ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 15,77,000 की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा

ऋषिकेश 11 अक्टूबर। ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के नाम पर 15,77,000 (पंद्रह लाख सत्तातर हजार रुपए) की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को जनपद टिहरी थाना मुनि की रेती पुलिस ने हरियाणा से किया गिरफ्तार किया है। 

थाना मुनि की रीति प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि बीती 16 सितंबर को रविंद्र सिंह पुत्र  एस0 एस0 गुसाईं निवासी 14 बीघा, थाना मुनि की रेती जनपद टिहरी गढ़वाल द्वारा शेयर मार्केट में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम से SMIFSMAX app डाउनलोड कर CEO aanad selva kesro नाम की कंपनी द्वारा 15,77,000 रुपए की धोखाधड़ी किए जाने के आधार पर थाना मुनि की रेती मे शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसके आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। 

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तथा काफी अधिक धनराशि की धोखाधड़ी होने के आधार पर  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद टिहरी गढ़वाल आयुष अग्रवाल द्वारा विवेचना साइबर सेल, टिहरी गढ़वाल को स्थानांतरित किया गया।

मुखबिर की सूचना के आधार पर फरीदाबाद हरियाणा से 9 अक्टूबर को- दीपक पुत्र सुरेश यादव निवासी CMF, गली नंबर 58, सेक्टर 23, संजय कॉलोनी, फरीदाबाद, हरियाणा (उम्र 24 वर्ष) और कृष्ण यादव पुत्र श्री प्रसाद यादव निवासी गली नंबर 58,सेक्टर 23 संजय कॉलोनी,फरीदाबाद हरियाणा (उम्र 22 वर्ष)   को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया ।  उपरोक्त आरोपियों के कब्जे से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, तथा एटीएम कार्ड की बरामदगी हुई।

अभियुक्त गणों द्वारा संयुक्त रूप से पूछताछ में बताया कि हम लोग मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं फरीदाबाद में हम लोगों की छोटी फैक्ट्री है दीपक ने बताया कि हमारी फैक्ट्री गेज फिक्सर की है तथा इसमें मेरे पिता ही काम करते थे।

कृष्ण द्वारा बताया गया कि मैं होज पाइप के मोल्ड बनाने का काम करता हूं। हम लोगों की जान पहचान योगेश नाम के व्यक्ति से थी जिसने हमसे कोटक महिंद्रा,आईडीएफसी, इंडसइंड बैंक में करंट खाता खुलवाने को लेकर तथा हमको लालच देकर धनराशि देने का आश्वासन दिया गया।

उसके द्वारा हमें समय-समय पर खाता खोलने के नाम पर धनराशि क्रमश 2 लाख, 2 लाख रुपए दिए गए। जिस खाते में हमारे द्वारा लोगों से धनराशि ली जाती थी उस पर हमारे द्वारा खातों में अपने नंबर दिए गए थे।

हमारे द्वारा भिन्न-भिन्न लोगों से अलग-अलग समय पर काफी धनराशियों की धोखाधड़ी की गई। लालच में आने के कारण हम लोगों को अपनी बातों के जाल में फसाते थे तथा उनसे काफी अधिक धनराशि को विभिन्न तरह से प्रलोभन देकर ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम धनराशि को खातों में ट्रांसफर कर लेते थे।

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