पूर्व बैंक कर्मचारी के खाते से साइबर ठगों ने 52 लाख 50 हजार ठगे,व्हाट्सएप कॉल पर गिरफ्तारी का डर दिखा दिया वारदात को अंजाम


ऋषिकेश,20 सितंबर। बैंक में कार्यरत पूर्व कर्मचारी को साइबर ठगों ने अपनी बातो में उलझाकर उनके खाते से 52 लाख 50 हजार की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित की रिपोर्ट के आधार पर साइबर थाने देहरादून में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 

शुक्रवार को ऋषिकेश आईएसबीटी स्थित प्रेस क्लब में योगेश श्रीवास्तव,बार एसोसिएशन के सचिव/ अधिवक्ता कपिल शर्मा, राजेश साहनी, समाज सेवी दिवाकर चौबे ने संयुक्त रूप से आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि उनके द्वारा साइबर क्राइम थाने देहरादून में प्रभारी साइबर क्राइम, धोखा धड़ी, जालसाझी व सुनियोजित षड्यन्त्र कर  52,50,000 रु० हड़पने के सन्दर्भ में शिकायत की गई है। जिसमें उन्होंने बताया की योगेश चन्द्र श्रीवास्तव पुत्र स्व० आर०एन० श्रीवास्तव उम्र 67 वर्ष निवासी फ्लैट नं० बी-3, रेलवे रोड, ऋषिकेश जिला देहरादून जो कि यूनियन बैंक लखनऊ में पूर्व कर्मचारी रह चुके हैं, को 13 सितंबर को सुबह 9 बजे मोबाईल  मो0नं0 7044933159 से व्हटसप कॉल आई। जिसमें कहा कि आपके आधार कार्ड के द्वारा केनरा बैंक शाखा मुम्बई में खाता खोला गया है, और उसमे 17 लोगो ‌द्वारा आपके खिलाफ शिकायत की गयी है , तिलक नगर शाखा मुम्बई पुलिस से बोल रहे है, आप के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है और जांच हमारे पास है, आप दो दिन के भीतर तिलक नगर मुम्बई पुलिस में रिपोर्ट करे ।और उन्होने एफ०आई०आर० मेरे मोबाईल नं० पर भेज दी, उसके पश्चात् अपने द्वारा बताई हुई एकाउन्ट की डीटेल मेरे मोबाईल नं० के व्हटसप पर भेज दी और मुझसे व्हटसप वीडियो कॉल कर बातचीत करी गयी, और अपने झांसे में लेकर कहा कि 54,00,000 रुपये एकाउन्ट नं0 43285627447 शाखा सम्बल, मुरादाबाद  मसाला स्टोर स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, आपके रुपये एकाउन्ट से मिलान करने के पश्चात् अगर सही पाया गया तो आपके एकाउन्ट में वापस भेज दिया जायेगा और उनकी बातों के झांसे में आकर उन्होंने अपने बैंक एकाउन्ट  यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया शाखा ऋषिकेश से 52,50,000/ रु० आर०टी०जी०एस० के द्वारा उपरोक्त एकाउन्ट में ट्रांसफर कर दिये, घर आने पर उन्होंने अपना मोबाईल में व्हटसप मैसेज को चैक किया तो उसमें से कुछ मैसेज डिलीट कर दिये गये थे, जिससे उन्हें शक हुआ तो उन्होंने बाकी बचे हुये मैसेज को सेव कर लिया, लेकिन पुनः उनको उपरोक्त मोबाईल नं० पर व्हटसप कॉल किया कि आपने मैसेज क्यों डिलीट किया तो उन्होने कहा कि गलती से मैसेज डिलीट हो गये और डिलीट हुये मैसेज पुनः भेजने की बात की, कुछ समय पश्चात् उनकी फिर मुझे कॉल आयी कि आप हर दो घंटे में आप हमें व्टसप मैसेज करेंगे कि आप सेफ हो, मैंने वैसा ही किया, जब उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा सारे मैसेज डिलीट कर दिये गये तो मुझे शक हो गया कि मेरे साथ उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा एक राय होकर धोखाधड़ी कर मेरे बावन लाख पचास हजार रुपये हडप कर लिये गये है। 
उन्होंने कहा कि प्रार्थी एक वृद्ध एवं बीमार व्यक्ति है, जिसका ईलाज चल रहा है, उपरोक्त व्यक्तियों ने प्रार्थी की जीवन भर की गाढी कमाई साइबर क्राइम, धोखा धडी, जालसाझी व सुनियोजित षड्यन्त्र कर हड़प लिये है।
उपरोक्त मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र नाबियाल द्वारा पुलिस थाने में उक्त शिकायत के आधार पर घटना की साइबर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है व जांच प्रारंभ कर दी गई है।


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