दीवार गिरने से 2 साधु बाबा की दबे होने की सूचना मिली।

एसडीआरएफ निरीक्षक कविंद्र सिंह सजवाण ने बताया की एक बाबा केदार सिंह,‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ नालंदा बिहार, दिनेश‌ भारती निवासी धारर्चुला, उत्तराखंड को मलबे से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि झुनझुन ‌राजस्थान निवासी गजानन 84 वर्ष पुत्र गोपीचंद ‌की मौत हो गई जिसकी मौके पर मिले बैग में रखे आधार कार्ड के मुताबिक की गई है। लक्ष्मणझूला पुलिस का लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है। जबकि एक अन्य की तलाश में लक्ष्मणझूला पुलिस का लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है।

 

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