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एम्स गुणवत्तापरक चिकित्सा सुविधाएं देने को प्रतिबद्ध –एनएबीएच स्टेंडर्ड पर आधारित क्वालिटी कार्यशाला में बोले निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत


ऋषिकेश,14 अगस्त। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में क्वालिटी हैल्थ सर्विसेस पर आधारित एनएबीएच की कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत अस्पताल में गुणवत्तापरक उपचार पर जोर दिया गया। शनिवार को आयोजित कार्यशाला में निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि एम्स संस्थान क्वालिटी हैल्थ सर्विसेस देने के लिए प्रतिबद्ध है,जिससे मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार मिल सके।

अपने संदेश में निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत ने कहा कि क्वालिटी केयर अस्पताल में गुणवत्तापरक चिकित्सा सुविधा के लिए नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए सतत प्रयासों से मरीजों को अच्छा उपचार मिलता है, एम्स संस्थान बेहतर गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए इस दिशा में लगातार प्रयासरत रहा है। डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने बताया कि एनएबीएच को लेकर समाज में बहुत से लोग जागरुक नहीं है,लिहाजा गुणवत्तापरक चिकित्सा विषय पर सामाजिक जनजागरुकता लाने की आवश्यकता है,जिससे लोग उपचार की क्वालिटी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें।

डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने चिकित्सा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए संस्थागत स्तर पर की गई तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्वालिटी की ओर से प्रत्येक हैल्थ केयर प्रोवाइडर्स को ध्यान देने की जरुरत है, तभी मरीजों को अच्छी चिकित्सा सुविधा व उपचार मिल सकेगा।

उन्होंने बताया कि संस्थान में एनएबीएच स्टेंडर्ड को मेंटेन रखने को लेकर समय समय पर हैल्थ केयर वर्कर्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम व मॉक ड्रिल आदि कार्यक्रम किए जाते रहे हैं, जो कि ​आने वाले समय में भी सतत जारी रहेंगे। जिससे संस्थान में मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं व उपचार की गुणवत्ता को और अधिक बेहतर बनाया जा सके। कार्यशाला में नेशनल हैल्थ अथॉरिटी एनएचए के ज्वाइंट डायरेक्टर डा. जेएल मीणा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से अस्पतालों में गुणवत्ता की आवश्यकता पर जोर दिया। नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल एंड हैल्थ केयर प्रोवाइडर्स एनएबीएच के सीईओ डा. अतुल कोचर ने क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया व एनएबीएच से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी ।

व एनएबीएच द्वारा संचालित किए जा रहे एक्रिडिटेशन व सर्टिफिकेशन कार्यक्रमों के बारे में बताया। रिलेसी हैल्थकेयर मैनेजमेंट की डा. नीतू कुमारी सिंह ने इस एनएबीएच एक्रिडिटेशन लेने के लिए विभागाध्यक्षों व चिकित्सकों की भूमिका पर जोर दिया।एम्स अस्पताल प्रशासन की ओर से आयोजित कार्यशाला में लगभग सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, हॉस्पिटल की इन्फैक्शन कंट्रोल टीम, नर्सिंग टीम के सदस्य मौजूद रहे।

आयोजन में अस्पताल प्रशासन से डा. अनुभा अग्रवाल, डा. पूजा भदौरिया, डा. लैवेन, निशा ने अहम भूमिका निभाई।इस अवसर पर डा. सोमप्रकाश बासू, डा. श्रीपर्णा बासू,डा. पुनीत धर,डा. जया चतुर्वेदी,डा. मीनाक्षी धर, डा. अंकुर मित्तल,डा. रजनीश अरोड़ा, डा. नीरज कुमार, डा. विशाल मागो, डा. रोहित गुप्ता, डा. राजकुुमार, डा. सत्याश्री, डा. मृत्युंजन, डा. नीति गुप्ता,, डा. अजीत सिंह भदौरिया, डा. ​अमित गुप्ता, डा. विश्वजीत साहू, डा. प्रदीप अग्रवाल, रिलेसी हैल्थकेयर से वैशाली, नर्सिंग विभाग से अज्जो उन्नी कृष्णन, वंदना, जीनो, कल्पना, पुष्पा, कमलेश, निखिल आदि मौजूद थे।

 


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