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रायवाला में जमीन धोखाधड़ी के मामले में आरोपी युवती को लखनऊ पुलिस ने किया गिरफ्तार, गिरफ्तारी से पहले युवती ने पुलिस पर लगाए विभिन्न आरोप


ऋषिकेश,15 जुलाई । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हाई प्रोफाइल करोड़ों रुपए की जमीन को धोखाधड़ी कर बेचे जाने के एक मामले में धरपकड़ को जनपद देहरादून के अंतर्गत रायवाला थाना क्षेत्र में पहुंची उत्तर प्रदेश पुलिस से आरोपित की बेटी के उलझ जाने के बाद मामला थाने पहुंच गया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार युवती अपने एक पुरूष मित्र के साथ पिछले कई दिनों से हरिपुरकलां गांव में रह रही थी, जोकि बुधवार को मसूरी घूमने गयी थी। युवती के पक्ष में राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में तैनात कनिष्ठ लिपिक का परिवार व अन्य कई व्यक्ति पहुंच गए और युवती की गिरफ्तारी को लेकर हंगामा किया। बाद में पुलिस युवती को अपने साथ लखनऊ ले गई।

पुलिस ने बताया कि पकड़ी गई युवती के खिलाफ लखनऊ के पीजीआई चौकी में करोड़ों रुपये की जमीन धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। जिसके बाद से आरोपित परिवार सहित लखनऊ से फरार है ।और उसने अपनी बेटी के खाते में पैसा ट्रांसफर किया हुआ है। मामले की सुरागकशी में लगी यूपी पुलिस को बुधवार को आरोपित की बेटी के मसूरी (उत्तराखंड) में होने की जानकारी मिली थी।

लखनऊ पुलिस ने उस नंबर के आधार पर लोकेशन खंगाली जिससे आरोपित की बेटी पहले लगातार बातचीत करती थी। यह नंबर एसपीएस राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में तैनात एक कनिष्ठ लिपिक के बेटे का निकला। कनिष्ठ लिपिक का बेटा आरोपित की बेटी के साथ गाजियाबाद में कोचिंग करता है। वहीं नंबर की लोकेशन के आधार पर लखनऊ पुलिस बुधवार को मसूरी पहुंच गयी। पुलिस को इस बात का अंदेशा था कि आरोपित की बेटी भी मसूरी में हो सकती है।

पुलिस का यह अंदेशा सही निकला। यूपी पुलिस ने मसूरी में आरोपित की बेटी के साथ गाड़ी में सवार कनिष्ठ लिपिक की पत्नी, बेटा, बेटी और एक अन्य युवक से पूछताछ की। यूपी पुलिस ने उनको बताया कि आरोपित की बेटी को लखनऊ ले जा रहे हैं। बाकी अपने घर जा सकते हैं। इस पर बाकी ने पुलिस कार्यवाही का विरोध करना शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ने पर यूपी पुलिस सब को लेकर रायवाला थाने पहुंच गई।

वहीं सूचना मिलने पर कनिष्ठ लिपिक कई अन्य को लेकर रायवाला थाने पहुंच गया और उक्त मामले में यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाने लगे। कनिष्ठ लिपिक ने पुलिस को खुद को राजकीय चिकित्सालय का डॉक्टर बताया और ऊंची पहुंच होने की धौंस भी दिखाई। बाद में वह स्वयं को एसपीएस राजकीय चिकित्सालय का प्रशासनिक अधिकारी बताने लगा। इस बीच युवती की तबीयत बिगड़ने पर उसको राजकीय चिकित्सालय हरिद्वार ले जाया गया है। मामले में देर रात तक कार्यवाही जारी थी। रायवाला थाने के वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रेम सिंह नेगी ने बताया कि मामला लखनऊ का है और इस मामले में थाना स्तर पर भी आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि लखनऊ पुलिस उक्त युवती को अपने साथ ले गई है।
अहम बात यह है कि जिस कनिष्ठ लिपिक के परिवार के साथ लखनऊ के आरोपित की बेटी मिली वह भी बीते वर्ष राजकीय चिकित्सालय हरिद्वार में तैनाती के दौरान काफी चर्चाओं में रहा है। कनिष्ठ लिपिक पर भ्रष्टाचार को लेकर हरिद्वार ग्रामीण विधायक व वर्तमान कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिस्वरानंद ने भी बीते 20 जून 2020 को मुख्यमंत्री से शिकायत दर्ज कराई थी।


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