कोराना कहर में अनाथ हुए बच्चों की शिक्षण की जिम्मेवारी ले सरकार-डॉ राजे सिंह नेगी
ऋषिकेश 6 मई – आम आदमी पार्टी ने कोरोना कहर में अनाथ हो गये बच्चों की समस्त शिक्षा की जिम्मेवारी सरकार द्वारा उठाए जाने की मांग की है।उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण के कारण कई परिवार तबाह हो चुके हैं। अपने परिवारजनों की मृत्यु से कई बच्चे अनाथ हो चुके हैं।अब उन्हें सहारे की जरूरत है। इसलिए सरकार को आगे आकर इन बच्चों की जिम्मेदारी उठानी चाहिए।
पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी डॉ राजे सिंह नेगी ने कहा कि कोरोना की इस महामारी में बड़ी संख्या में अनेकों परिवार उजड़ गए हैं। माता-पिता दोनों के चले जाने से बच्चे अनाथ हो गए हैं। केंद्र और प्रदेश की सरकारों को एक निधि बनानी चाहिए।वर्तमान हालातों में अनाथ बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय-महाविद्यालय की स्थापना करने की जरूरत है, जिसमें केवल अनाथ हुए बच्चों के लिए ही व्यवस्था का प्रबंधन हो। इस व्यवस्था के प्रारंभ होने के उपरांत बहुत सारी स्वयंसेवी संस्थाओं से भी सहायता की उम्मीद की जा सकती है।उन्होने कहा कि जब तक बच्चे आत्मनिर्भर नहीं हो जाते, तब तक सरकार इनकी जिम्मेदारी उठाए। पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी नेगी के अनुसार कोरोना कहर का शिकार हुए बच्चों के पुनर्वास की जिम्मेदारी सरकार की है। हरेक राज्य में बाल कल्याण समिति, बाल देख-रेख संस्था जैसी कई संस्थाएं हैं। जहां इनके पालन-पोषण के साथ-साथ रोजगारोन्मुखी शिक्षा की भी उचित व्यवस्था हो सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने बहुत सारे बच्चों के ऊपर से मां-बाप का साया उठा दिया है। हंसते-मुस्कुराते इन मासूम चेहरों पर आज उदासी की परत चढ़ गई है। सरकार को विभिन्न गैर सरकारी संगठनों एवं समाजसेवियों के साथ तालमेल बैठा कर ऐसे बच्चों का जीवन संवारने की दिशा में काम करने की जरूरत है।उन्होंने कहा कोरोना हर दिन कई लोगों की मृत्यु का कारण बन रहा है। बडी संख्या में ऐसे युवा भी इसके शिकार बन रहे हैं, जिन पर उनका परिवार आश्रित था। अत: शासन को इनकेे परिवार की जिम्मेदारी लेनी होगी। परिवार को पेंशन, मानदेय या रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए। जिन बच्चों के परिजन नहीं रहे, उन्हें संभालने की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए।
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