पति के द्वारा अपनी पत्नी के अवैध संबंधों से प्रताड़ित हो आत्महत्या करने का मामला, बेटी द्वारा विडियो बना अपनी मां के विरुद्ध दिए बयान, मां पर लगाए परिजनों को डराने धमकाने के भी आरोप, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो का संज्ञान ले महिला आयोग अध्यक्ष ने दिए जांच व कार्रवाई के निर्देश


देहरादून 13 जनवरी। सोशियल मीडिया पर तेजी से प्रसारित/ वायरल हो रही वीडियो में किशोरी द्वारा दिए जा रहे अपनी मां के विरुद्ध बयान में उनके द्वारा उसके पिता को प्रताड़ित करने पर आत्महत्या का मामला सामने आने पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने संज्ञान लिया है।

 तथा उक्त वीडियो में यह प्रदर्शित हो रहा है कि महिला के पति ने भी उक्त महिला से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली है वीडियो के द्वारा यह मामला जानकारी में आया है की जिला चमोली के कर्णप्रयाग ब्लॉक के ग्राम गवनी में रहने व्यक्ति की पत्नी भागीरथी रावत का जनपद पौड़ी गढ़वाल के पैठाणी में रहने वाले व्यक्ति वीरेन्द्र सिंह रावत का अवैध सम्बन्ध चल रहा था इस मामले में गवनी निवासी एक व्यक्ति अपनी पत्नी व वीरेन्द्र सिंह बिष्ट से परेशान होकर आत्महत्या कर ली गई है तथा उक्त महिला के द्वारा के परिवार के लोगों तथा अपनी बेटियों को भी डराया धमकाया जा रहा है। मामले के संज्ञान में आते ही मामले में मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

प्रकरण प्रकाश में आने पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी व एसएसपी चमोली तथा जिलाधिकारी व एसएसपी पौड़ी को वीडियो भेज कर मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द जांच के लिए निर्देशित किया है साथ ही उन्होंने डीआईजी पी रेणुका से वार्ता करते हुए मामले की सत्यता को जल्द सामने लाने के लिए निर्देशित करते हुए कहा है कि यदि आत्महत्या की वजह उसकी पत्नी व प्रकरण में संलिप्त पुरुष है तो मामले में गम्भीरता से अति शीघ्र आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये।

वहीं उन्होंने कहा कि यदि यह मामला सत्य है तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है देवभूमि उत्तराखंड में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग परिवारों को जोड़ने के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है ऐसे में यदि इस प्रकार का मामला सामने आता है तो उत्तराखंड राज्य महिला आयोग कैसे दुराचारियों के विरुद्ध सख्ताई से कड़ी कार्यवाही कराएगा ।

और यदि कोई भी परिवार ऐसे किसी मामले से जूझ रहा है तो वह राज्य महिला आयोग में आने के लिए स्वतंत्र है उन परिवारों की काउंसलिंग कराकर उनके आपसी सुलह बनाई जाएगी और परिवार को बिगाड़ने या तोड़ने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

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